Main Media

Get Latest Hindi News (हिंदी न्यूज़), Hindi Samachar

Support Us

पूर्णिया: महानंदा में कटाव से आधा दर्जन घर नदी में समाए, दर्जनों मकान कटाव की ज़द में

पूर्णिया के बायसी प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत गांघर पंचायत के वार्ड नं-1 स्थित मालोपाडा़ तेलंगा गांव में महानंदा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है, जिससे नदी कटाव ज़ोरों पर है। कटाव में अब तक लगभग आधा दर्जन घर विलीन हो गए हैं, जबकि दर्जनों घर कटाव की ज़द में हैं।

Syed Tahseen Ali is a reporter from Purnea district Reported By Syed Tahseen Ali |
Published On :
purnia due to erosion in mahananda, half a dozen houses got submerged in the river, dozens of houses are under erosion

पूर्णिया के बायसी प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत गांघर पंचायत के वार्ड नं-1 स्थित मालोपाडा़ तेलंगा गांव में महानंदा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है, जिससे नदी कटाव ज़ोरों पर है। कटाव में अब तक लगभग आधा दर्जन घर विलीन हो गए हैं, जबकि दर्जनों घर कटाव की ज़द में हैं।


नदी कटाव में अपना घर और ज़मीन खो चुके पीड़ित बबलू, सत्यनारायण, फत्तू और राहिद ने बताया कि उनलोगों के पास रहने के लिए ज़मीन नहीं है। अपनी जमीन नहीं रहने के कारण बेबस होकर उनको बार-बार नदी किनारे घर बनाना पड़ता है। फिर अगले सैलाब में वो घर भी बह जाता है।

Also Read Story

बाढ़ से सहरसा में सैकड़ों घर कटान की ज़द में, घर तोड़ दूसरी जगह ले जा रहे लोग

बाढ़ प्रभावित सहरसा में सरकारी नाव उपलब्ध नहीं, लोग चंदा इकट्ठा कर बना रहे नाव

सहरसा में कोसी नदी के कटाव से सैकड़ों घर नदी में समाये, प्रशासन बेख़बर

कटिहार जिला के बरारी में घरों में घुसा बाढ़ का पानी

सुपौल: “हमें चूड़ा – पन्नी नहीं, पुनर्वास चाहिए”- बाढ़ पीड़ितों का धरना

सिक्किम में तीस्ता ने मचाई तबाही, देसी-विदेशी 1200 पर्यटक फंसे, राहत अभियान युद्ध स्तर पर

बिहार: मई में बढ़ेगी लू लगने की घटना, अप्रैल में किशनगंज रहा सबसे कम गर्म

बारसोई में ईंट भट्ठा के प्रदूषण से ग्रामीण परेशान

बिहार इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2023: इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने पर सरकार कितनी छूट देगी, जान लीजिए

“हमलोग जिंदगी से थक हार चुके हैं। रोज मजदूरी कर जीवनयापन करते हैं। अगर एक दिन काम मिलेगा तो काम कर खाएंगे, नहीं तो भूखे सोना पड़ता है। इस स्थिति में हम लोगों को अब जीने की कोई आस नहीं है। जिंदगी से तंग आ चुके हैं। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिये,” एक पीड़ित ने कहा।


ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लगभग पांच हज़ार की आबादी है। गांव पूरी तरह से महानंदा नदी से घिरा हुआ है। लोगों के घर, मंदिर, मस्जिद और सरकारी स्कूल कटान की ज़द में हैं। जिस तरह से महानंदा नदी में भीषण कटाव हो रहा है, ग्रामीणों को डर है कि स्कूल सहित धार्मिक स्थल भी कट जाएंगे। ग्रामीणों ने प्रशासन से कटाव निरोधक कार्य करवाने कि मांग की है।

स्थानीय उपमुखिया ने बताया कि लोगों का घर-जमीन नदी में कटकर विलीन हो गया है। उन्होंने प्रशासन से इस ओर ध्यान देने की मांग की है।

इस मामले में सीओ गणेश पासवान ने बताया कि मौके पर जाकर निरीक्षण किया जाएगा और आपदा विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Main Media (@mainmediahun)

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

सैयद तहसीन अली को 10 साल की पत्रकारिता का अनुभव है। बीते 5 साल से पुर्णिया और आसपास के इलाकों की ख़बरें कर रहे हैं। तहसीन ने नई दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई की है।

Related News

बारिश ने बढ़ाई ठंड, खराब मौसम को लेकर अगले तीन दिनों के लिये अलर्ट जारी

पूर्णिया : महानंदा नदी के कटाव से सहमे लोग, प्रशासन से कर रहे रोकथाम की मांग

बूढी काकी नदी में दिखा डालफिन

‘हमारी किस्मत हराएल कोसी धार में, हम त मारे छी मुक्का आपन कपार में’

कटिहार के कदवा में महानंदा नदी में समाया कई परिवारों का आशियाना

डूबता बचपन-बढ़ता पानी, हर साल सीमांचल की यही कहानी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

अप्रोच पथ नहीं होने से तीन साल से बेकार पड़ा है कटिहार का यह पुल

पैन से आधार लिंक नहीं कराना पड़ा महंगा, आयकर विभाग ने बैंक खातों से काटे लाखों रुपये

बालाकृष्णन आयोग: मुस्लिम ‘दलित’ जातियां क्यों कर रही SC में शामिल करने की मांग?

362 बच्चों के लिए इस मिडिल स्कूल में हैं सिर्फ तीन कमरे, हाय रे विकास!

सीमांचल में विकास के दावों की पोल खोल रहा कटिहार का बिना अप्रोच वाला पुल