नाले की गंदगी में सने ये हाथ-पैर, बिहार में स्वच्छता कर्मियों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हैं। किशनगंज जिले के शहरी इलाकों में इन दिनों नालों की सफाई ज़ोरों पर है लेकिन सफाईकर्मी बिना किसी सुरक्षा किट के काम करने को मजबूर हैं। बिना दस्ताने और जूतों के नालों में उतरने वाले इन सफ़ाईकर्मियों का कहना है कि सेफ्टी किट न होने से हर दिन चोट लगने या गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है। आये दिन शीशे या इंजेकशन जैसी चीज़ों से हाथ- पैर ज़ख़्मी हो जाते हैं।
बिना सुरक्षा किट के गंदगी में उतरने वाले ये मज़दूर रोज़ाना सिर्फ 500 रुपये की दिहाड़ी पर काम कर रहे हैं। इनकी मांग है कि सरकार उनकी दिहाड़ी बढ़ाए और नगर परिषद सभी कर्मियों को सुरक्षा किट उपलब्ध कराए ताकि वे पूरी सुरक्षा के साथ अपना काम कर सकें।
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