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बिहार का पहला अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजन कैसा रहा?

2024 महिला हॉकी एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 11 से 20 नवंबर तक नालंदा जिले के नवनिर्मित राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित हुई।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
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how was bihar's first international sports event

बिहार के राजगीर में आयोजित महिला हॉकी एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी पर बुधवार को भारतीय महिला हॉकी टीम ने कब्ज़ा किया। फाइनल में भारत ने चीन को 1-0 हराकर लगातार दूसरी बार खिताब अपने नाम किया।


2024 महिला हॉकी एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 11 से 20 नवंबर तक नालंदा जिले के नवनिर्मित राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित हुई। इस आयोजन को बिहार के खेल इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है।

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इस प्रतियोगिता में कुल 6 टीमों ने हिस्सा लिया जिसमें भारतीय टीम फ़ाइनल समेत सभी 7 मैच जीतकर खिताब की हकदार बनी। बिहार में इस स्तर का यह पहला अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट था।


8 से 10 हज़ार दर्शकों के बैठने की क्षमता वाले राजगीर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के हॉकी अरीना में प्रतियोगिता के पहले दिन से ही प्रशंसकों की भीड़ देखने को मिली। स्टेडियम में जगह की कमी को देखते हुए स्टेडियम के बाहर दर्शकों के बैठने के लिए फैन पार्क की व्यवस्था की गई।

राजगीर में अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट के आयोजन से बिहार वासियों में काफी उत्साह देखने को मिला। भारतीय महिला हॉकी टीम का हौसला बढ़ाने बिहार के अलग अलग जिलों से युवतियां पहुंची। उनमें से कुछ पेशेवर खिलाड़ी बनना चाहती हैं। 740 करोड़ की लागत से राजगीर में बने बिहार के पहले स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से उनके सपनों को नई ऊर्जा मिली है।

बिहार में हॉकी के चार प्रमुख एकलव्य प्रशिक्षण केंद्र हैं। पुरुषों के लिए केंद्र पटना और पूर्णिया में स्थित हैं, जबकि महिलाओं के केंद्र खगड़िया और मुजफ्फरपुर में हैं। इन सभी केंद्रों के खिलाड़ियों को राजगीर के एस्ट्रो टर्फ वाले हॉकी फील्ड में शिफ्ट करने की योजना है।

राजगीर में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य अक्टूबर 2018 में शुरू हुआ था। वर्तमान में यहां स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण जारी है, जो जुलाई 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।

महिला हॉकी एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान, राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में देश-विदेश के हॉकी प्रशंसकों के लिए बिहार सरकार ने राज्य की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से फ़ूड और चित्रकला के स्टॉल भी लगाए।

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सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

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