पूर्णिया का काझा कोठी, जो कभी इंदिरा गांधी के ठहरने का स्थान रहा और जिसे आज़ादी से पहले लॉर्ड माउंटबेटन ने सर्किट हाउस के रूप में बनवाया था, अब आधुनिक विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित और विकसित करने के लिए जिला प्रशासन ने बड़े पैमाने पर योजनाएं बनाई हैं।
जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि काझा कोठी का विकास एक आइकॉनिक प्रोजेक्ट होगा। इसमें दिल्ली हाट की तर्ज पर ‘काझा हाट’ का निर्माण किया जाएगा। इस हाट में 20 स्टॉल होंगे, जिनमें से 10 स्थाई और 10 पोर्टेबल स्टॉल होंगे। इन स्टॉल्स का उपयोग फूड और क्राफ्ट स्टॉल्स के रूप में किया जाएगा, जहां पूर्णिया के स्थानीय कौशल और क्राफ्ट को बढ़ावा दिया जाएगा।
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पर्यटकों के लिए आकर्षण
पर्यटकों के लिए 1807 वर्गफुट का डाइनिंग एरिया बनाया जाएगा, जहां वे भोजन का आनंद ले सकेंगे। काझा कोठी के तालाब में पैडल बोटिंग की व्यवस्था की जाएगी और इसके लिए एक टिकट काउंटर भी स्थापित किया जाएगा।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि तालाब के जल को स्वच्छ और गंध रहित बनाए रखने के लिए पांच एरेटेड फाउंटेन लगाए जाएंगे। साथ ही, तालाब में म्युजिकल फाउंटेन और लाइट एंड साउंड शो की व्यवस्था भी की जाएगी, जो पर्यटकों को एक नया अनुभव प्रदान करेगा।
काझा कोठी में एडवेंचर स्पोर्ट्स के रूप में वर्मा ब्रिज और बच्चों के लिए एमटीवी की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, हैंगिंग जंगल ब्रिज का भी प्रावधान किया जा रहा है, जिससे पर्यटकों को रोमांच का अनुभव मिलेगा। इसके अलावा, सेल्फी प्वाइंट्स, कैनोपी वॉक और अन्य मनोरंजन की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
पर्यटकों के ठहरने के लिए काझा कोठी के समीप 2-3 कॉटेज का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही, एक कैफेटेरिया भी स्थापित किया जाएगा। काझा के तालाब की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाएगा और 6-7 गज़ेबो का निर्माण भी किया जाएगा।
काझा कोठी के ऐतिहासिक महत्व को और उभारने के लिए इसे एग्जिबिशन गैलरी के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां पर काझा कोठी के इतिहास को प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे पर्यटक इस धरोहर के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकें।
विरासत और आधुनिकता का संगम
जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा, “काझा कोठी के विकास में विरासत और आधुनिकता का संगम देखने को मिलेगा। इस प्रोजेक्ट से पूर्णिया और आसपास के लोगों को मनोरंजन और एडवेंचर के लिए एक बेहतरीन स्थान उपलब्ध होगा, जहां पर वे ऐतिहासिक धरोहर का भी आनंद ले सकेंगे।”
काझा कोठी के विकास से यह क्षेत्र न केवल पर्यटन के मानचित्र पर उभरेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगा।
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