बिहार सरकार ने अनधिकृत रूप से लंबे समय से अनुपस्थित रहने के आरोप में कई चिकित्सा पदाधिकारियों को सरकारी सेवा से बर्खास्त कर दिया है। राज्य मंत्रिपरिषद ने इस संबंध में निर्णय लिया, जिसमें डॉक्टरों की अनधिकृत अनुपस्थिति को लेकर की गई विभागीय जांच और बिहार लोक सेवा आयोग की सिफारिश के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।
डा. शकील जावेद (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, धमदाहा, पूर्णिया) – 17 दिसंबर 2021 से लगातार अनुपस्थित रहने के आरोप में बर्खास्त।
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डा. अमित कुमार (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हसनगंज, कटिहार) – 16 सितंबर 2021 से लगातार अनुपस्थित रहने के आरोप में बर्खास्त।
डा. मसीहूर रहमान (अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दीबरा बाजार, बी. कोठी, पूर्णिया) – 28 दिसंबर 2003 से लगातार अनुपस्थित रहने के आरोप में बर्खास्त।
डा. रविश रंजन (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राणपुर, कटिहार) – 29 सितंबर 2021 से लगातार अनुपस्थित रहने के आरोप में बर्खास्त।
डा. रोहित कुमार बसाक (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कुर्साकांटा, अररिया) – 7 अक्टूबर 2020 से लगातार अनुपस्थित रहने के आरोप में बर्खास्त।
डा. रवि कुमार चौधरी (सदर अस्पताल, जमुई) – 14 सितंबर 2021 से लगातार अनुपस्थित रहने के आरोप में बर्खास्त।
डा. चमक लाल वैद्य (अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सिमुलतल्ला, झाझा, जमुई) – 19 दिसंबर 2007 से लगातार अनुपस्थित रहने के आरोप में बर्खास्त।
इन डॉक्टरों की अनुपस्थिति की जांच के बाद, अनुशासनिक प्राधिकार द्वारा उन्हें बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया। इनके खिलाफ विभिन्न विभागीय कार्रवाइयों के बाद भी अनुपस्थिति को लेकर कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला, जिसके चलते यह सख्त कदम उठाया गया।
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