किशनगंज जिला पदाधिकारी द्वारा शहर में अतिक्रमण हटाने को लेकर नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में अतिक्रमण हटाने के लिए 16 मार्च तक का समय निर्धारित किया गया है। इस नोटिस के विरोध में मंगलवार को कुछ लोगों ने खगड़ा स्थित किशनगंज नगर परिषद के मुख्य पार्षद इंद्रदेव पासवान के घर का घेराव कर प्रदर्शन किया। अतिक्रमण हटाओ अभियान का विरोध कर रहे लोगों ने नगर परिषद के खिलाफ नारेबाजी की और अतिक्रमण हटाने से पहले उन्हें जमीन उपलब्ध कराने की मांग की।
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि वे भूमिहीन हैं और एक लंबे समय से किशनगंज ओवरब्रिज के नीचे झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। उन्होंने प्रशासन और जिला पदाधिकारी से पुनर्वास की मांग की। प्रदर्शन में परुषों के साथ साथ महिलाओं ने बड़ी संख्या में आकर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
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अतिक्रमण हटाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रही दर्जनों महिलाओं में से एक सहरुन्निसा ने कहा, “दिक्कत यही है कि प्रशासन ने दो दिन की मोहलत दी है। ये लोग दुकान और घर तोड़ने की बात कर रहे हैं। दो दिन में हम लोग कहां जायेंगे इतना सामान लेकर। कम से कम कुछ जगह दीजिये रहने के लिए। रमजान आने वाला है, हमलोग बाल बच्चा लेकर कहां जायेंगे। सरकार हमको कोई जगह देकर बसा दे, तो हमलोग यह जगह छोड़ देंगे।”
प्रदर्शन स्थल पर बैठी एक और महिला शहनाज़ बेगम ने कहा, “हम लोग ओवरब्रिज के नीचे रहते हैं और हम लोगों के बाप दादा यही गुज़र गए हैं। अचानक हम लोग को घर खाली करने बोल रहा है हम लोग जायेंगे तो जाएंगे कहां। अगर हम लोग वहां से नहीं हटें तो बुलडोज़र चला दिया जाएगा। हमारा सरकार से कहना है कि पहले हम लोगों को कहीं पर बसा दे फिर हमारा घर उजाड़ा जाए। हम ग़रीब लोग हैं, दिन कमाते हैं, रात खाते हैं अगर हमलोग अमीर होते तो यहाँ नहीं रहते। हम लोग चेयरमैन साहब के घर पर घेराव किए हैं, क्योंकि हमको इंसाफ चाहिए।”
लोगों ने मांग की कि अभी मुस्लिमों का पवित्र रमजान और हिंदुओं का रामनवमी पर्व आने वाला है, ऐसे में अपने परिवार और छोटे छोटे बच्चों को लेकर कहां जाएंगे।
इस पर नगर परिषद के चेयरमैन इंद्रदेव पासवान ने प्रदर्शन लोगों को पूरी सहायता का आश्वासन दिया और कहा कि लोगों की मांगों को लेकर जिला पदाधिकारी से मिलकर इसका समाधान किया जाएगा।
इंद्रदेव पासवान ने कहा, “जिला पदाधिकारी के आदेश के अनुसार ‘एनक्रोचमेंट ड्राइव’ का नोटिस निर्गत हुआ है। इसमें नगर परिषद की कोई भूमिका में नहीं है। जिला पदाधिकारी का आदेश है जिसे नगर परिषद द्वारा पूरा किया जाना है। हम कोशिश करेंगे कि जिला पदाधिकारी और एसडीओ से आज बात करें और कानून के मुताबिक इनके पुनर्वास की कोई व्यवस्था हो।” “ये इसी देश के नागरिक हैं और मज़बूरी के तहत सड़क के किनारे झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं,” उन्होंने कहा।
उन्होंने आगे कहा, “सरकारी प्रावधान के मुताबिक इन गरीबों को बसाने के लिए पहल की जानी चाहिए। इसके लिए हम प्रशासन से बात करने की कोशिश करेंगे। रमजान को देखते हुए इनके लिए कुछ सुविधा होनी चाहिए। इसमें प्रशासन को भी सहयोग करने की ज़रूरत है। जो भूमिहीन हैं, उन्हें सरकारी प्रावधान के मुताबकि बसाने के लिए मुकम्मल व्यवस्था हो।”
इस मामले में नगर परिषद के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार भारती ने कहा कि जिला पदाधिकारी के आदेश पर यह नोटिस जारी किया गया है।
इस नोटिस में बंगाल बॉर्डर रामपुर से लेकर फरिंगोला चेकपोस्ट तक शहर और फ्लाई ओवर ब्रिज के नीचे से अवैध अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी किया गया है।
दूसरे दिन भी जारी रहा प्रदर्शन
किशनगंज प्रशासन के अतिक्रमण हटाओ नोटिस के खिलाफ अतिक्रमणकारियों का दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी रहा। बुधवार को दर्जनों की संख्या में लोगों ने नगर परिषद कार्यालय के मुख्य द्वार का घेराव किया और नगर परिषद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस बीच कार्यालय अनुमंडल दण्डाधिकारी किशनगंज के द्वारा बुधवार 15 मार्च को एक नोटिस निकालकर जानकारी दी गई कि 16 मार्च को फरिंगोला चेकपोस्ट से रामपुर चेकपोस्ट तक सरकारी भूमि को ‘अतिक्रमण मुक्त’ करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। इस नोटिस पत्र में पुलिस बल की तैनाती और पदाधिकारियों की सूची की जानकारी दी गई है जो अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान कार्यरत होंगे।
नोटिस में दी गई जानकारी के अनुसार इस प्रशासनिक अभियान में 10 सेक्शन पुलिस बल, थानाध्यक्ष, पुलिस अधीक्षक के अलावा किशनगंज अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर प्रबंधक और प्रभारी अंचल निरक्षक शामिल रहेंगे।
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