बिहार के किशनगंज जिले के पोठिया प्रखंड अंतर्गत परलाबाड़ी पंचायत में सड़क निर्माण में अनियमितता बरतने के आरोप में स्थानीय ग्रामीणों ने काम बंद करवा दिया। बाभनडुबा से परलाबाड़ी होते हुए मोहगोर तक सड़क के पुनर्निर्माण के लिए हलदागांव क्षेत्र में ढलाई का काम हो रहा था, जिसे ग्रामीणों ने घटिया सामग्री के उपयोग का आरोप लगाते हुए रोक दिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में तय मानकों की अनदेखी की जा रही थी। ढलाई के मसाले में जहां 26 बोरी सीमेंट का इस्तेमाल होना चाहिए था, वहाँ सिर्फ़ 15 बोरी का उपयोग किया गया। जब ग्रामीणों ने मिक्सचर मशीन से निकलने वाली कंप्यूटर जनित पर्ची की मांग की, तो मौके पर मौजूद कर्मियों ने हड़बड़ी में 20 बोरी सीमेंट दर्शाते हुए पर्ची प्रस्तुत कर दी।
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हालांकि यह अनुपात भी तय मानकों से काफी कम था, जिसे साइट इंजीनियर ने ख़ुद ग्रामीणों के सामने स्वीकार किया।
जब हम कार्यस्थल पर पहुंचे तो संवेदक या साइट इंजीनियर में से कोई वहां मौजूद नहीं था। मौके पर मिले मुंशी और साइट इंचार्ज ने बताया कि स्थानीय मुखिया ने लोकल बालू गिराया था जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया तो काम रोक दिया गया।
वहीं साइट इंजीनियर मोहम्मद कैफ़ का कहना है कि मसाला तैयार करने की जगह पर बारिश के कारण गड्ढे बन गए थे, जिन्हें भरने के लिए बालू मंगवाया गया था, लेकिन उसका उपयोग ढलाई में नहीं किया गया।
भविष्य में किसी तरह की गड़बड़ी न होने का वादा कर साइट इंजीनियर ने निर्माण कार्य शुरू तो करवा दिया लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि निर्धारित मानकों के अनुरूप कार्य न होने पर क्या कार्रवाई की गई या उसकी सूचना क्यों नहीं दी गई।
इस पूरे मामले की जानकारी के लिए हमने RWD-2 के इंजीनियर को कई बार फोन किया, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद हमने उन्हें व्हाट्सऐप पर मैसेज भेजा, उत्तर प्राप्त होते ही जानकारी वेबसाइट पर अपडेट कर दी जाएगी।
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