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रुपौली उपचुनाव: पूर्व विधायक शंकर सिंह ने दिया लोजपा (रामविलास) से इस्तीफा, निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव 

शंकर सिंह, फ़रवरी 2005 में रुपौली विधानसभा से लोजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे, लेकिन नवंबर 2005 में उनकी हार हो गई थी। 2010 में भी शंकर सिंह राजद समर्थित लोजपा के उम्मीदवार बने थे। 2015 में टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा। 2020 में लोजपा ने उन्हें वापस उम्मीदवार बनाया और 44,494 वोट लेकर दूसरे स्थान पर थे। वहीं प्रतिमा सिंह 2013 में निर्विरोध पूर्णिया जिला परिषद अध्यक्ष बनी थीं।  

Syed Tahseen Ali is a reporter from Purnea district Reported By Syed Tahseen Ali |
Published On :
ex mla shankar singh resigns from kjp ramvilas

पूर्णिया: रुपौली के पूर्व विधायक शंकर सिंह ने लोजपा (रामविलास) से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी है।


शंकर सिंह 20 जून को नामांकन करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा, “भविष्य में सीमांचल-कोसी के लिए नयी पार्टी बनाएंगे।

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शंकर सिंह और उनकी पत्नी जिला परिषद सदस्य व पूर्व जीप अध्यक्ष प्रतिमा सिंह ने पूर्णिया में प्रेस वार्ता कर ये ऐलान किया।


शंकर सिंह, फ़रवरी 2005 में रुपौली विधानसभा से लोजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे, लेकिन नवंबर 2005 में उनकी हार हो गई थी। 2010 में भी शंकर सिंह राजद समर्थित लोजपा के उम्मीदवार बने थे। 2015 में टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा। 2020 में लोजपा ने उन्हें वापस उम्मीदवार बनाया और 44,494 वोट लेकर दूसरे स्थान पर थे। वहीं प्रतिमा सिंह 2013 में निर्विरोध पूर्णिया जिला परिषद अध्यक्ष बनी थीं।

प्रतिमा सिंह ने कहा, “हम पप्पू यादव जी से प्रेरणा लेते हैं। उनको देख कर हमें सीख मिलती है। निर्दलीय का ही हवा बह रहा है। पांच बार से हमारे पति लड़ रहे हैं, इस बार छठा बार है। पप्पू यादव जी को देख कर हिम्मत मिलती है।”

गौरतलब है कि एनडीए ने जदयू से पूर्व मुखिया कलाधर प्रसाद मंडल को टिकट दिया है। यहाँ से 2010 से लगातार जदयू की बीमा भारती जीत रही हैं। फिलहाल बीमा राजद में हैं।

राजद से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए बीमा भारती ने रुपौली के विधायक पद से इस्तीफा दिया था, जिसके बाद ये सीट खाली हो गई थी। बीमा भारती पप्पू यादव के सामने कहीं भी नहीं टिकीं और ज़मानत ज़ब्त हो गई। ऐसे में रुपौली में 10 जुलाई को होने वाले उपचुनाव में पप्पू यादव भी एक फैक्टर हो सकते हैं।

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सैयद तहसीन अली को 10 साल की पत्रकारिता का अनुभव है। बीते 5 साल से पुर्णिया और आसपास के इलाकों की ख़बरें कर रहे हैं। तहसीन ने नई दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई की है।

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