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पीएम मोदी ने किया ऐतिहासिक कोसी रेल महासेतु का उद्घाटन, बोले — आज देश का हर हिस्सा रेल से जुड़ रहा

Reported By Sahul Pandey |
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[vc_row][vc_column][vc_column_text]प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज बिहार में वर्चुअल रैली कर रहे हैं। इस रैली में उन्होंने बिहार को योजनाओं की चौथी किस्त दी। चौथी किस्त में जिस एक योजना की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वो है बिहार में हाल ही में तैयार हुआ ऐतिहासिक कोसी रेल महासेतु।

प्रधानमंत्री मोदी ने आज इस महासेतु से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस योजना के साथ ही पीएम ने यात्री सुविधाओं से जुड़ी 12 रेल परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। मोदी ने जिन 12 रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया उसमें किउल नदी पर एक रेल सेतु, दो नई रेल लाइनें, पांच विद्युतीकरण से संबंधित, एक इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव शेड और बाढ़ और बख्तियारपुर में तीसरी लाइन परियोजना शामिल है।

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आपको बता दें कि साल 1887 में निर्मली और भापतियाही के बीच मीटर गेज लिंक बना था। कोसी क्षेत्र में में बने इस लिंक को 1934 में आए भारी और नेपाल भूकम्प में भारी तबाही झेलनी पड़ी। यह पुल पूरी तरह से तबाह हो गया था। इसके बाद इसके फिर से निर्माण करने की कोशिश हुई लेकिन इस इलाके के लिए अभिशाप बन चुकी कोसी की तेज धार के कारण यह संभंव नहीं हो सका।

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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2003—04 में इस परियोजना को हरी झंडी दिखा दी। लेकिन सरकार बदलने के कारण काम अटक गया। केन्द्र में मोदी सरकार के आने के बाद अब यह सेतु बन कर तैयार हो चुका है। इस सेतु की लम्बाई 1.9 किलोमीटर है और इसके निर्माण पर 516 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।

 

पीएम ने एक दर्जन प्रोजेक्ट्स लोकार्पण किया

 

बर्चुअल रैली के दौरान पीएम ने करीब एक दर्जन प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शुभारंभ किया। इस दौरान पीएम ने अपने संबोधन में कहा — “आज बिहार में रेल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में नया इतिहास रचा गया है. कोसी महासेतु और किउल ब्रिज के साथ ही बिहार में रेल यातायात, रेलवे के बिजलीकरण, रेलवे में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने, नए रोज़गार पैदा करने वाले एक दर्जन प्रोजेक्ट्स का आज लोकार्पण और शुभारंभ हुआ है। उन्होंने कहा कि आज आत्मनिर्भरता औऱ आधुनिकता की प्रतीक, वंदे भारत जैसी भारत में बनी ट्रेनें रेल नेटवर्क का हिस्सा बन रही हैं। रेलवे में विकास से आज देश के अनछुए हिस्सों से जुड़ने में मदद हो रही है। पीएम ने कहा कि रेलमार्गों के चौड़ीकरण और बिजलीकरण की व्यवस्था का तेजी से विस्तार हो रहा है”।

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