बिहार के किशनगंज जिले के अलग अलग क्षेत्रों में बिजली की लचर व्यवस्था से नाराज़ लोगों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। ठाकुरगंज में पिछले 72 घंटे से बिजली आपूर्ति ठप रहने से आक्रोशित लोगों ने चौक चौराहे पर आगजनी कर बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की और बिजली विभाग के विरोध में मार्च निकाला।
प्रदर्शन में शामिल ठाकुरगंज नगर पंचायत के मुख्य पार्षद सिकंदर पटेल ने कहा कि सोमवार 17 जून की रात से बिजली आपूर्ति नहीं होने से लोग काफी परेशान हैं। बिजली लोगों की मूलभूत आवश्यकता है। करीब 70 घंटे से बिजली न होने के कारण ठाकुरगंज के लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। उन्होंने बिजली व्यवस्था में सुधार की मांग की और कहा कि अगर भविष्य में स्थिति में सुधार नहीं आया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
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तीन दिन पहले तेज़ बारिश और बिजली गरजने के बाद से ठाकुरगंज में बिजली नदारद है। स्थानीय निवासी रफ़ीक़ आलम ने कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण क्षेत्र की बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है। कई दिनों से बिजली नहीं होने से जनता काफी परेशान है।
शफ़ीक़ आलम कहते हैं, “छोटी मोटी बारिश में तीन दिन, चार दिन तक बिजली न दी जाए तो जनता पर क्या गुजरती होगी, यह जनता ही समझती है। यह बिजली विभाग की घोर लापरवाही है। बिजली विभाग को जवाब देना चाहिए कि क्यों इस तरह से जनता की दुर्गति हो रही है।”
इंसुलेटर लगाने में घोटाले का आरोप
वहीं स्थानीय जिला परिषद प्रतिनिधि अहमद हुसैन ने कहा कि ठाकुरगंज से सटे पश्चिम बंगाल के क्षेत्रों में बारिश के एक दो घंटे के अंदर ही बिजली आ जाती है लेकिन ठाकुरगंज में कई दिनों तक बिजली बहाल नहीं की जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में बिजली इंसुलेटर लगाने में बड़ा घोटाला किया गया है जिस कारण बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
“बगल में बंगाल है, वहां ऐसे मामले में एक से दो घंटे में बिजली आ जाती है। बिहार में जब इंसुलेटर लग रह था तब बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। मैं माननीय डीएम साहब से मांग करता हूँ कि लापरवाही करने वाले अधिकारी पर कार्रवाई हो,” अहमद हुसैन बोले।
भाजपा महामंत्री बिजली प्रसाद सिंह ने ठाकुरगंज की खराब बिजली व्यवस्था के लिए बिजली विभाग को दोषी ठहराने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि जिन ठेकेदारों ने इंसुलेटर लगवाया था, उनपर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने बिहार सरकार से मांग की कि बिजली के कामों को सरकार अपने अधीन कराये ताकि भ्रष्टाचार को रोका जा सके।
कोचाधामन में हाइवे जाम कर जोरदार प्रदर्शन
किशनगंज के कोचाधामन प्रखंड के मस्तान चौक स्थित किशनगंज-बहादुरगंज मुख्य मार्ग को जाम कर लोगों ने बिजली विभाग के विरुद्ध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला जलाया और बिजली विभाग के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन में शामिल जिला परिषद सदस्य नासिक नादिर ने कहा कि बार बार लो वोल्टेज और इंसुलेटर ब्लास्ट का बहाना बनाकर बिजली काट दी जाती है। बिजली नहीं होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा, “हमारे बगल में बंगाल है, वहां दो से चार घंटे में बिजली ठीक हो जाती है लेकिन कोचाधामन में ऐसी स्थिति क्यों? दिल्ली पंजाब में 200 यूनिट फ्री बिजली मिल रही है हमारे बिहार में इतनी मनमानी! बार बार इंसुलेटर उड़ जाता है आखिर किस तरह के उपकरण आप लगाते हैं कि उड़ जाता है। 72 घंटे से लगातार लाइट नहीं है। ब्लॉक, थाने में कोई ऑनलाइन काम नहीं हो पा रहा है, लोग बहुत परेशान हैं।”
आगे उन्होंने कहा कि बिजली विभाग में कर्मियों की भारी कमी है जिसे जल्द पूरी करने की आवश्यकता है। अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो राज्य सरकार और बिजली विभाग के विरुद्ध बड़ा आंदोलन किया जायेगा।
“स्टाफ की बहाली करने की जरूरत है। जो पदाधिकारी है उसकी कोई गलती नहीं है, मैं देखता हूँ कि पदाधिकारी रात 12 बजे तक फील्ड पर रहते हैं। 15 पंचायत में सिर्फ 9 स्टाफ हैं। जिले में बिजली विभाग के स्टाफ की संख्या बढ़ायी जाये,” नासिक नदीर बोले।
आक्रोशित लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर किया प्रदर्शन
जिले के ठाकुरगंज प्रखंड स्थित बेसरबांटी और चुरली पंचायत में पिछले पांच दिनों से बिजली गुल रहने से ग्रामीण बेहद परेशान हैं। आक्रोशित ग्रामीणों ने पिपड़ी थान चौक के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 327E को जाम कर बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान सिलीगुड़ी – अररिया मुख्य मार्ग पूरी तरह से बाधित रहा।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से बिजली ठप रहने से मोबाइल, इनवर्टर और बाकी उपकरण ठप पड़ गये हैं। बिजली न होने से लोगों के घरों में टंकी का पानी भी खत्म हो चुका है जिससे लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है। उन्होंने जिला प्रशासन और बिजली विभाग से जल्द बिजली बहाल करने की मांग की।
प्रदर्शन कर रहे तेज नारायण ने कहा, “यहां 5 दिन से पूरे इलाके में बिजली नहीं है। बिजली विभाग के सारे पदाधिकारियों का नंबर बंद है। हमलोग किस से आश्वासन लेंगे? हमारे घरों की चारों तरफ जलजमाव की स्थिति है। सांप, बिच्छू घर में घुसता है। यहां लोग मोमबत्ती जलाकर रात गुज़ारते हैं। डीएम साहब बोले थे कि चुरली और गलगलिया में रात तक बिजली बहाल हो जायेगी लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।”
बिजली न मिलने पर महिलाओं ने भी किया चक्का जाम
बिजली बहाली की मांग को लेकर दर्जनों की संख्या में महिलाएं भी हाइवे पर प्रदर्शन करती दिखीं। उन्होंने बताया कि हल्की बारिश और हवा चलने से बिजली कई दिनों तक काट दी जाती है और फिर कोई देखने तक नहीं आता।
“पांच दिन से लाइट नहीं है। पीने का पानी नहीं मिल रहा है, हमलोग अँधेरे में हैं। बच्चे लोग को पढ़ाई लिखाई में बहुत दिक्कत हो रही है। जब तक कोई अफसर नहीं आएगा और हमारी समस्या का हल नहीं देगा, हमलोग जाम नहीं छोड़ेंगे। हमलोग को न्याय चाहिए। रोज़ कहा जाता है कि आज समस्या का हल हो जायेगा लेकिन क्यों नहीं हो रहा है।,” प्रदर्शन में शामिल बॉबी देवी ने कहा।
लचर बिजली व्यवस्था पर क्या बोले किशनगंज सांसद
किशनगंज के अलग अलग क्षेत्रों में खराब बिजली व्यवस्था को लेकर हो रहे प्रदर्शनों के बीच किशनगंज सांसद मोहम्मद जावेद आजाद ने बिहार सरकार को सवालों के घेरे में लिया। उन्होंने कहा कि निम्नस्तर के केबल और इंसुलेटर का प्रयोग किये जाने से बार बार जिले में बिजली कटने की समस्या उत्पन्न हो रही है। हल्की बारिश से बिजली का तार टूटना और इंसुलेटर का ब्लास्ट होना, चिंता का विषय है।
वह कहते हैं, “आज जो बिजली की स्थिति हमारे किशनगंज में है वो बहुत दयनीय है। जो तार लगाने की बात थी वो बहुत निम्न स्तर का है। ज़रा सी बारिश होने से फ्यूज उड़ जाता है, इंसुलेटर खराब हो जाता है।”
किशनगंज सांसद ने आगे कहा कि लो क्वालिटी के बिजली के केबल और इंसुलेटर के चलते आये दिन बिजली सप्लाई में गड़बड़ी देखी जा रही है जिससे जनता काफी परेशान है। उन्होंने मुख्यमंत्री और बिजली मंत्री से केबल, ट्रांसफ़ॉर्मर और इंसुलेटर सप्लाई को लेकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
“मैं हमारे आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश जी और बिजली मंत्री से मांग करता हूँ कि ये जो इंसुलेटर, ट्रांसफार्मर और तार है इसकी उच्च स्तरीय जांच हो। लोगों का कहना है और हमारा भी मानना है कि निम्न स्तर के बिजली उपक्रमण का इस्तेमाल किया जा रहा है, इसकी जांच हो और कार्रवाई हो। बिजली की स्थिति जल्द से जल्द सुधारने की कोशिश करें ताकि हमारे लोगों को तकलीफ न हो,” सांसद मोहम्मद जावेद ने कहा।
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