Main Media

Get Latest Hindi News (हिंदी न्यूज़), Hindi Samachar

Support Us

पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने पिता की अस्थियां मनिहारी गंगा घाट पर विसर्जित की

पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने गुरुवार को अपने पिता चंद्र नारायण यादव की अस्थियों का विसर्जन मनिहारी गंगा घाट पर पूरे विधि-विधान के साथ किया।

Mohammad Zaid Reported By Mohammad Zaid |
Published On :
purnia mp pappu yadav immersed his father's ashes at manihari ganga ghat

पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने गुरुवार को अपने पिता चंद्र नारायण यादव की अस्थियों का विसर्जन मनिहारी गंगा घाट पर पूरे विधि-विधान के साथ किया। इस भावुक अवसर पर सांसद पप्पू यादव अपने पिता को याद करते हुए फूट-फूट कर रो पड़े। इस दौरान सैकड़ों लोग उनके साथ उपस्थित रहे और उनके दुख में अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।


दिन के करीब 10 बजे सांसद पप्पू यादव सड़क मार्ग से मनिहारी पहुंचे, जहां अंबेडकर चौक पर बड़ी संख्या में उनके शुभचिंतक और स्थानीय नागरिक उनका इंतजार कर रहे थे। वहां से सभी लोग गंगा घाट की ओर रवाना हुए और नाव पर सवार होकर गंगा नदी के बीच में जाकर मुख्य धारा में अस्थि कलश का विसर्जन किया। पंडित के मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजा संपन्न हुई, जिसके बाद पप्पू यादव ने गंगा स्नान किया। इस दौरान पप्पू यादव ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि उनके जीवन में उनके पिता का बहुत बड़ा योगदान रहा है, और उन्होंने हमेशा उन्हें गरीब, मजलूम और जरूरतमंदों की मदद करने की शिक्षा दी।

Also Read Story

बिहार: पूर्णिया में कुख्यात इनामी डकैत बाबर का एनकाउंटर, छह अपराधी गिरफ्तार

बिहार: शौचालय की टंकी में उतरे मजदूर की मौत, बचाने गए तीन अन्य की हालत गंभीर

बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से भारतीय पासपोर्ट बनाते हुए गिरफ्तार

बिहार में इन 26 प्रखंडों में बनेंगे 30 बेड वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, निर्माण के लिए टेंडर निकला

कटिहार के कुरसेला में सांप का आतंक, 4 दिनों में 5 लोगों की मौत

Impact: पूर्णिया के अमौर में खाड़ी और रसेली के रिवाइज्ड एस्टीमेट को मिली सहमति

सुपौल, मधेपुरा और मुजफ्फरपुर में बनेंगे अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय, कैबिनेट से मिली स्वीकृति

पूर्णिया, कटिहार, खगड़िया और वैशाली में बनेंगे अनुमंडलीय न्यायालय भवन

पूर्णिया एयरपोर्ट के निर्माण में तेजी, 52.18 एकड़ भूमि का AAI को किया गया हैंड ओवर

भावुक हुए पप्पू यादव

सांसद पप्पू यादव ने कहा, “आज मैं अपने पिता की अस्थियों का विसर्जन करने मनिहारी गंगा घाट पहुंचा हूं। मेरे जीवन में मेरे पिता का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने मुझे सिखाया कि असली जन सेवक वही होता है जो जनता के दुख-सुख में हमेशा साथ रहे।” उन्होंने यह भी कहा कि आज वे जो कुछ भी हैं, उसमें उनके पिता, परिवार और जनता के आशीर्वाद का बहुत बड़ा हाथ है।


इस भावुक अवसर पर एसडीओ कुमार सिद्धार्थ, डीएसपी मनोज कुमार, थानाध्यक्ष पंकज आनंद, मुख्य पार्षद राजेश कुमार उर्फ लाखो यादव सहित कई अन्य स्थानीय अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

गौरतलब है कि पप्पू यादव के पिता चंद्र नारायण यादव का मंगलवार की सुबह लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था और उसी रात उनके पैतृक गांव खुर्दा मधेपुरा में पारिवारिक रीति-रिवाजों के साथ उनकी अंत्येष्टि संपन्न हुई थी।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

मो० जैद कटिहार जिले के मनिहारी प्रखंड से हैं। 2021 से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। अपनी पत्रकारिता के ज़रिए जनता की आवाज बनकर उनके हक के लिए सरकार से लड़ना चाहते हैं।

Related News

कटिहार: सांसद और विधायक ने किया मनिहारी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

अररिया में मूसलाधार बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ा

किशनगंज: कनकई और बूढ़ी कनकई नदी के उफान से दिघलबैंक में बाढ़, लोगों का पलायन जारी

कटिहार में बारिश व आंधी से केला की फसल बर्बाद

किशनगंज में भारी बारिश से नदियां उफान पर, ग्रामीण नदी कटाव से परेशान

किशनगंज के दिघलबैंक में स्कूल की चारदीवारी, रसोई और सड़क बूढ़ी कनकई नदी में समाई

पूर्णिया में स्कॉर्पियो ने युवक को रौंदा, गुस्साई भीड़ ने 24 घंटे बाद वाहन को फूंका

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

बिहार भू-सर्वे के बीच कैथी में लिखे दस्तावेजों को लेकर लोग परेशान

किशनगंज में लो वोल्टेज की समस्या से बेहाल ग्रामीण, नहीं मिल रही राहत

अप्रोच पथ नहीं होने से तीन साल से बेकार पड़ा है कटिहार का यह पुल

पैन से आधार लिंक नहीं कराना पड़ा महंगा, आयकर विभाग ने बैंक खातों से काटे लाखों रुपये

बालाकृष्णन आयोग: मुस्लिम ‘दलित’ जातियां क्यों कर रही SC में शामिल करने की मांग?