हैदराबाद सीट से लोकसभा सांसद और AIMIM प्रमुख असुद्दीन ओवैसी द्वारा शपथ ग्रहण के बाद “जय फलस्तीन” के नारे पर हुए विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने कहा कि सबको अपनी बात रखने का अधिकार है। पप्पू यादव ने किशनगंज में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए ये बातें कहीं।
पप्पू यादव लोकसभा में शपथ ग्रहण के बाद शनिवार को बागडोगरा एयरपोर्ट से पूर्णिया लौटने के दौरान सड़क मार्ग होते हुए किशनगंज पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने किशनगंज में अपने समर्थकों से मुलाक़ात की। समर्थकों से मुलाक़ात के बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित किया।
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इसी दौरान जब एक पत्रकार ने उनको ओवैसी के शपथ ग्रहण के बाद “जय फलस्तीन” नारा लगाने पर हुए विवाद को लेकर सवाल पूछा तो पप्पू यादव ने उनका बचाव करते हुए कहा कि ओवैसी “सेव फलस्तीन” की बात कर रहे थे।
“(शपथ ग्रहण में) कोई आ रहा है कह रहा है हर-हर महादेव, कोई जय श्रीराम, कोई अपनी-अपनी जाति के भगवान का नारा, कोई हिन्दू राष्ट्र। जिसको जो अपना अधिकार है…यदि वह सेव फलस्तीन की बात कर रहे हैं तो भैया सबको अपना राइट (अधिकार) है बात करने का। उसमें आपको-हमको पेट में दर्द क्यों?,” उन्होंने कहा।
उन्होंने आगे कहा, “जितने लोग आये संस्कृत में श्लोक, अपनी-अपनी जाति के भगवान का जयकारा, अपने-अपने नेता का गणेश परिक्रमा (किया)। तो सबको अपना राइट है, अधिकार है अपने तरीक़े से जीने का। यदि AIMIM ने जी लिया, बोल दिया। और लोग भी तो कोई हिन्दू राष्ट्र, कोई कोनो (कोई) राष्ट्र, कोई कोनो (कोई) मांग सब कर ही रहा है।”
बताते चलें कि असुद्दीन ओवैसी ने शपथ ग्रहण के बाद “जय मीम, जय भीम, जय तेलंगाना, जय फलस्तीन” का नारा लगाया था। ओवैसी के “जय फलस्तीन” नारे पर विवाद हो गया था।
NEET पेपर लीक पर भी जमकर बरसे
NEET पेपर लीक मामले को लेकर पप्पू यादव केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि NTA के डायरेक्टर को बचाने के लिए सीबीआई को इन्क्वायरी दी गई है। पप्पू यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले दस वर्षों से सभी परीक्षाओं का प्रश्नपत्र लीक हो रहा है।
“जो NTA के डायरेक्टर हैं वह पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ काम करते थे, और वह एक बड़े केन्द्रीय मंत्री के रिश्तेदार हैं। उनको बचाने के लिये सीबीआई इन्क्वायरी की गई है। #RENEET की बात हम शुरू दिन से बोल रहे हैं। पूरे देश का ये लोग राजनीतिकरण कर रहा है,” उन्होंने कहा।
पूर्णिया सांसद ने आगे कहा, “परसों जब हमलोगों ने NEET के सवाल पर चर्चा करना चाहा, राहुल गांधी जी ने सरकार से अपेक्षा की कि हमलोग मिलकर बच्चों के भविष्य के बारे में पहले सोचें। बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं। देश के बच्चे डरे हुए हैं। उसके भीतर सुरक्षा का भाव ज़रूरी है। यह जो राषट्रपति का अभिभाषण है, यह हमलोग बाद में भी कर लेंगे।”
NTA को एक एनजीओ बताते हुए पप्पू यादव ने कहा कि सरकार को निर्णय लेना होगा कि वे एक एनजीओ द्वारा परीक्षा आयोजित नहीं करवायेंगे। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इसके लिये एक ऑटोनोमस बॉडी बने और परीक्षाओं को नियंत्रित करने के लिये एक रेगुलेटरी कमिटी बने।
“लोकतंत्र को तानाशाह की तरह चलाया जा रहा है”
केन्द्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए पप्पू यादव ने कहा कि लोकतंत्र को तानाशाही की तरह चलाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा और राज्यसभा में माइक बंद करना और कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को तू-तड़ाक कह कर संबोधित करना लोकतांत्रिक तरीक़ा नहीं है।
“लोकतंत्र को तानाशाह की तरह चलाया जा रहा है लोकसभा में। राज्यसभा में भी बंद कर दिये गये माइक, लोकसभा में भी बंद कर दिये गये। जिस तरह से दीपेन्द्र हुड्डा साहब को तू-तड़का किया गया, मुझे लगता है कि यह लोकतांत्रिक तरीक़ा नहीं है और ना ही यह सदन की मर्यादा है,” उन्होंने कहा।
सांसद ने आगे कहा, “रचनात्मक और साकारात्मक काम करने में यह गवर्मेंट फेल है। यह गवर्मेंट युवाओं की आवाज़ को दबाना चाहती है। इंडिया गठबंधन के सारे नेता चाहते हैं कि आप (सरकार) युवाओं की आवाज़ सुनिये। और उसके राइट्स (अधिकारों) की सुरक्षा हो। बच्चों के भविष्य को ख़त्म ना किया जाये। यह इम्पोर्टेंट है, लेकिन, वहां तानाशाह की तरह बोलने नहीं दिया जाता है। सरकार सिर्फ अपना एजेंडा चलाना चाहती है।”
‘विशेष राज्य के दर्जे पर कोई कंपर्माइज़ नहीं’
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के सवाल पर पप्पू यादव ने कहा कि ये उनकी पहली मांग है और वह इस मुद्दे से पीछे हटने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार बिहार के साथ सौतेला व्यवहार करेगी तो यहां के लोग भी सीमांचल को अलग राज्य बनाने की मांग कर देंगे।
“हमने शपथ के दिन ही #RENEET और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा पर बोल दिया है। इस पर कौन कम्प्रोमाइज़ होगा भैया? सवाल ही नहीं उठता है। यदि इसी तरह ये (केन्द्र सरकार) सौतेलेपन का व्यवहार करते रहे और हमारे इलाक़े को नज़रअंदाज़ करते रहे, तो उत्तर प्रदेश में यह तीन स्टेट बनाने की बात कर रहे हैं तो लोग यहां भी सीमांचल की डिमांड कर देगा। कल कह देगा हमको सीमांचल स्टेट दे दो। उस वक्त हम कुछ नहीं कर पायेंगे क्योंकि हम सीमांचल के साथ खड़े होंगे,” उन्होंने कहा।
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