[vc_row][vc_column][vc_column_text]बिहार चुनाव को लेकर एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर सबकुछ अब क्लियर हो गया है। यह तय हो गया है कि बिहार एनडीए में अब भारतीय जनता पार्टी, जनता दल यूनाइटेड और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा एक साथ चुनाव लड़ेंगी वहीं लोक जनशक्ति पार्टी इस बार एनडीए से बाहर होकर 143 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। आज लोजपा के संसदीय दल की बैठक में यह बात क्लियर हो गई। ऐसे में अब बिहार चुनावों को लेकर कुछ नए समीकरण बनते हुए दिख रहे हैंं।
Also Read Story
बिहार में चुनाव के बाद लोजपा बीजेपी सरकार
रविवार को दिल्ली में हुई लोजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक में यह तय किया गया कि बिहार विधानसभा के चुनाव में वह अपने दम पर उतरेगी। लोजपा के इस फैसले के बाद बिहार राजग से उसके अलग होने की खबरों पर मुहर लग चुकी है। इस बैठक में यह तय हुआ कि एक साल से बिहार 1st बिहारी 1st के माध्यम से उठाए गए मुद्दों पर लोजपा अड़ी रहेगी। वहीं तय यह भी हुआ कि लोजपा के सभी विधायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना समर्थन देंगे। इस बैठक में लोजपा-भाजपा सरकार का प्रस्ताव भी पारित किया गया।
लोजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक से बिहार की चुनावी सियासत के नए समीकरण जल्द ही दिखने की उम्मीद जताई जा रही है। कयास ये हैं कि बिहार चुनाव के बाद बिहार में अलग चेहरा मुख्यमंत्री के तौर पर दिख सकता है और शायद यह चेहरा चिराग हो! ऐसा हम इस लिए कह रहे है क्यों कि पहले से ही इस बात के कयास लग रहे थे कि लोजपा बीजेपी के बफर के तौर पर इस बार के चुनाव में बगावती तेवर दिखाएगी। जब उसके तेवर ऐसे दिखें तो कयास और बढ़ने लगे।
बीजेपी और जदयू के बीच सीट बंटवारे क्या कहते हैं?
दरअसल कहा जा रहा है कि बिहार में बीजेपी नीतीश कुमार को किसी तरह या तो कंट्रोल में रखना चाहती है या फिर उनसे पीछा भी छूड़ाना चाहती है। बीजेपी बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बनना चाहती है, संगठन के स्तर पर वो है भी लेकिन चुनाव में बीजेपी को जदयू से मोल—भाव करना पड़ता है। लेकिन इस बार बीजेपी ने लोजपा के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना लगाया है। बीजेपी और जदयू के बीच हुए सीट बंटवारे में बीजेपी 121 और जदयू 122 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। लेकिन जदयू यहां 6 से 7 सीट जीतनराम मांझी की पार्टी हम को देगी। ऐसे में जदयू बीजेपी से कम सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
अब पूरा मामला चुनाव में प्रदर्शन पर जा टिका है। चुनाव में जिसका स्ट्राइक रेट अच्छा होगा वो बिहार की राजनीति में राज करेगा। वहीं दूसरी तरफ अगर लोजपा का 143 सीटों पर लड़ने का एक्सपेरिमेंट कर रही है, एलजेपी का साफ कहना है कि वो चुनाव में जदयू के खिलाफ कैंडिडेट उतारेगी, मतलब साफ है कि अगर यह एक्सपेरिमेंट कामयाब होता है तो बिहार में चुनाव के बाद एलजेपी और बीजेपी सत्ता में आ जाएंगे। यानी की बीजेपी बिहार में ज्यादा मजबूत होगी तो वहीं लोजपा मजबूत होने के साथ ही बिहार में किंग मेंकर या किंग के रुप में भी दिख सकती है। हांलांकि ये केवल कयास भर है क्यों कि अभी तक लोजपा ने एनडीए से अलग होने का औपचारिक एलान नहीं किया है।
[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_separator border_width=”4″ css_animation=”bounceInUp”][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_single_image image=”3718″ img_size=”full” alignment=”center” onclick=”custom_link” img_link_target=”_blank” link=”https://pages.razorpay.com/support-main-media”][/vc_column][/vc_row]
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।