Main Media

Get Latest Hindi News (हिंदी न्यूज़), Hindi Samachar

Support Us

पूर्णिया: जिलों को जोड़ने वाली सड़क बदहाल, गड्ढे दे रहे हादसे को दावत

Main Media Logo PNG Reported By Main Media Desk |
Published On :
purnia news

किसी शहर के विकास की स्थिति वहां की बुनियादी सुविधाओं से ही परखी जाती है और इसमें सबसे ज्यादा महत्व शहर से गुजरने वाली महत्वपूर्ण सड़कों का होता है। लेकिन जब आप बिहार के पूर्णिया जिले में प्रवेश करेंगे, तो आपका स्वागत एक जर्जर व पानी से भरी सड़क से होगा। स्वागत के साथ ही आपको एक दावत भी मिल सकती है, दावत सड़क से गिरकर होने वाले किसी हादसे की।


हम बात कर रहे हैं पूर्णिया को मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा और सुपौल जैसे कोशी के अलग अलग जिलों से जोड़ने वाली एक मात्र सड़क के बारे में। यहां मधुबनी का मंझली चौक एक बेहद खास इलाका है, जहां से पूर्णिया का पूर्वी छोर शुरू होता है। इसी सड़क पर आगे चलकर प्रस्तावित पूर्णिया एयरपोर्ट की जगह है, जिसके निर्माण के लिए ट्विटर पर जंग छिड़ी रहती है। इसी सड़क पर पहला इथोनॉल प्लांट भी लगाया गया है।

Also Read Story

ये हैं देश और बिहार के सबसे ज़्यादा कमाई करने वाले रेलवे स्टेशन

पांच महीने में पूरा जाएगा पटना एयरपोर्ट का विस्तारीकरण, ₹1400 करोड़ होंगे खर्च

पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण कार्य अंतिम चरण में

बाढ़ की समस्या से लड़ने के लिए किशनगंज में बना 7 करोड़ से ट्रेनिंग सेंटर

अप्रोच पथ नहीं होने से तीन साल से बेकार पड़ा है कटिहार का यह पुल

‘सीएम नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक के बाद पूर्णिया एयरपोर्ट निर्माण की सभी बाधाएं ख़त्म’

बिहार में शुरू हो गया स्पाइक अर्थिंग का काम, अब वज्रपात से नहीं होगी बिजली डिस्टर्ब

अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का बनने जा रहा बागडोगरा एयरपोर्ट, क्या-क्या बदलेगा, जानिये सब कुछ

किशनगंज में दो वर्ष पहले बने पुल का अप्रोच ढहा, दस हज़ार की आबादी प्रभावित

इन सभी महत्वपूर्ण जगहों से होकर गुजरने वाली सड़क की हालत, एक तालाब जैसी दिख रही है, जिसमें बड़े-बड़े गड्ढे हैं और गड्ढों में पानी भरा हुआ है।


स्थानीय विशाल गुप्ता बताते हैं कि इस सड़क से बड़े-बड़े अधिकारी रोज गुजरते हैं लेकिन किसी की भी नजर इस जलजमाव पर नहीं जाती है।

बता दें कि इस सड़क पर एक कोचिंग संस्थान भी है। जहां रोज बहुत से बच्चे पढ़ाई करने और कंप्यूटर सीखने आते हैं। यहां रोज आने जाने वाले छात्रों को पानी भरी सड़क के कारण एक लंबे और ट्रैफिक भरे रास्ते से होकर आना पड़ता है। इसके अलावा यहां दिव्यांग छात्र भी आते हैं जो खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। उनका कहना है कि पानी में ट्राई साइकिल पलटने के कारण वह कई बार गिर चुके हैं।

स्थानीय आशा देवी ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत नगर निगम में की है, लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। शिकायत को एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल देते हैं।

सड़क से गुजर रहे एक राहगीर ने कहा कि पूर्णिया के विकास को कोई देखने वाला नहीं है। अगर देखने वाला होता तो तो सड़क की यही हाल होती क्या ?

बता दें कि बिहार सरकार की मंत्री भी इसी सड़क से अपने विधानसभा जाती हैं। इसी सड़क के रास्ते पूर्व मंत्री का भी काफिला गुजरता है। साथ ही पूर्व विधायक अमरनाथ तिवारी का घर भी इसी रोड पर है।

फिलहाल नगर निगम चुनाव की सरगर्मी भी तेज़ है और शहर की जनता अपना मेयर चुने वाली है। अब इस टूटी सड़क से गुजरने वाले मतदाताओं को तय करना है कि सड़क का मुद्दा चुनाव का आधार हो पाएगा या नहीं।


बरसात मे निर्माण, सड़क की जगह नाव से जाने को विवश हैं ग्रामीण

अभियान किताब दान: पूर्णिया में गांव गांव लाइब्रेरी की हकीकत क्या है?


सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Main Media is a hyper-local news platform covering the Seemanchal region, the four districts of Bihar – Kishanganj, Araria, Purnia, and Katihar. It is known for its deep-reported hyper-local reporting on systemic issues in Seemanchal, one of India’s most backward regions which is largely media dark.

Related News

क्या है कोसी-मेची लिंक परियोजना, जिसे केंद्रीय बजट में मिले करोड़ों, फिर भी हो रहा विरोध?

किशनगंज से बहादुरगंज के बीच बनेगी फोरलेन सड़क, जल्द शुरू होगा काम

फारबिसगंज-खवासपुर सड़क बदहाल, बारिश के दिनों में सड़क पर लग जाता है पानी

अररिया: पहले से आंशिक रूप से डैमेज पुल गिरा, दर्जनों गांव प्रभावित

पूर्णिया: लगातार हो रही बारिश से नदी कटाव ज़ोरों पर, कई घर नदी में विलीन

अमौर के लालटोली रंगरैया में एक साल के अन्दर दोबारा ढह गया पुल का अप्रोच

अब बिहार के सहरसा में गिरा पुल, आनन फ़ानन में करवाया गया मरम्मत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

अप्रोच पथ नहीं होने से तीन साल से बेकार पड़ा है कटिहार का यह पुल

पैन से आधार लिंक नहीं कराना पड़ा महंगा, आयकर विभाग ने बैंक खातों से काटे लाखों रुपये

बालाकृष्णन आयोग: मुस्लिम ‘दलित’ जातियां क्यों कर रही SC में शामिल करने की मांग?

362 बच्चों के लिए इस मिडिल स्कूल में हैं सिर्फ तीन कमरे, हाय रे विकास!

सीमांचल में विकास के दावों की पोल खोल रहा कटिहार का बिना अप्रोच वाला पुल