सोशल मीडिया पर बिहारी मजदूरों को मारने की कथित वायरल वीडियो को जांच टीम ने गलत बताते हुए कहा कि अफवाह फैलाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी।
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर बिहारी मजदूरों को कथित तौर पर मारने का वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच के लिए चार सदस्यीय टीम को तमिलनाडु भेजा था। जांच अधिकारियों ने वीडियो को झूठा बताते हुए कहा कि कोयम्बटूर और तिरुपुर में हिंदी भाषी लोगों के साथ किसी प्रकार की कोई घटना नहीं घटी है।
Also Read Story
जांच टीम ने वीडियो को बताया गलत
तमिलनाडु मामले को लेकर जांच के लिए गई बिहार की विशेष टीम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जांच रिपोर्ट सौंपी और मामले के सभी पहलुओं से अवगत कराया।
पटना सूचना विभाग में जांच टीम की ओर से प्रेस वार्ता आयोजित की गई। ग्रामीण विकास सचिव डी बाला मुरुगन की अगुवाई वाली जांच टीम ने पत्रकारों को बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर तमिलनाडु मामले की जांच करने के लिए चार सदस्यीय टीम को तमिलनाडु भेजा गया। टीम ने चेन्नई, कोयम्बटूर और तिरूपुर जिलों में चार से सात मार्च तक भ्रमण किया गया। तमिलनाडु सरकार के मुख्य सचिव, तमिलनाडु डीजीपी , जिलों के जिलाधिकारी, लेबर्स एसोसिएशन के अधिकारी, मजदूर यूनियन के नेता, बड़े-बड़े व्यवसायियों से घटना के संबंध में बैठक की गई।
तमिलनाडु मामले की जांच करने गये विशेष दल ने माननीय मुख्यमंत्री @NitishKumar को सौंपी रिपोर्ट। pic.twitter.com/eGGQmZ0gxP
— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) March 10, 2023
उन्होंने कहा कि बैठक में बिहारी श्रमिकों से मारपीट के मामले से संबंधित सभी विषयों पर विचार विमर्श किया गया। डी मुरुगन ने कहा कि सभी बिंदुओं पर जांच करने के बाद पाया गया कि सोशल मीडिया पर घटना से संबंधित वायरल वीडियो और सभी संदेश गलत हैं।
आगे उन्होंने कहा कि भ्रामक वीडियो के कारण बिहारी मजदूरों में डर और दहशत का माहौल पैदा हो गया था जिससे बिहार और तमिलनाडु सरकार की मेहनत से खत्म कर दिया गया है। स्थिति अब पहले से सामान्य है। उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि तिरूपुर में सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर चार मार्च को 740 कॉल आए थे, जो घटकर 10 मार्च तक 12 हो गए।
अफवाह फैलाने वालों पर होगी करवाई
डी मुरुगन ने बताया कि सोशल मीडिया पर गलत और भ्रामक सूचना फैलाने वाले लोगों पर तमिलनाडु सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी। वैसे, बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने तमिलनाडु मामले में चार लोगों को नामजद किया हैं जिनमें अमन कुमार, राकेश तिवारी (प्रयास न्यूज), ट्विटर यूजर युवराज सिंह राजपूत, यूट्यूब चैनल सचतक न्यूज के संचालक मनीष कश्यप शामिल हैं। मामले में अभियुक्त अमन कुमार को बिहार पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस ने पहले मामले से इतर मनीष कश्यप पर एक और मामला दर्ज किया है। आरोप है कि उसने तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले को लेकर पटना में एक फेक वीडियो बनवा कर वायरल किया था।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।
