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किशनगंज: पोठिया प्रखंड की बीडीओ पर भ्रष्टाचार के आरोप, मुख्यमंत्री से शिकायत

मुख्यमंत्री को लिखे गए इस पत्र में शिकायतों की एक लंबी लिस्ट है। पत्र में बीडीओ छाया कुमारी पर पिछले दिनों वेंडर जहांगीर आलम द्वारा लगाए गए आरोप का भी ज़िक्र है।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam | Kishanganj |
Published On :
Pothia BDO Chaya Kumari

किशनगंज जिले के पोठिया प्रखंड की बीडीओ (ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर) छाया कुमारी का नाम विवादों में है। पोठिया प्रखंड के वार्ड पार्षद व पंचायत समिति के सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक शिकायत पत्र भेजा गया है। इस पत्र में पोठिया प्रखंड की वर्तमान बीडीओ छाया कुमारी पर सरकारी कार्य में मनमानी, कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार, काम में ढिलाई बरतने और सरकारी कार्यालय से अक्सर गायब रहने जैसे बड़े आरोप लगाए गए हैं। शिकायत पत्र में बीडीओ छाया कुमारी के निलंबन की मांग की गई है।


इस शिकायत पत्र में लिखा गया है कि बीडीओ छाया कुमारी जुलाई 2021 से पोठिया प्रखंड के बीडीओ के पद पर कार्यरत हैं लेकिन उनके आने के बाद से प्रखंड के कामों में सुस्ती देखी जा रही है तथा आम लोगों की समस्याओं का निवारण नहीं हो रहा है। पत्र में बीडीओ पर सोशल मिडिया और व्हाट्सएप पर प्रखंड से जुड़े पांच समिति के सदस्यों के पोस्ट पर विवादित टिप्पणी और टेक्स्ट मैसेज के स्क्रीनशॉट्स दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री को लिखे गए इस पत्र में शिकायतों की एक लंबी लिस्ट है। पत्र में बीडीओ छाया कुमारी पर पिछले दिनों वेंडर जहांगीर आलम द्वारा लगाए गए आरोप का भी ज़िक्र है। जहांगीर आलम ने छाया कुमारी पर एक निर्माण कार्य के लिए कमीशन के तौर पर जबरन 40 हज़ार रुपए लेने का आरोप लगाया है।


पोठिया प्रखंड स्थित छत्तरगाछ ग्राम पंचायत के पंचायत समिति सदस्य तौक़ीर आलम ने ‘मैं मीडिया’ से बताया कि बीडीओ छाया कुमारी के आने से प्रखंड में भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने कहा, “जब से यह बीडीओ मैडम पोठिया ब्लॉक में आई हैं, तब से यहाँ विवाद ज़्यादा हो गया है। मुख्यालय पर भी बहुत लेट आती हैं जिससे आम लोगों का काम नहीं हो पाता। इनके आने से रिश्वतखोरी कुछ ज़्यादा ही बढ़ गई है। काम तो हुआ नहीं, पर मैडम ने वेंडर जहांगीर आलम से एडवांस में पैसे ले लिए और बाद में कहने लगी कि जब पेमेंट होगा तो उसमें से कट जाएगा। वेंडर ने अपना माल दिया है, वो पैसे तो मांगेगे ना।”

बीडीओ छाया कुमारी पर अक्सर ऑफिस न आने का भी आरोप लगा है।

शिकायतकर्ताओं में से एक पूर्व प्रमुख और वर्तमान में पंचायत समिति के सदस्य बाबुल आलम ने कहा कि बीडीओ छाया कुमारी के आने से प्रखंड में कोई काम ढंग से नहीं हो रहा। उन्होंने कहा, “कोई भी आदमी जाता है तो मैडम ऑफिस में मिलती नहीं हैं। प्रखंड में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। हम जन प्रतिनिधि हैं। हमें जन प्रतिनिधि इसीलिए बनाया गया है कि ग्रामीणों की समस्याओं को दूर किया जाए, लेकिन लोगों का काम नहीं हो पा रहा है, इससे ज़्यादा दुःख की बात और क्या होगी।”

पत्र में छाया कुमारी पर ऑफिस ना आने और अपने आवास पर ही फाइल लगाकर काम करने की बात भी कही गई है। पत्र से मिली जानकारी के अनुसार छाया कुमारी सरकारी कार्यालय से 11 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर में रहती हैं, जहां से वह अक्सर ऑफिस की फाइल मंगवा कर काम करती हैं।

बाबुल कुमार ने हमसे फ़ोन पर बात करते हुए भी पत्र में लिखी इस बात का ज़िक्र करते हुए कहा, “बीडीओ मैडम ऑफिस में बहुत कम रहती हैं, अपने इस्लामपुर वाले घर में रहती हैं। उनके लेटर में देखिये कि उनका साईन कॉपी पेस्ट रहता है जबकि साइन हाथ से करना चाहिए।”

पूर्व प्रमुख और वर्तमान पंचायत समिति के सदस्य ज़ाकिर हुसैन ने कहा, “मिडिया की अलग अलग ख़बरों में पहले भी छाया कुमारी के भ्रष्टाचारों का ज़िक्र होता रहा है। कटिहार के मनिहारी प्रखंड और भागलपुर के बिहपुर प्रखंड में भी उनके द्वारा खूब पैसे लेने की ही ख़बरें आई हैं। हमने अख़बारों और मीडिया वालों के ख़बरों की कटिंग भी पत्र वाले पीडीएफ में लगाई है। छाया कुमारी किसी भी काम की फाइल को रोक देती हैं और 10% पैसे की मांग करती हैं।”

क्षेत्र संख्या 14 के जिला परिषद सदस्य निरंजन शाह ने कहा कि मैडम व्हाट्सएप कॉल पर बात करती हैं। उनका नंबर हमेशा आउट ऑफ़ रीच होता है। उन्होंने कहा, “हमारे पत्र का जवाब अभी तक नहीं आया है। अगर पत्र का जवाब नहीं आया और यहां काम नहीं हो सका तो हमलोग माननीय मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखने के बारे में सोचेंगे।”

मई 2022 में मैं मीडिया ने पोठिया प्रखंड की बीडीओ छाया कुमारी द्वारा किसी परीक्षण स्थल पर खुद न जाकर दफ्तर के कम्प्यूटर ऑपरेटर को भेजने के आरोप पर एक खबर छापी थी। उस समय जब हमने छाया कुमारी से बात की थी तब उन्होंने कहा था कि उनके घर पर श्राद्ध का कार्यक्रम था इसलिए उस दिन वह छुट्टी पर थीं और परीक्षण स्थल नहीं पहुंची थीं।

उनके अनुसार उन्होंने अपनी अनुपस्थिति की जानकारी जिलाधिकारी को पहले ही दे दी थी। जिस पर जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा था कि उन्हें बीडीओ की अनुपस्थिति की जानकारी नहीं थी हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि हो सकता है कि छाया कुमारी ने उनके ऑफिस में अपने न आने की सूचना दे दी होगी। पोठिया प्रखंड के पंचायत समिति के सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायत पत्र में मैं मीडिया की इस रिपोर्ट को भी शामिल किया गया है।

इस पूरे विवाद में हमने बीडीओ छाया कुमारी का पक्ष जानने के लिए उन्हें कॉल किया। पहली बार उन्होंने कॉल उठाया लेकिन ‘मैं मीडिया’ का नाम सुनते ही उन्होंने ”हैलो हैलो” करना शुरू कर दिया और फिर कॉल काट दिया।

अगली बार हमने फिर कॉल किया तो उन्होंने कॉल नहीं उठाया और फिर उनका नंबर ‘आउट ऑफ़ कवरेज एरिया’ बताने लगा।

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सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

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