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कटिहार: इस ख़तरनाक चचरी पुल से रोज़ाना गुज़रते हैं 20 से अधिक गांव के लोग

बारसोई प्रखंड की चांदपाड़ा पंचायत में महानंदा नदी की एक सहयोगी धारा खुड़ा धार पर बांस के बने पुल से हर घंटे सैकड़ों लोग पैदल या दो पहिया वाहनों को लेकर गुज़रते हैं।

Aaquil Jawed Reported By Aaquil Jawed |
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कटिहार जिले के बारसोई प्रखंड की चांदपाड़ा पंचायत में महानंदा नदी की एक सहयोगी धारा खुड़ा धार पर बांस के बने पुल से हर घंटे सैकड़ों लोग पैदल या दो पहिया वाहनों को लेकर गुज़रते हैं।

हम जब इस चचरी के पुल पर पहुंचे तो हमें एक व्यक्ति दिखे जो पुल से गुजरने वालों से पैसे ले रहे थे। पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने इस चचरी पुल को बनाया है और वह पुल का किराया वसूल कर रहे हैं।

बारसोई से नजदीक होने के कारण बांस का यह पुल काफी व्यस्त रहता है। आसपास के लगभग 15 से 20 गांवों के लोग इसका इस्तेमाल प्रखंड मुख्यालय, बारसोई बाजार, बैंक, रेलवे स्टेशन और स्कूल आदि जाने के लिए करते हैं।


स्थानीय निवासी मोहम्मद इसराइल ने बताया कि रोज़ाना इस चचरी पुल से हजारों लोग गुजरते हैं। देर शाम तक लोगों का आना जाना लगा रहता है।

वार्ड सदस्य मो. मन्नान ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय से लेकर बैंक और स्कूल जाने के लिए इसी रास्ते का इस्तेमाल करना पड़ता है। बाढ़ के दिनों में काफी भीड़ बढ़ जाती है। लोग जोखिम उठाकर नाव से नदी पार करते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय विधायक और सांसद ने पुल बनाने का आश्वासन दिया था लेकिन आश्वासन से निष्पादन का सफर आज तक तय नहीं हो सका है।

सब्जी विक्रेता जलालू दास रांगामटिया हाट में अपनी दुकान लगाते हैं। सब्ज़ी लेने के लिए उन्हें बारसोई की मंडी में जाना पड़ता है। वह कहते हैं कि आसान रास्ते के रूप में वह इसी चचरी पुल का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि दूसरे रास्ते से दस पंद्रह किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है। साइकिल पर सब्जी लाद कर इतनी दूरी तय करना बेहद मुश्किल हो जाता है। जलालु दास की ही तरह सब्ज़ी विक्रेता बुधन सिंह भी पक्के पुल न होने से कठिनाइओं का सामना करते हैं।

मोहम्मद समद रांगामटिया में गैरेज चलाते हैं। अक्सर उन्हें माल लेने के लिए बारसोई जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जब कटिहार के सांसद दुलाल सिंह रंगामटीया हाट आए थे, तो उन्होंने यहां पक्का पुल बनवाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक उसका कोई परिणाम नहीं निकला।

इसको लेकर हमने कटिहार के सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी से फ़ोन पर बात की, तो उन्होंने जल्द ही पुल निर्माण का भरोसा दिया और कहा कि हमने पुल का प्रस्ताव आगे रखा है और हमलोग लगातार इस काम को करवाने के लिए लगे हुए हैं।

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Aaquil Jawed is the founder of The Loudspeaker Group, known for organising Open Mic events and news related activities in Seemanchal area, primarily in Katihar district of Bihar. He writes on issues in and around his village.

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