बिहार: किशनगंज जिले के कोढ़ोबाड़ी थाना क्षेत्र में वर्ष 2019 में घटित गैंगरेप की घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार किया जा रहा था। कुछ असामाजिक तत्वों ने एक पुरानी घटना को ताजा बताकर उसे साम्प्रदायिक एंगल देने की कोशिश की।
सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में पीड़िता और अपराधियों को अलग-अलग समुदाय से बताया गया, जबकि यह पूरी तरह से गलत और भ्रामक सूचना थी। किशनगंज पुलिस ने स्पष्ट किया है कि 2019 की घटना में शामिल सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय से सजा दिलाई जा चुकी है। हाल के दिनों में किशनगंज जिले में इस तरह की कोई भी घटना नहीं हुई है।
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फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ किशनगंज पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कोढ़ोबाड़ी थाने में कांड संख्या-15/25, दिनांक 12.02.2025 दर्ज किया है। इन लोगों पर धारा 196 (1) / 352 / 353 (2) भारतीय न्याय संहिता एवं 67 आईटी एक्ट – 2000 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
‘मैं मीडिया’ ने मंगलवार को इस मामले को सामने लाया था। तनज़ील आसिफ द्वारा की गई रिपोर्ट – किशनगंज को लेकर अफवाह फैला रहा जीतेन्द्र प्रताप सिंह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैं फाॅलोअर – में बताया गया था कि सोमवार को करीब 3 बजे दोपहर को जीतेन्द्र प्रताप सिंह नामक एक व्यक्ति ने अपने ट्विटर आईडी @jpsin1 पर किशनगंज से सम्बंधित एक अफवाह फैलायी। फेसबुक पर इसे ‘जितेंद्र कुमार यादव’ और ‘सतेंद्र हिन्दू’ नाम के प्रोफाइल ने वायरल किया था।
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