Main Media

Get Latest Hindi News (हिंदी न्यूज़), Hindi Samachar

Support Us

मुकुल रॉय का TMC से BJP और वापस BJP से TMC का सफर

पश्चिम बंगाल (West Bengal) के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी (BJP) ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को बड़े-बड़े सपने दिखाकर अपने कुनबे में शामिल करने में कामयाबी हासिल की थी। लेकिन चुनाव में इतनी बड़ी हार के बाद अब वो कुनबा तितर-बितर होना शुरू हो गया है।

Reported By Brijesh Goswami |
Published On :
Mukul Roy TMC BJP

पश्चिम बंगाल (West Bengal) के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी (BJP) ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को बड़े-बड़े सपने दिखाकर अपने कुनबे में शामिल करने में कामयाबी हासिल की थी। लेकिन चुनाव में इतनी बड़ी हार के बाद अब वो कुनबा तितर-बितर होना शुरू हो गया है। इस कुनबे में से 11 जून, शुक्रवार को बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल राय और उनके बेटे सुभ्रांशु राय ने अलग होने का फैसला कर लिया। दोनों का स्वागत ममता के भतीजे और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने प्रेस कांफ्रेंस में गले लगाकर किया। जिसका वीडियों ममता बनर्जी के फेसबुक पेज पर भी शेयर किया गया। वैसे तो बड़े-बड़े बीजेपी नेताओं ने मुकुल और बेटे के बाहर जाने पर तो कुछ खास नहीं कहा लेकिन बंगाल बीजेपी में डर साफ दिख रहा है। क्योंकि भाजपा के प्रदेश महासचिव सायंतन बसु ने कह दिया है कि अब अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति बनाई जाएगी। जिससे उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी जो पार्टी के खिलाफ जा रहे है।


मुकुल रॉय ने साफ किया कि बीजेपी में कोई नहीं बचेगा

करीब 14 मिनट की शुरुआत मुकुल रॉय और उनके बेटे सुभ्रांशु रॉय के टीएमसी ज्वाइन करने से हुई। इसके बाद मुकुल रॉय और ममता बनर्जी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देना शुरु किया। मुकुल रॉय से जब सवाल किया गया कि टीएमसी छोड़कर आपने ममता बनर्जी और अभिषेक पर बहुत हमले किए, फिर अब आप वापस आ रहे है, आपकी विचारधारा क्या है? इस पर मुकुल रॉय ने बोला कि मैं तो बीजेपी छोड़कर टीएमसी में आ गया हूं और जो स्थिति अभी बंगाल में बीजेपी की है उसमें कोई बीजेपी में नहीं रहेगा। हालांकि ममता बनर्जी ने भी माना कि और लोग टीएमसी में आ रहे है।

Also Read Story

नीतीश कुमार के बेटे निशांत के जदयू में शामिल होने की चर्चा की वजह क्या है?

आंदोलनों की आलोचना करने वाले प्रशांत किशोर आंदोलन में क्यों कूदे?

सड़क हादसे में विधायक व पूर्व मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि जख्मी

बिहार में ‘माई-बहन योजना’ का वादा क्या राजद की नैया पार लगाएगा?

Tejashwi Yadav Interview: क्या है 2025 बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राजद का प्लान?

बिहार उपचुनाव परिणाम राजद के लिए खतरे की घंटी!

तरारी उपचुनाव: क्या भाजपा व भाकपा-माले के मुकाबले को त्रिकोणीय बना पाएगा जन सुराज?

पश्चिम बंगाल: गोआलपोखर के पूर्व विधायक हफ़ीज़ आलम सैरानी का निधन

बिहार उपचुनाव: ‘नई राजनीति’ का दावा करने वाले PK सियासत की पुरानी राह पर क्यों चल पड़े?

सुवेंदु अधिकारी की बाते आते ही ममता ने कह दिया प्रेस कांफ्रेंस अब खत्म

ममता बनर्जी से जब फिर से विचारधारा को लेकर सवाल किया गया तो ममता पत्रकारों पर भड़क गई। ममता ने साफ लब्जों में बोला दिया कि मुझसे विचारधारा के बारे में सवाल मत करो। मुकुल रॉय ने पार्टी ज्वाइन की है यही फाइनल है और हम इसका स्वागत करते है। बीजेपी जो करती है, वो हम नहीं करते है, हम जो करते है वो सबके सामने है। ये मुकुल रॉय की स्वंय की इच्छा है कि वो बीजेपी के साथ नहीं रह सकते है। फिर इसके बाद प्रेस कांफ्रेंस में मुकुल रॉय से एक और सवाल किया गया कि आपके साथ चार पांच लोग आने वाले थे वो कब आएंगे? इस पर मुकुल रॉय ने कहा कि आगे देखते है कितने और लोग आते है। इसके तुरंत बाद जैसे ही सुवेंदु अधिकारी की बात आई, ममता ने माइक उठाया और बोल दिया कि प्रेस कांफ्रेस खत्म हुई।


मुकुल रॉय ने 4 साल और सुभ्रांशु राय ने 2 साल बाद की वापसी

मुकुल रॉय ने अपने बेटे सुभ्रांशु के साथ टीएमसी में शामिल होने से पहले ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी और कई सारे बड़े नेताओं के साथ मुलाकत की थी। हालांकि मुकुल रॉय के टीएमसी छोड़ने की अटकले बंगाल विधानसभा चुनाव होने के बाद से ही चल रही है, क्योंकि वो बीजेपी से दूरी बनाकर चलते नजर आ रहे थे और हाल ही में अभिषेक बनर्जी, मुकुल रॉय से खुद मिलने भी गए थे। इसके बाद 11 जून शाम साढ़े चार बजे के बाद पक्का हो गया कि दोनों नेता टीएमसी में वापस आ रहे है। मुकुल रॉय ने बताया कि वो लिखित में जारी करके बताएंगे कि उन्होंने बीजेपी क्यों छोड़ दी। आपकों याद दिला दे कि 2016 में नारदा घूस खोरी ममाले के सामने के बाद मुकुल रॉय ने 2017 में बीजेपी ज्वाइन करी ली थी। फिर इसके बाद 2019 में उनके बेटे ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Related News

सहरसा में CPI ने 17 सूत्री मांगों के साथ विशाल प्रतिरोध मार्च निकाला, थाना प्रभारियों के खिलाफ नाराजगी

AIMIM नेता अख्तरुल ईमान ने वक्फ संशोधन बिल को बताया भारतीय मुसलमानों के ताबूत में आखिरी कील

जनसंख्या नियंत्रण कानून के समर्थन में कांग्रेस विधायक इजहारुल हुसैन, कहा – “मात्र एक बच्चा हो”

स्कूल से कॉलेज तक टॉपर रहे CPI(M) नेता सीताराम येचुरी राजनीति में कैसे आये?

‘जेल में 90% आदमी हमारे लोग हैं’, राजद विधायक इज़हार असफी की शिक्षक को धमकी

कटिहार के कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम का होगा कायाकल्प, कटिहार सांसद ने लिया जायजा

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोध में AIMIM की बैठक, “वक़्फ़ ज़मीनों पर क़ब्ज़ा की है कोशिश”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

किशनगंज: एक अदद सड़क को तरसती हजारों की आबादी

क्या राजगीर एयरपोर्ट की भेंट चढ़ जाएगा राजगीर का 800 एकड़ ‘आहर-पाइन’?

बिहार: वर्षों से जर्जर फणीश्वरनाथ रेणु के गांव तक जाने वाली सड़क

निर्माण खर्च से 228.05 करोड़ रुपये अधिक वसूली के बावजूद NH 27 पर बड़े बड़े गड्ढे

विधवा को मृत बता पेंशन रोका, खुद को जिंदा बताने के लिए दफ्तरों के काट रही चक्कर