अररिया में आई बाढ़ के कारण जिले का ऐतिहासिक मदनेश्वर धाम मंदिर पानी में पूरी तरह से डूब गया है। शिव मंदिर परिसर में 6 फीट से ज्यादा पानी है। इससे सावन के महीने में श्रद्धालुओं को पूजा करने में काफी परेशानी हो रही है।
गत सप्ताह सीमावर्ती क्षेत्रों सहित नेपाल के तराई भागों में भारी बारिश से कनकई नदी उफना गयी थी। अब मौसम साफ होते ही नदी के जलस्तर में लगातार गिरावट व कटाव देखा जा सकता है। तेजी से कटाव को लेकर दिघलबैंक की पथरघट्टी पंचायत के ग्वालटोली और छोटा गुवाबारी के लोग सहमे हुए है।
बायसी प्रखंड की सुगवा महानन्दपुर पंचायत अंतर्गत झौंवाटोली-चटांगी गाँव में मुख्य सड़क कट गयी है। चटांगी से डंगरा जाने वाली इस सड़क से रोज़ाना हज़ारों लोग आते-जाते हैं। ग्रामीण बताते हैं कि शुक्रवार शाम से पानी सड़क पर बहना शुरू हुआ, शनिवार की सुबह रोड कट गया।
सीमांचल सहित नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रही लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण अररिया जिले से होकर गुजरने वाली परमान नदी उफान पर है।
बलरामपुर प्रखंड की लोहागढ़ा पंचायत के वार्ड नंबर 10 में स्थित लोहागढ़ा गांव से पश्चिम बंगाल के दालकोला को जोड़ने वाली कटना टोली बांध बारिश के कारण पूरी तरह जर्जर हो चुकी थी और किसी अनहोनी को दावत दे रही थी।
अररिया के एन एच 327ई जीरोमाइल के समीप पानी के तेज बहाव में एक डायवर्जन बह गया, जिस कारण अररिया सिलीगुड़ी मुख्य मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया और गाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
किशनगंज के बहादुरगंज प्रखंड अंतर्गत निशंद्रा गांव का संपर्क जिला मुख्यालय, प्रखंड मुख्यालय और बाकी ज़िले से टूट गया है। निशंद्रा जानेवाली एक मात्र लगभग 23 किलोमीटर लंबी झाला-निशंद्रा प्रधानमंत्री सड़क मीरगंज चौक टंगटंगी के निकट क़रीब 200 फीट कट गई है।
कटिहार में 2 महीने तक ज़बरदस्त हीटवेव झेलने के बाद लोगों को जुलाई में हुई वर्षा से राहत मिली, लेकिन कुछ दिनों की बारिश से ही जिले के कई हिस्सों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है।
पूर्णिया में एक बार फिर बढ़ते पानी ने भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है। पूर्णिया के अमौर प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत रंगरैया बालूटोला, लालटोली हाट के पास पुल का अप्रोच पथ दोनों छोड़ से पानी में विलीन हो गया।
दिघलबैंक प्रखंड की तुलसिया पंचायत अंतर्गत आदर्श मध्य विद्यालय तुलसिया में बाढ़ से पूर्व तैयारियों को लेकर एसडीआरएफ टीम के द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
दिघलबैंक प्रखंड के हरूवाडांगा हाफिज टोला डायवर्सन में पानी आ जाने से आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। वर्ष 2017 के भीषण बाढ़ में हाफिज टोला का पुल बह गया था। तबसे लेकर आजतक पुल निर्माण नहीं हो सका।
किशनगंज जिले के कोचाधामन प्रखंड अंतर्गत महानंदा नदी किनारे बसे बगलबाड़ी गांव के लोग बाढ़ व कटाव से सुरक्षा के लिए पंद्रह वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं। यहां नदी के कटाव का कहर ऐसा है कि गांव के जमींदार व किसान मजदूरी करने पर विवश हैं।
नेपाल में हुई तेज बारिश के बाद किशनगंज जिले के दिघलबैंक की दो प्रमुख नदियों के जलस्तर अचानक बढ़ने से निचले इलाकों में अफरातफरी देखी गयी जबकि कई घाटों पर चचरी पुल बह गये हैं।
महानंदा नदी ने इस कदर कहर ढाया कि पूरा का पूरा मंझोक गांव नदी में समा गया। यह गांव दो पंचायतों में बंटा था और सिर्फ भौनगर पंचायत के वार्ड नंबर 1 में लगभग 365 परिवार रहा करते थे। लेकिन, आज वहां महानंदा नदी बहती है। ज्यादातर लोग गांव छोड़कर जा चुके हैं।
निरीक्षण के दौरान कटिहार जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश, एडीएम विजय कुमार भी मौजूद रहे। उन्होंने मुख्य अभियंता अनिल कुमार व अधीक्षण अभियंता सियाराम पासवान से कार्य का जायजा लिया और कई आवश्यक दिशानिर्देश दिए।