सीमांचल के चार जिलों की आधिकारिक वेबसाइट अधूरी, भ्रामक और गलत सूचनाओं से भरी है और वेबसाइट पर सटीक और वेरिफाइड सूचना प्रकाशन से जुड़ी दिशा-निर्देशों का लम्बे समय से खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है।
पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया जिलों में लोगों तक वास्तविक और सटीक सूचना पहुँचाने का यह स्रोत इन दिशा-निर्देंशों के उल्लंघन के कारण जिला प्रशासन और सरकार की साख को बट्टा लगाता दिखता है। ऐसा तब है जब आधिकारिक वेबसाइट को अंतिम बार सितंबर को अपडेट किया गया है।
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जिलों की आधिकारिक वेबसाइट पर नागरिकों को वास्तविक और सटीक सूचना पहुँचाने वाली संस्थाओं को सार्वजनिक उपयोगिता शीर्षक के तहत सूचीबद्ध किया गया है, जिनमें आठ संस्थानों बैंक, स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालय, अस्पताल, डाक, नगरपालिका, बिजली और गैर सरकारी संगठनों को जगह दी गई है। शहरवासियों का रोजाना इन संस्थानों से पाला पड़ता है। इन संस्थानों के जरिये नागरिकों को कई जरूरी सुविधाएं मुहैया करायी जाती हैं।
जिलों की आधिकारिक वेबसाइट पर इन संस्थानों के सामने उनकी संख्या दर्शायी गई है, जिस पर क्लिक करने से संस्थानों के नाम, पते, लैंडमार्क, फोन नम्बर और वेबसाइट लिंक की दर्ज़ जानकारी तक विजिटर्स की पहुँच बनती है।
पूर्णिया जिले की आधिकारिक वेबसाइट का हाल
जिले की आधिकारिक वेबसाइट पर बैंक की संख्या 06 बताई गई है, जिस पर क्लिक करने से एक नया वेबपेज खुलता है, जिसमें सभी 06 बैंकों का नाम, पता, ई-मेल, फोन नम्बर, वेबसाइट लिंक और श्रेणी दर्ज़ हैं।
वेबपेज पर दर्ज़ केनरा बैंक के फोन नम्बर पर कॉल करने पर दूसरी तरफ से बताया जाता है कि ‘डाइल्ड नम्बर नॉट अवेलेबल’ या ‘डाइल्ड नम्बर पर इस समय इनकमिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं है’ सुनाई पड़ती है। वहां दर्ज़ वेबसाइट लिंक एक निजी वेब पता है जिसके जरिये विजिटर्स केनरा बैंक की आधिकारिक वेबसाइट तक नहीं पहुंच सकते।
वेबपेज के हिन्दी संस्करण पर सार्वजनिक क्षेत्र के एक वाणिज्यिक बैंक सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया का हिन्दी अनुवाद भारतीय केन्द्रीय बैंक कर दिया गया है, जबकि भारत का केन्द्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया है। इस बैंक के आधिकारिक फोन नम्बर के स्थान पर प्रविष्ट नम्बर पर कॉल करने से मोबाइल नम्बर स्विच ऑफ बताया जाता है। हालांकि, बैंक के बारे में जानकारी के लिए दर्ज़ वेबसाइट लिंक आधिकारिक है।
इसी वेबपेज पर पंजाब नेशनल बैंक के संबंध में मुहैया कराई गई जानकारी भ्रामक है। वहाँ दर्ज़ फोन नम्बर पंजाब नेशनल बैंक की लाइन बाज़ार शाखा का फोन नम्बर है जिसे जिले की आधिकारिक वेबसाइट पर मंजू कॉम्प्लेक्स भट्टा बाजार की शाखा बताई गई है। इसके अलावा वहाँ दर्ज़ वेबसाइट लिंक पंजाब नेशनल बैंक की आधिकारिक वेबसाइट नहीं है। साथ ही बैंक की श्रेणी में महज बैंक दर्ज़ कर खानापूर्ति की गई है। अन्य बैंकों के बारे में दर्ज जानकारियां भी या तो गलत है या भ्रामक।
सार्वजनिक उपयोगिता के तहत पूर्णिया जिले में कॉलेज या विश्वविद्यालय की संख्या दो बताई गई है। इस संख्या पर क्लिक करने से एक नया वेबपेज खुलता है जिस पर पूर्णिया विश्वविद्यालय का नाम तक दर्ज़ नहीं है। वेबपेज पर पूर्णिया विश्वविद्यालय के मात्र दो कॉलेजों का नाम दर्ज़ किया गया है जिसमें पूर्णिया कॉलेज और पूर्णिया महिला महाविद्यालय की जानकारी मुहैया करायी गई है। वेबसाइट पर मौजूद जानकारी में पूर्णिया कॉलेज का जो फोन नम्बर दर्ज है उसपर कॉल करने पर फोन स्विच्ड ऑफ होने के कारण दूसरी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आती। वहीं, पूर्णिया कॉलेज की वेबसाइट लिंक पर क्लिक करने से यह विजिटर्स को एक निजी वेबपेज से जोड़ता है, जिस पर सौ प्रतिशत प्लेसमेंट असिस्टेंस का विज्ञापन और यूपी बोर्ड की कक्षा दसवीं और बारहवीं की पूरक परीक्षाओं के परिणाम सम्बन्धी घोषणा की जानकारी मौजूद है। वहाँ दर्ज़ मोबाइल नम्बर को पूर्णिया महिला कॉलेज का बताया गया है जिस पर कॉल करने से ‘डायल किए गए नम्बर पर इनकमिंग कॉल की सुविधा उपलब्ध नहीं है’ की प्रतिक्रिया प्राप्त होती है।
शहर में दर्जनों सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र हैं, लेकिन जिले की आधिकारिक वेबसाइट पर अस्पतालों की संख्या महज एक दर्ज़ है। वहाँ दर्ज़ लिंक पर क्लिक करने से अस्पताल के नाम व पते सम्बन्धी जानकारी प्राप्त होती है। वेबपेज खुलने पर विजिटर्स को राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय की जगह इसका पुराना नाम सदर अस्पताल दिखता है लेकिन दर्ज़ वेबसाइट लिंक नहीं खुल पाने के कारण विजिटर्स को राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल की कोई ऑनलाइन जानकारी नहीं मिल पाती।
जिले की आधिकारिक वेबसाइट पर जिले के किसी भी सरकारी विद्यालय को जगह नहीं दी गई है। वहीं, शहर के पांच प्राइवेट स्कूलों का नाम, पता, सम्पर्क नंबर उनकी वेबसाइट लिंक संबंधी सूचना मौज़ूद है।
बिजली कम्पनी की विवरणी वाले वेबपेज पर दर्ज़ फोन नम्बर डायल करने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती।
इस वेबसाइट के अनुसार जिले में डाकघरों की संख्या मात्र 01 बतायी गयी है। उपलब्ध लिंक को क्लिक करने पर डाकघर का नाम, पता, ई-मेल, फोन नम्बर और वेबसाइट लिंक की जानकारी नजर आती है। दर्ज़ फोन नम्बर पर अलग-अलग समयावधि में कॉल करने से रिंग होता है, लेकिन दूसरी ओर से कोई जवाब नहीं मिलता। वहीं, दर्ज़ वेबसाइट लिंक विजिटर्स को एक अनाधिकारिक निजी वेबसाइट पर ले जाता है, जिस पर डाकघर से जुड़ी कई सूचनाएँ दर्ज़ मिलती है। सरसरी निगाह से देखने पर यह डाकघर की अधिकारिक वेबसाइट नजर आती है, लेकिन इस पर पोस्ट किये गये डिस्क्लेमर को पढ़ कर स्पष्ट हो जाता है कि यह इंडिया पोस्ट की आधिकारिक वेबसाइट नहीं है।
किशनगंज जिले की वेबसाइट का हाल
किशनगंज में नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कार्पोरेशन लिमिटेड बिजली आपूर्ति से जुड़ी कार्यों के लिए अधिकृत है जिसका पता बहादुरगंज सम्पर्क रोड मारवाड़ी कॉलेज के नजदीक है, जबकि जिले की आधिकारिक वेबसाइट पर विद्युत आपूर्ति और वितरण कम्पनी का नाम और पता अपडेटेड नहीं है। बिजली से जुड़ी सेवा प्रदाता कम्पनी का नाम किशनगंज विद्युत कार्यालय और उसके अपडेटेड पते के रूप में धरमगंज दर्ज़ है। आधिकारिक वेबसाइट पर बिजली सेवा प्रदाता कम्पनी का फोन नम्बर न ही वेबलिंक मौजूद है।
डाक सेवा से जुड़े वेबपेज पर मुख्य डाकघर और ठाकुरगंज डाक-घर का फोन नम्बर और वेबलिंक दर्ज़ नहीं है। वहीं, चूड़ीपट्टी डाकघर का नम्बर आउट ऑफ ऑर्डर होने के कारण पूछताछ व सूचना साझा करने सम्बन्धी सेवाएं बंद हैं।
किशनगंज के अस्पतालों की मौजूदा सूची के अंतर्गत सरकारी अस्पतालों में एकमात्र सदर अस्पताल का नाम व पता दर्ज़ है। हालांकि, सदर अस्पताल के फोन नम्बर व वेबलिंक की जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है।
शहरवासियों के छोटे-छोटे लेकिन जन्म, मृत्यु प्रमाण-पत्र से जुड़ी जरूरी सेवाएं नगरपालिका की ओर से मुहैया करायी जाती हैं। लेकिन, वेबसाइट पर लोक उपयोगिता से जुड़ी नगरपालिका जैसे महत्तवपूर्ण संस्थान की मूलभूत जानकारी जैसे जरूरी फोन नम्बर्स और वेबलिंक की जानकारी का वेबसाइट पर अभाव है। जिला परिषद से जुड़ी बुनियादी सूचनाएं तक जिले की वेबसाइट पर मौज़ूद नहीं है।
जिले में दर्ज़न भर से ज्यादा सरकारी स्कूल होने के बावज़ूद वेबसाइट पर कुल 14 स्कूलों की अधूरी सूचना दिखती है। इनमें से महज 05 ही सरकारी स्कूलों की श्रेणी में आते हैं, जिन्हें आधिकारिक वेबपेज पर स्थान मिला है। स्कूलों के फ़ोन नम्बर्स और वेबलिंक्स की जानकारी को जिला प्रशासन ने वेबसाइट के जरिये साझा करने में रूचि नहीं दिखाई है।
अररिया जिले की वेबसाइट पर क्या मिला
लोक उपयोगिता के अंतर्गत अररिया जिले की वेबसाइट पर कॉलेज/विश्वविद्यालय की संख्या 03 बतायी गयी है जिनमें अररिया कॉलेज, एमबीआईटी इंटरनेशनल इंजीनियरिंग कॉलेज, फारबिसगंज कॉलेज शामिल हैं। अररिया कॉलेज से जुड़ी जानकारी में जिन प्राचार्य का नाम वेबपेज पर दर्ज़ है, उन्हें पूर्णिया महिला कॉलेज प्राचार्य के पद पर योगदान दिये कई महीने बीत चुके हैं।
लोक उपयोगिता के तहत वेबसाइट पर अस्पताल संबंधी मौज़ूद जानकारी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर अनुमंडलीय अस्पताल और सदर अस्पताल तक की जानकारी मुहैया कराई गई है। हालांकि, उपलब्ध जानकारी में इन अस्पतालों के वेबलिंक्स नहीं हैं। हालांकि, फिर भी सीमांचल के दूसरे जिलों के सभी सरकारी अस्पतालों या प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को वेबसाइट पर सूचीबद्ध नहीं करने की लापरवाही अररिया की वेबसाइट पर नहीं दिखाई पड़ती।
अस्पतालों के नाम, मोबाइल नम्बर और पते की अपडेटेड जानकारी के लिए अनुमंडलीय अस्पताल फारबिसगंज और अररिया, कुर्सांकांटा, नरपतगंज के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के नाम पर दर्ज़ मोबाइल नम्बरों पर कॉल करने पर दो नम्बर्स स्विच ऑफ मिले और दो पर रिंग होने के बावज़ूद कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
जिले की वेबसाइट पर 2 निजी और 8 सार्वजनिक बैंकों की सूची मौज़ूद है। उनमें से चार बैंकों की सम्पर्क संख्या जिला प्रशासन के पास नहीं है। वहीं एक्सिस बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, केनरा बैंक, एसबीआई-कृषि शाखा के सामने दर्ज़ लैंडलाइन नंबर पर कॉल करने पर “प्लीज चेक दी नम्बर यू हैव डायल्ड’ यानी नंबर जांचने की सलाह मिलती है।
वेबसाइट पर अररिया जिले के सभी डाकघरों की सूचना मुहैया नहीं करायी गयी है। वहीं, अररिया डाकघर संबंधी सूचना में पोस्ट मास्टर का नाम अपडेट नहीं किया गया है। डाकघर के फोन नम्बर पर कॉल करने पर डायल किये गए नम्बर को जाँचने को कहा जाता है।
जिले की वेबसाइट के अनुसार लोक उपयोगिता के तहत दर्ज़ स्कूलों की संख्या महज एक है। अररिया के सभी स्कूलों की सूची संबंधी अपडेटेड जानकारी वेबसाइट से नदारद है। वहीं, एकमात्र स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय का दर्ज़ मोबाइल नम्बर सेवानिवृत्त प्राचार्य का व्यक्तिगत नम्बर है, जिसे वेबसाइट से डिलीट कर अब तक अपडेट नहीं किया गया है।
अररिया की वेबसाइट पर नगर परिषद अररिया और जोगबनी व फारबिसगंज की नगर पंचायत का नाम, पता, फोन नम्बर, वेबलिंक्स और कार्यकारी अधिकारी का नाम दर्ज़ है। नगर पंचायत जोगबनी का फ़ोन नम्बर अस्थायी रूप से सेवा से बाहर है और कार्यपालक पदाधिकारी का नाम वेबसाइट पर अपडेट नहीं किया गया है।
कटिहार जिले की वेबसाइट का हाल
कटिहार जिले की आधिकारिक वेबसाइट पर लोक उपयोगिता के तहत जिले में अस्पतालों की संख्या एक दर्ज़ है। हालांकि, अस्पताल संबंधी अधिक जानकारी के लिए मौज़ूद लिंक पर क्लिक करने पर जिला स्वास्थ्य समिति का नाम दिखता है, जिसमें वर्तनी की गड़बड़ी है। यहां मौज़ूद सूचनाओं से अस्पताल का फ़ोन नम्बर नदारद है। कई प्रयासों के बाद भी अस्पताल का वेबलिंक विजिटर्स को जिले की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी वांछित जानकारी देने में नाक़ाम रहता है।
जिले की वेबसाइट पर के.बी. झा कॉलेज और दर्शन साह कॉलेज का नाम, पता, फोन नम्बर, ई-मेल और वेबलिंक दर्ज हैं। दर्ज़ फोन नम्बरों पर कॉल करने की सुविधा नहीं है। के. बी. झा कॉलेज का वेबलिंक एक निजी वेबसाइट पर ले जाता है, जिस पर कॉलेज के हितधारियों के लिए कोई भी सूचना मौजूद नहीं है। वहीं, दर्शन साह महाविद्यालय की वेबसाइट पर कॉलेज से जुड़ी सूचनाएं उपलब्ध हैं।
जिले की वेबसाइट पर डाक सेवा से जुड़े वेबपेज पर कटिहार मुख्य डाक घर का नाम, पता, फोन नम्बर और वेबलिंक मौज़ूद हैं। वेबपेज पर मुख्य डाक घर के लैंडलाइन नंबर पर कॉल रिसीव करने की सुविधा उपलब्ध नहीं है। वहीं, मौज़ूद वेबलिंक विजिटर्स को भारतीय डाक के आधिकारिक वेब पते पर ले जाती है।
लोक उपयोगिता शीर्षक के तहत कटिहार के वेबसाइट पर मौज़ूद सूचना के अनुसार जिले में एकमात्र स्कूल हरिशंकर नायक उच्च विद्यालय है, जिसका फोन नम्बर, वेबलिंक अनुपलब्ध है।
जिले की वेबसाइट पर 6 बैंकों के नाम, पता, फोन नम्बर और श्रेणी मौज़ूद हैं। सभी बैंकों की वास्तविक श्रेणी दर्शाने के स्थान पर आम जन मानस लिख कर खानापूर्ति कर दी गई है। सार्वजनिक या निजी, वाणिज्यिक या गैर-वाणिज्यिक आधार पर इनको श्रेणीबद्ध किया जाना था। इन बैंकों की स्थानीय शाखा का नम्बर साझा करने के बदले जिला प्रशासन की कंटेंट मॉनीटरिंग टीम द्वारा बैंक के टोल फ्री नम्बर्स प्रकाशित कर दिये गए हैं। इसके अतिरिक्त बैंकों की सूची में से कुछ के नाम में वर्तनी संबंधी गलती है।
सीमांचल के चारों जिले की आधिकारिक वेबसाइट पर पॉलिटेक्निक संस्थानों, इंजीनियरिंग कॉलेजों, छात्र-छात्राओं के लिए मौज़ूद छात्रावासों, खेल स्टेडियम, भारतीय खेल प्राधिकरण, ललित कला, पुस्तकालयों आदि से जुड़ी समुचित जानकारी लोक उपयोगिता के तहत उपलब्ध नहीं है।
चारों जिलों की आधिकारिक वेबसाइट्स एनआईसी पूर्णिया, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विकसित और होस्ट की जाती है, लेकिन इसके जरिए मुहैया की जाने वाली सूचनाओं की वास्तविकता और सटीकता की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है।
वेबसाइट पर कन्टेंट अपडेशन के सम्बन्ध में पूछे जाने पर पूर्णिया के वेब इन्फॉरमेशन मैनेजर सौम्यव्रत सिन्हा ने कहा, “समय-समय पर हमारी टीम वेबसाइट अपडेट करते रहते हैं। सूचना सम्बन्धी कोई गलती संज्ञान में आने पर उसे सुधार लिया जाता है।”
इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए जिला सूचना विज्ञान अधिकारी कटिहार, वेब इन्फॉर्मेशन मैनेजर किशनगंज के लैंडलाइन नम्बर पर कॉल किया गया, लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं आया। अररिया के संबंधित पदाधिकारी से भी जवाब नहीं मिल पाया।
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