“बुरे दौर में हमको जनाब ओवैसी साहब और माजिद साहब, (जो मेरे बड़े भाई जैसे हैं) ने मौका दिया, इसके लिए ताउम्र मैं उन लोगों का शुक्रगुजार हूं। जाहिर सी बात है कि अगर ऐसे वक्त में कोई मुझे सहारा देगा, मौका देगा और बीच रास्ते में मैं उस परिवार को छोड़ दूं तो उस इंसान को दुख होगा”
ये शब्द हैं सीमांचल के जोकीहाट से विधायक शाहनवाज आलम के, जो 29 जून 2022 को सीमांचल के तीन अन्य विधायकों के साथ, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को छोड़कर RJD में शामिल हो गए।
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सीमांचल में AIMIM के कुल 5 विधायकों में से एक साथ चार विधायकों का पार्टी छोड़कर राजद में शामिल होना कोई मामूली घटना नहीं थी। इसने सीमांचल की राजनीति में हलचल ला दी। वहीं, देशभर के AIMIM के समर्थकों ने इन चार विधायकों के खिलाफ जोरदार गुस्सा जाहिर किया।
मुख्य चेहरा जोकीहाट विधायक शाहनवाज आलम
‘मैं मीडिया’ को दिए गए इंटरव्यू में AIMIM के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने आरोप लगाया कि इन विधायकों को राजद में ले जाने के पीछे मुख्य चेहरा जोकीहाट विधायक शाहनवाज आलम हैं।
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ऐसे में शाहनवाज आलम का पक्ष जानना ‘मैं मीडिया’ के लिए बहुत जरूरी हो गया था, इसलिए मैं मीडिया ने शाहनवाज आलम से इस पर विस्तार से बातचीत की।
बातचीत में इस आरोप पर शहनवाज आलम कहते हैं, “मैं 4 वर्ष का विधायक हूं और अख्तरुल इमान 4 टर्म के विधायक हैं। हम दोनों में 16 साल का फासला है। अगर वह यह बोलते हैं कि मैं उन तीन विधायकों को ले जाने में कामयाब रहा, तो इसको मैं अपनी तारीफ समझूं या शिकायत, यह मेरी समझ से परे है।”
“बहरहाल जब एक समूह फैसला लेता है, तो वह सबका बराबर का फैसला होता है। कोई किसी को लेकर नहीं जा सकता है। किसी एक आदमी पर इल्ज़ाम देना गलत होगा।”
वह आगे कहते हैं, “हमारी कुछ अपनी सियासत है, हमारी अपनी मजबूरियां है, जिसके तहत हमें यह फैसला लेना पड़ा। आगे देखते हैं इंशाल्लाह क्या होता है, जनता तय करेगी। मुझे उम्मीद है कि जनता मुझे जरूर वापस लाएगी, अच्छा नहीं करूंगा, तो जनता नकारेगी।”
AIMIM पार्टी सुप्रीमो, असदुद्दीन ओवैसी और बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान से फिलहाल के संबंधों के बारे में वह बताते हैं, “सियासी तौर पर मैं ओवैसी साहब से अलग हुआ हूं, लेकिन उनके लिए जो इज्जत है, वह हमेशा रहेगी और हमेशा के लिए दुआएं रहेंगी।”
“अख्तरुल साहब से भी मैं सियासी तौर पर अलग हो सकता हूं, लेकिन हमारी कोई निजी दुश्मनी नहीं है।”
पूरा इंटरव्यू यहाँ देखें:
AIMIM से RJD में क्यों गए Baisi MLA Syed Ruknuddin Ahmad?
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