मणिपुर के नोनी जिले में भयंकर लैंडस्लाइड में कटिहार जिले के बारसोई का लाल शुभम कुमार भी शहीद हो गया था। सोमवार सुबह लगभग 10 बजे शुभम कुमार का पार्थिव शरीर सेना के वाहन में बारसोई पहुंचा। शव पहुंचते ही परिजनों में चीत्कार मच गया।
ग्रामीणों ने बताया कि शुभम कुमार का परिवार वर्षों से देश सेवा में लगा है। उनके पिता भी फौज में थे।
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उनकी दादी का रो-रोकर बुरा हाल है। बड़ा भाई, बहन और मां बेसुध पड़े हैं। हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने नम आंखों से शहीद शुभम उर्फ सन्नी सिंह को भावपूर्ण विदाई दी।
शुभम कुमार की अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचे लोग लगातार ‘भारत माता की जय, बारसोई के लाल अमर रहे’ के नारे लगाते हुए शव वाहन के पीछे चल रहे थे। वहीं कई लोगों के हाथों में तिरंगा भी दिखाई दिया। शव को पूरे बारसोई बाजार में घुमाया गया और लोगों द्वारा विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
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उनका अंतिम संस्कार मौलानापुर के पुल के पास राजकीय सम्मान के साथ किया गया। हजारों की संख्या में लोग अंतिम संस्कार स्थल पर पहुंचे थे। गर्मी और पसीने से हर कोई नहाया हुआ था लेकिन शुभम कुमार को एक झलक देखने के लिए और अंतिम संस्कार में शामिल होने का जोश उनमें कम न था।
सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी, कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम, स्थानीय नेता शाह फैसल, पूर्व वायुसेना अधिकारी मो. जावेद आलम, डॉक्टर हक, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रिंकू सिंह सहित दर्जनों गणमान्य लोगों ने फूल माला चढ़ाकर शहीद जवान को नम आंखों से विदाई दी।
सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने कहा कि शुभम कुमार बारसोई का गौरव था। उसका जाना बारसोई के लिए बड़ी क्षति है। शहीद के सम्मान में दुकानदारों ने स्वेच्छा से बारसोई बाजार को बंद रखा।
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