Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

किशनगंज वासी महानंदा बेसिन के पक्ष में हैं लेकिन गांवों को न उजाड़ा जाए: ईमान

महानंदा बेसिन प्रोजेक्ट के तहत जल्द ही किशनगंज के टेढ़ागाछ प्रखंड स्थित रतुआ नदी में तटबंध का निर्माण कार्य शुरू होना है। जहां तटबंध का निर्माण होना है उसके आस-पास एक बड़ी आबादी बसती है। पिछले दिनों यहाँ के लोगों को विभाग द्वारा भूमि अधिग्रहण के लिए नोटिस भेजा गया है जिससे ग्रामीण चिंतित हैं।

Main Media Logo PNG Reported By Main Media Desk |
Published On :

महानंदा बेसिन प्रोजेक्ट के तहत जल्द ही किशनगंज के टेढ़ागाछ प्रखंड स्थित रतुआ नदी में तटबंध का निर्माण कार्य शुरू होना है। जहां तटबंध का निर्माण होना है उसके आस-पास एक बड़ी आबादी बसती है। पिछले दिनों यहाँ के लोगों को विभाग द्वारा भूमि अधिग्रहण के लिए नोटिस भेजा गया है जिससे ग्रामीण चिंतित हैं।

इस मामले में अमौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक अख्तरुल ईमान के नेतृत्व में जनप्रतिनिधियों का एक शिष्टमंडल किशनगंज जिला पदाधिकारी से मिला। इस शिष्टमंडल ने जिला पधादिकारी श्रीकांत शास्त्री को पूरे मामले से अवगत कराते हुए एक ज्ञापन सौंपा।

Also Read Story

जन सुराज की इफ़्तार पार्टी में पहुंचे कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने क्या कहा?

एक-दो सीटों पर मतभेद है, लेकिन उसका गठबंधन पर कोई असर नहीं होगा: तारिक अनवर

दार्जिलिंग : भाजपा सांसद के खिलाफ भाजपा विधायक ने छेड़ी बगावत

“जदयू को कुछ और उम्मीदवार की जरूरत हो तो बताइएगा प्लीज़” – अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमेश कुशवाहा के जदयू में जाने पर उपेंद्र कुशवाहा का कटाक्ष

गया लोकसभा क्षेत्र में होगा जीतन राम मांझी बनाम कुमार सर्वजीत

भाजपा ने पशुपति पारस की जगह चिराग पासवान को क्यों चुना

“भू माफियाओं को बताऊंगा कानून का राज कैसा होता है” – बिहार राजस्व व भूमि सुधार मंत्री डॉ दिलीप जायसवाल

बिहार सरकार के कैबिनेट विस्तार में किसको मिला कौन सा विभाग

कौन हैं बिहार के नये शिक्षा मंत्री सुनील कुमार

अमौर विधायक और AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि महानंदा बेसिन प्रोजेक्ट पिछले पंद्रह वर्षो से लंबित योजना है और इसके तहत जो सर्वे का कार्य हुआ है उसमें ग्रामीणों की समस्याओं को दरकिनार कर दिया गया है। उनके अनुसार ग्रामीणों को बताया गया था कि नदी के किनारे से बांध का निर्माण किया जाएगा, लेकिन अब डेढ़ से दो किलोमीटर की जमीन पर बांध बांधने की योजना है जिससे कई गांव तटबंध के अंदर आ जाएंगे।


अख्तरुल ईमान ने आगे कहा कि समय के साथ नदी अपना रुख बदलती रहती है। 1952 के सर्वे में जहाँ नदी दिखाई गई थी अब वहां कई गांव बसे हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किशनगंज के लोग महानंदा बेसिन प्रोजेक्ट के समर्थन में हैं लेकिन अगर उनके घरों को उजाड़ कर काम किया गया तो और इलाकों की तरह किशनगंज के लोग भी इसका विरोध करने लगेंगे।

उन्होंने ने इस पर विभाग से पुनर्विचार कर दोबार मैप तैयार करने की मांग की है।

जिला परिषद् सदस्य प्रतिनिधि अकमल शम्सी ने कहा कि महानंदा बेसिन परियोजना ग्रामीणों और किसानों के लिए बहुत लाभकारी है लेकिन निर्माण के लिए विभाग द्वारा भेजे गए भूमि अधिग्रहण नोटिस और नक़्शे के प्रदर्शन पर उन्हें आपत्ति है। अकमल की मानें तो जहां तटबंध का निर्माण होना है वह नदी से दूरी पर है और उसके अंतर्गत कई गांव आते हैं। तटबंध निर्माण कार्य अगर इतनी दूरी पर हुआ तो लोगों के घरों के साथ साथ स्कूल, श्मशान और सड़कें भी खत्म हो जाएंगी।

उन्होंने आगे कहा कि, जिला पदाधिकारी ने उनकी बातों को सुनकर आश्वासन दिया है कि इस परियोजना में उत्पन होने वाली कमियों को दूर किया जाएगा और जहाँ तक संभव हो सके इसमें सुधार किया जाएगा।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Main Media is a hyper-local news platform covering the Seemanchal region, the four districts of Bihar – Kishanganj, Araria, Purnia, and Katihar. It is known for its deep-reported hyper-local reporting on systemic issues in Seemanchal, one of India’s most backward regions which is largely media dark.

Related News

कौन हैं बिहार सरकार के नए राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल?

युवा वोटरों के लिये जदयू का ‘मेरा नेता मेरा अभिमान, बढ़ा है बढ़ेगा बिहार’ कैम्पेन शुरू

बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सियासी हलचल तेज़, मांझी से मिले सम्राट चौधरी

“2019 में चूक गए थे, इस बार किशनगंज में एनडीए की जीत होगी” – जदयू के मुजाहिद आलम ने कांग्रेस और AIMIM पर साधा निशाना

“अब शाहीन बाग़ नहीं, पोलिंग बूथ पर जवाब दें लोग” – CAA अधिसूचित होने पर केंद्र सरकार पर बरसे अख्तरुल ईमान

कोसी-सीमांचल बीजेपी का गढ़ है, कम से कम तीन सीट मिलनी चाहिए: नीरज बबलू

बिहार MLC चुनाव के लिए राबड़ी देवी सहित महागठबंधन के प्रत्याशियों ने भरा पर्चा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

सुपौल पुल हादसे पर ग्राउंड रिपोर्ट – ‘पलटू राम का पुल भी पलट रहा है’

बीपी मंडल के गांव के दलितों तक कब पहुंचेगा सामाजिक न्याय?

सुपौल: घूरन गांव में अचानक क्यों तेज हो गई है तबाही की आग?

क़र्ज़, जुआ या गरीबी: कटिहार में एक पिता ने अपने तीनों बच्चों को क्यों जला कर मार डाला

त्रिपुरा से सिलीगुड़ी आये शेर ‘अकबर’ और शेरनी ‘सीता’ की ‘जोड़ी’ पर विवाद, हाईकोर्ट पहुंचा विश्व हिंदू परिषद