बिहार के पूर्णिया जिलान्तर्गत बायसी में फिर से नदी कटाव का कहर शुरू हो गया है। प्रखंड की पुरानागंज पंचायत के बीनटोला भीखनपुर वार्ड संख्या 5 में पिछले 15 दिनों से भीषण कटाव हो रहा है जिससे नदी करीब 200 फीट गांव के नज़दीक आ गई है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले दो हफ़्तों में बीनटोला भीखनपुर गांव के करीब 2 दर्जन घर नदी कटाव का शिकार हो चुके हैं। कटाव की रफ़्तार इतनी तेज़ है कि गांव में लगा एक बिजली का खंभा समेत चटांगी हाट जाने वाली पीसीसी सड़क करीब 100 मीटर नदी में विलीन हो गई। ग्रामीण लगातार नदी में घरों के विलीन होने से भयभीत हैं और गांव का अस्तित्व बचाने के लिए जनप्रतिनिधियों और सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगा रहे हैं।
Also Read Story
ग्रामीणों के अनुसार, बिजली का खंभा गिरने से गांव में कई दिन बिजली गायब रही। बाद में ग्रामीणों ने किसी तरह अपने खर्च पर बिजली व्यवस्था बहाल कराई। नदी कटाव से बेघर होने वाले परिवार सड़क के किनारे रहने को मजबूर हैं।
बीनटोला भीखनपुर वार्ड-5 के इस महादलित गांव के लोग प्रशासन और जन प्रतिनिधियों के उदासीन रवैये से खासे निराश हैं। उनका कहना है कि वे स्थानीय मुखिया से लेकर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के पास तक गए लेकिन आश्वासन के बावजूद उन्हें किसी तरह की मदद नहीं मिली।
“पश्चिम तरफ से 25-26 घर कट कर खत्म हो गये। हमलोग मुखिया के पास गए लेकिन अभी तक मुखिया आकर नहीं देखा। पिछले साल 10-12 घर कटे थे, तो कर्मचारी लोग आया, सबका नाम लिख कर ले गया था लेकिन अभी जो कटान हो रहा है उसका राहत करने वाला कोई नहीं है,” एक ग्रामीण ने कहा।
पास खड़े एक अन्य ग्रामीण बोले, “यहां से जो लोग भाग कर जा रहे हैं उनके रहने, खाने का कोई साधन नहीं है। सब यहां महादलित गरीब आदमी है। हम प्रशासन से मांग करते हैं कि किसी तरह से हमलोग को आकर बचाए। मुखिया जी भी नहीं आए हैं, उनके घर पर भी गए हैं। पप्पू यादव के पास भी परसों गए थे हमलोग। वह बोले कि हम आदमी भेजेंगे।”
नदी में बहने वाले घरों में महेश्वर महतो, बाबू लाल महतो, बीरछा महतो, देव महतो, सोनेलाल महतो, कमल महतो, रंगीला महतो, बेचू महतो, राजेश महतो, उदय चन्द्र महतो, मनोज महतो, रामदास महतो, राजेन्द्र महतो, त्रिवेणी महतो, भारत महतो, अर्जुन महतो के घर शामिल हैं।
वहीं, पुरानागंज पंचायत के मुखिया जबीह अहमद ने बताया कि आपदा विभाग और बायसी प्रशासन को लिखित आवेदन देकर कटाव निरोधक कार्य करवाने की मांग की गई थी। प्रशासन की टीम जांच के लिए पहुंची भी थी लेकिन राहत कार्य जांच तक ही सीमित रह गया और अब तक कोई कार्य नहीं हुआ।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।