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मृतक हिंदू की अर्थी मुसलमानों ने उठाई, हिंदू रीति से किया अंतिम संस्कार

हिंदू शख्स की मौत के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर अंतिम संस्कार का इंतजाम किया और अर्थी को अपने कंधों पर उठाकर अंतिम संस्कार के लिए कोसी श्मशान घाट ले गए।

shadab alam Reported By Shadab Alam |
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कटिहार में हिंदू मुस्लिम एकता की एक अनोखी तस्वीर देखने को मिली है। जहां एक हिंदू शख्स की मौत हो जाने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर अंतिम संस्कार का इंतजाम किया और अर्थी को अपने कंधों पर उठाकर अंतिम संस्कार के लिए कोसी श्मशान घाट ले गए ।

दरअसल मामला यह है कि 80 वर्षीय कालेश्वर शर्मा कटिहार के पूर्णिया मरंगा निवासी है और लगभग 40 सालों से रामपाड़ा चौक के पास ही रहकर मांग कर अपना गुजर-बसर कर रहे थे। वह कई दिनों से वह बीमार चल रहे थे और मंगलवार को उनका निधन हो गया। निधन के बाद स्थानीय मुस्लिम दुकानदारों ने मिलकर चंदा इकट्ठा किया और उनके अंतिम संस्कार का इंतजाम किया।

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अंतिम संस्कार कराने वालों में मोहम्मद मुमताज आलम भी शामिल हैं। मुमताज आलम ने बताया कि मृतक के परिजनों से पूछने के बाद वे सभी लोग हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार करवा रहे हैं।


बता दें कि कटिहार के रामपाड़ा में मुसलमानों की बड़ी आबादी है। यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंदू व्यक्ति के अंतिम संस्कार में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और उन्हें अपने कंधों पर पूरे रीति-रिवाज के साथ और गाजे-बाजे के साथ अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट ले गए। यह सब कर रामपाड़ा के लोगों ने मानवता की अनोखी मिसाल पेश की है जो अब चर्चा का विषय है।

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सय्यद शादाब आलम बिहार के कटिहार ज़िले से पत्रकार हैं।

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