Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

सात पंचायतों को मिलकर बनेगा किशनगंज नगर निगम: जदयू नेता

मुजाहिद आलम ने कहा कि किशनगंज नगर परिषद को नगर निगम बनाने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है।

Main Media Logo PNG Reported By Main Media Desk | Kishanganj |
Published On :

किशनगंज के चुड़ीपट्टी स्थित बहुउद्देश्यीय वक्फ भवन में सोमवार को जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष मुजाहिद आलम के द्वारा नव निर्वाचित मुख्य पार्षद, उपमुख्य पार्षद व सभी नव निर्वाचित वार्ड पार्षदों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि किशनगंज नगर परिषद को नगर निगम बनाने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने कहा कि जिले की सात पंचायत दौला, महीनगांव, टेउसा, गाछपाड़ा, बेलुआ, मोतीहारा तालुका और हालमाला को मिलाकर किशनगंज नगर निगम बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है।

इस अवसर पर मारवाड़ी कॉलेज के प्रोफेसर सजल प्रसाद ने कहा कि महागठबंधन की सरकार ने मुख्य पार्षद और उप मुख पार्षद पद पर लोकतांत्रिक पद्धति से चुनाव करवा कर बहुत ही बेहतर फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि इसका फायदा यह होगा कि आम जनता सीधे तौर पर मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद से जुड़कर अपनी समस्याओं को बता पाएगी।

Also Read Story

डॉ. जावेद और पीएम मोदी में झूठ बोलने का कंपटीशन चल रहा है: किशनगंज में बोले असदुद्दीन ओवैसी

कटिहार: खेत से मिली 54 वर्षीय स्कूल गार्ड की लाश, जांच में जुटी पुलिस

26 अप्रैल को पीएम मोदी पहुंचेंगे अररिया, फारबिसगंज में करेंगे चुनावी सभा

अररिया में 20 लोगों का नामांकन रद्द, 9 प्रत्याशी मैदान में बचे

“मोदी जी झूठों के सरदार हैं”: किशनगंज में बोले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे

BPSC TRE-3: इस तारीख को होगी रद्द हुई परीक्षा, BPSC ने जारी किया परीक्षा कैलेंडर

एक भी बांग्लादेशी को बिहार में रहने नहीं देंगे: अररिया में बोले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी

UPSC सिविल सर्विसेज़ परीक्षा में 1,016 सफल, आदित्य श्रीवास्तव बने टॉपर

किशनगंज: लोकसभा चुनाव प्रशिक्षण में भाग लेने मारवाड़ी कॉलेज आये एक शिक्षक की मौत

वहीं, समाजसेवी उस्मान गनी ने कहा कि तत्कालीन नगर परिषद चेयरमैन स्वर्गीय गुरु चरण सिंह के बाद नगर परिषद क्षेत्र के कई वार्डों का विकास के नाम पर गला घोंटा गया। उन्होंने कहा कि मझिया, जुलजुली, ख़िरदोह और पोठिया ढेंकाभींजा किशनगंज नगर परिषद के अंतर्गत आता है। इस इलाक़े में जिस रफ्तार से विकास होना था वो नहीं हुआ है। अब उम्मीद है कि नवनियुक्त चैयरमैन इस पिछड़े इलाकों पर ध्यान देकर लोगों की परेशानी को दूर करेंगे।


कार्यक्रम में उपस्थित देवेन यादव, जो वार्ड संख्या तीन से पांचवीं बार वार्ड आयुक्त चुने गए है, ने घोषणा की कि अब आगे वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में युवाओं को मौका देने के उद्देश्य से चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर रहे हैं। देवेन यादव ने हॉर्स ट्रेडिंग का विरोध कर कहा कि पहले चुनाव जीतने के बाद वार्ड आयुक्त अपने क्षेत्र से गायब हो जाते थे, वह दौर काफी बुरा था।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Main Media is a hyper-local news platform covering the Seemanchal region, the four districts of Bihar – Kishanganj, Araria, Purnia, and Katihar. It is known for its deep-reported hyper-local reporting on systemic issues in Seemanchal, one of India’s most backward regions which is largely media dark.

Related News

सोने की तस्करी करते किशनगंज का व्यापारी दिनेश पारीक समेत तीन लोग गिरफ्तार

अहमद अश्फाक़ करीम जदयू में हुए शामिल, कहा, “18 परसेंट मुस्लिमों को सिर्फ 2 सीट, यह हक़तल्फ़ी है”

अररिया सीट पर AIMIM उम्मीदवार उतारने पर विचार हो रहा है: इंजीनियर आफताब अहमद

मुसलमानों की हकमारी का आरोप लगाते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम ने छोड़ा राजद

बिहार : राजद ने प्रत्याशियों की सूची जारी की, लालू की दो बेटियां चुनाव मैदान में उतरीं

पूर्णिया: राजद प्रत्याशी बीमा भारती ने निर्दलीय पप्पू यादव को बताया बीजेपी का एजेंट

कटिहार: पूर्व विधायक हिमराज सिंह ने नामांकन लिया वापस, जदयू को करेंगे समर्थन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार

सुपौल: देश के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के गांव में विकास क्यों नहीं पहुंच पा रहा?

सुपौल पुल हादसे पर ग्राउंड रिपोर्ट – ‘पलटू राम का पुल भी पलट रहा है’

बीपी मंडल के गांव के दलितों तक कब पहुंचेगा सामाजिक न्याय?

सुपौल: घूरन गांव में अचानक क्यों तेज हो गई है तबाही की आग?