पूर्णिया के बायसी प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत गांघर पंचायत के वार्ड नं-1 स्थित मालोपाडा़ तेलंगा गांव में महानंदा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है, जिससे नदी कटाव ज़ोरों पर है। कटाव में अब तक लगभग आधा दर्जन घर विलीन हो गए हैं, जबकि दर्जनों घर कटाव की ज़द में हैं।
नदी कटाव में अपना घर और ज़मीन खो चुके पीड़ित बबलू, सत्यनारायण, फत्तू और राहिद ने बताया कि उनलोगों के पास रहने के लिए ज़मीन नहीं है। अपनी जमीन नहीं रहने के कारण बेबस होकर उनको बार-बार नदी किनारे घर बनाना पड़ता है। फिर अगले सैलाब में वो घर भी बह जाता है।
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“हमलोग जिंदगी से थक हार चुके हैं। रोज मजदूरी कर जीवनयापन करते हैं। अगर एक दिन काम मिलेगा तो काम कर खाएंगे, नहीं तो भूखे सोना पड़ता है। इस स्थिति में हम लोगों को अब जीने की कोई आस नहीं है। जिंदगी से तंग आ चुके हैं। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिये,” एक पीड़ित ने कहा।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लगभग पांच हज़ार की आबादी है। गांव पूरी तरह से महानंदा नदी से घिरा हुआ है। लोगों के घर, मंदिर, मस्जिद और सरकारी स्कूल कटान की ज़द में हैं। जिस तरह से महानंदा नदी में भीषण कटाव हो रहा है, ग्रामीणों को डर है कि स्कूल सहित धार्मिक स्थल भी कट जाएंगे। ग्रामीणों ने प्रशासन से कटाव निरोधक कार्य करवाने कि मांग की है।
स्थानीय उपमुखिया ने बताया कि लोगों का घर-जमीन नदी में कटकर विलीन हो गया है। उन्होंने प्रशासन से इस ओर ध्यान देने की मांग की है।
इस मामले में सीओ गणेश पासवान ने बताया कि मौके पर जाकर निरीक्षण किया जाएगा और आपदा विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
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