मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में बिहार राज्य में प्रस्तावित व निर्माणाधीन चार एक्सप्रेस-वे/हाईवे—गोरखपुर-सिलीगुड़ी, रक्सौल-हल्दिया, पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड तथा आमस-दरभंगा पथ से बोधगया/राजगीर की उच्चस्तरीय समीक्षा की। इस दौरान मुख्य सचिव द्वारा मुख्यमंत्री को इन परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी दी गई।
मुख्य सचिव ने बताया कि इन चार प्रमुख परियोजनाओं के तहत 1,575 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे पथ का निर्माण किया जाएगा, जिस पर कुल 84,734 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें से बिहार में पथों की लंबाई 1,063 किलोमीटर होगी और इस पर 59,173 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
Also Read Story
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे बिहार राज्य के आठ जिलों—पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, और किशनगंज से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 600 किलोमीटर होगी, जिसमें से 415 किलोमीटर बिहार में होगी। इस परियोजना के लिए 100 मीटर चौड़ाई में भूमि का अर्जन किया जाना है।
रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस-वे
रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस-वे का निर्माण रक्सौल स्थित अंतर्राष्ट्रीय चेक पोस्ट से हल्दिया बंदरगाह तक त्वरित व सुगम कनेक्टिविटी प्रदान करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 702 किलोमीटर होगी, जिसमें बिहार में 367 किलोमीटर का हिस्सा होगा। यह सड़क पूर्वी चंपारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, जमुई और बांका जिलों से होकर गुजरेगी। इस परियोजना के लिए भी 100 मीटर चौड़ाई में भूमि का अर्जन किया जाना है।
पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे
पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे पटना रिंग रोड के दिघवारा ब्रिज से होकर पूर्णिया तक बनेगा। इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 250 किलोमीटर होगी और यह सारण, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया जिलों से होकर गुजरेगा। इस परियोजना के लिए भी 100 मीटर चौड़ाई में भूमि का अर्जन किया जाएगा।
आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे से बोधगया और राजगीर की संपर्कता के लिए चार लेन के स्पर का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना के लिए 45 मीटर चौड़ाई में भूमि का अर्जन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री का निर्देश
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इन एक्सप्रेस-वे के निर्माण से राज्य में आवागमन को और गति मिलेगी और एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में समय की काफी बचत होगी। उन्होंने भू-अर्जन का कार्य ससमय और सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, सांसद संजय कुमार झा, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।