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DSLR कैमरा की बैटरी खराब होने की वजह एक महीने से पासपोर्ट का काम प्रभावित

किशनगंज शहर के रोलबाग मोहल्ला स्थित मुख्य डाकघर परिसर में बना पासपोर्ट सेवा केंद्र है। स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए 6 सितंबर 2019 को इस केंद्र का शुभारंभ किया गया था।

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किशनगंज शहर के रोलबाग मोहल्ला स्थित, ये मुख्य डाकघर परिसर में बना पासपोर्ट सेवा केंद्र है। स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए 6 सितंबर 2019 को इस केंद्र का शुभारंभ किया गया था।

लेकिन इन दिनों पासपोर्ट कार्यालय में एक छोटी सी गड़बड़ी के कारण समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। किशनगंज के पासपोर्ट आवेदकों को वेरिफिकेशन के लिए कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। पासपोर्ट के लिए टाइम स्लॉट लेने वाले लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है।

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दरअसल बात यह है कि पासपोर्ट सेवा केंद्र में बायोमेट्रिक लेने वाले कैमरे की बैटरी खराब हो गई है, जिस कारण कैमरा बीच-बीच में बंद हो जाता है, और फिर उसकी बैटरी को चार्ज करने में घंटों लग जाते हैं। यहां 1 दिन में दोपहर के 3:00 बजे तक 40 पासपोर्ट वेरिफिकेशन करने का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन आजकल इस लक्ष्य को पूरा करने में शाम के 7:00 बज जाते हैं। इससे वेरिफिकेशन कराने आए लोगों को या तो घंटों इंतजार करना पड़ता है या तंग आकर खाली हाथ ही घर लौटना पड़ता है।


आवेदक सोहेल अख्तर बताते हैं कि वह यहां दूसरी बार आए हैं जबकि पहली बार उन्हें वापस खाली हाथ लौटना पड़ा था। वह आगे कहते हैं कि यहां ऐसे बहुत से लोग हैं जो कई बार वापस जाकर आ रहे हैं। कई प्राइवेट नौकरी करने वाले लोग अपनी नौकरी छोड़कर यहां वेरिफिकेशन कराने आ रहे हैं।

वहीं एक अन्य आवेदक मोहम्मद तौहीद आलम ने बताया कि वह यहां तीसरी बार आ रहे हैं लेकिन अभी तक उनका काम नहीं हुआ है।

एक तरफ इस पासपोर्ट सेवा केंद्र में वेरिफिकेशन अधिकारी नहीं होने की वजह से पासपोर्ट सेवा केंद्र डाक विभाग की इकलौती महिला कर्मचारी चंपक लता के सहारे चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ विभाग की उदासीनता की वजह से इस कार्यालय में बायोमेट्रिक के लिए लगे डीएसएलआर कैमरे की बैटरी पिछले एक माह से खराब है, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। चंपक लता का कहना है कि विभाग से कई बार इस बारे में शिकायत की गई है लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया।

वहीं, लोगों की परेशानियों को लेकर जब किशनगंज के पोस्ट मास्टर से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत संबंधित विभाग के अधिकारियों से की गई है। लेकिन वहां से रोजाना एक ही जवाब आता है कि आज कल में बैटरी भेज दी जाएगी।

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