पूर्णिया लोकसभा सीट पर पप्पू यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़कर राजद के संतोष कुशवाहा को 23,847 मतों से हराया। अपनी इस जीत के बाद बुधवार को उन्होंने पूर्णिया में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने समर्थकों को संबोधित किया। अपनी जीत पर पप्पू यादव ने पूर्णिया के लोगों का धन्यवाद किया और कहा कि उनकी जीत गरीब, पिछड़े और आम आदमी की जीत है।
पप्पू यादव ने कहा कि उनको पूर्णिया के हर वर्ग के लोगों का साथ मिला। पूर्णिया का हर इंसान जो अपने हक की लड़ाई लड़ना चाहता था उसने उनपर भरोसा जताया। आगे उन्होंने कहा कि कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र को भाजपा का गढ़ कहा जाता था लेकिन वहां भी उन्हें बढ़त मिली। पूर्णिया में उन्हें हर धर्म, जाति और वर्ग के लोगों ने उन्हें वोट दिया।
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“मुसलमान और आदिवासी ने माहौल बनाया”
पप्पू यादव ने अपनी जीत में मुसलमान और आदिवासियों के योगदान को निर्णायक बताया। “सबसे ज़्यादा अगर इस पूर्णिया में किसी ने माहौल बनाया कि पप्पू यादव की जीत होकर रहेगी तो वो मुसलमान और आदिवासियों ने बनाया। मैं अगर सच्चाई को स्वीककार न करूँ तो मुझे राजनीति छोड़ देनी चाहिए,” पप्पू भावुक होते हुए बोले।
आगे उन्होंने कहा कि हर गरीब आदमी के घर उनकी जीत की दुआएं हो रही थीं। लोगों ने उनकी जीत के लिए मन्नतें मांगीं। वह कहते हैं, “जहां जहां लोगों ने मन्नत मानी चाहे मंदिर, मस्जिद-मज़ार, चर्च, गुरुद्वारा, मैं वहां उनके साथ जाऊँगा।”
पप्पू यादव ने पूर्णिया में हुई उनकी जीत को देश भर के लिए एक मिसाल बताया। उन्होंने कहा, “पूरे देश के नेता जो जात, धर्म, नफरत और हिन्दू मुसलमान पर चुनाव लड़ते हैं, दूसरी जाति को गाली देकर लड़ते हैं, उनके लिए पूर्णिया का चुनाव एक सीख है। चुनाव केवल सेवा, मोहब्बत और संघर्ष से हो सकता है, नफरत से नहीं। नफरत में इंसान मर जाता है और प्यार में इंसान ज़िंदा हो जाता है।”
चौथी बार पूर्णिया के सांसद बने पप्पू यादव ने अपने संबोधन में माफ़ियाओं के खिलाफ संघर्ष का एलान किया। उन्होंने कहा कि जमाबंदी व म्यूटेशन में धांधली करने वालों और अवैध नर्सिंग होम और डॉक्टर माफ़ियाओं की चलने नहीं देंगे। नवनिर्वाचित सांसद ने चेतावनी दी कि कोई भी यदि गरीब को ठगेगा तो उसे पूर्णिया में रहने नहीं दिया जाएगा।
तेजस्वी को बताया अहंकारी
पप्पू यादव ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि तेजस्वी के अहंकार की वजह से बिहार की कई सीटें एनडीए गठबंधन जीत गईं। अगर राजद उनको हराने की जिद न करता तो बिहार में कई सीटों पर इंडिया गठबंधन जीतकर केंद्र में सरकार बना चुकी होती।
“एक मेरे छोटे भाई के अहंकार के कारण आज सीमांचल, कोसी, मिथिला, भागलपुर, जमुई, छपड़ा, गोपालगंज, सिवान में एक भी सीट नहीं है। आज अगर हम 25 सीट जीत गए होते तो हम आज दिल्ली में शपथ लिए होते। सिर्फ पप्पू यादव को ख़त्म करने के लिए सीमांचल, कोसी और मिथिला को समाप्त कर दिया,” उन्होंने कहा।
पप्पू यादव ने पूर्णिया से राजद की उम्मीदवार बीमा भारती पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीमा भारती की लड़ाई नोटा के साथ हुई। 26 अप्रैल को हुए मतदान में बीमा भारती को 27,120 वोट मिले वहीं नोटा पर जाने वाले मतों की संख्या 23,834 रही।
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