पूर्णिया में नीतीश कुमार की समाधान यात्रा के दौरान वकीलों का गुस्सा उस वक़्त फुट पड़ा जब उन्हें समाहरणालय परिसर स्थित उनके चैम्बर में जाने से रोक दिया गया। सुरक्षा के मद्देनज़र समाहरणालय परिसर के सभी दरवाज़ों को बंद कर दिया गया था। समय पर अपने चैम्बर में बैठने आए वकीलों को समाहरणालय गेट पर ही रोक दिया गया, जिसके बाद वकीलों का गुस्सा भी फुट पड़ा और मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी शुरू कर दी गयी ।
इस बीच अधिवक्ताओं ने इसकी सूचना जिला व सत्र न्यायाधीश सुजीत कुमार को भी दी। हालांकि, प्रशासन के हस्तक्षेप से सिर्फ वकीलों के लिए रास्ता खोला गया। इस दौरान अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक व अरुणाभ भास्कर ने कहा कि नीतीश कुमार समाधान करने नहीं बल्कि पूर्णिया के लिये समस्या लेकर आये हैं।
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दरअसल पूर्णिया में मुख्यमंत्री की समाधान यात्रा को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर समाहरणालय परिसर के चारों ओर गेट को बंद कर दिया था, जिसको लेकर व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ताओं ने नीतीश कुमार के विरोध में नारेबाजी की। साथ ही जिलाधिकारी कार्यालय तक प्रदर्शन किया।
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