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इंजीनियरिंग में स्नातक भी कर सकेंगे शिक्षक के लिए आवेदन

राज्य के उच्च विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए अब इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री भी मान्य होगी। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने अधिसूचना जारी की है। पिछले दिनों जारी एक अधिसूचना में इंजीनियरिंग में स्नातक का जिक्र नहीं था।

Nawazish Purnea Reported By Nawazish Alam |
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bihar education department website screenshot

राज्य के उच्च विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए अब इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री भी मान्य होगी। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने अधिसूचना जारी की है। पिछले दिनों जारी एक अधिसूचना में इंजीनियरिंग में स्नातक का जिक्र नहीं था। इसको लेकर अभ्यर्थियों ने कड़ी आपत्ति दर्ज की थी। इसके अतिरिक्त विभाग ने प्लस टू स्कूलों में कंप्यूटर साइंस विषय में शिक्षकों के पद के लिए निर्धारित योग्यताओं में भी कुछ बदलाव किया है।


कक्षा 9-10 में गणित शिक्षक बनने के लिए निर्धारित नई योग्यताएं

स्नातक स्तर पर गणित के साथ भौतिकी / इलेक्ट्रोनिक्स / कंप्यूटर साइंस / रसायन शास्त्र / सांख्यिकी विषयों में से कोई दो विषय पढ़ा हो अथवा इंजीनियरिंग में स्नातक किया हो, जिसमें गणित की विशेषज्ञता हो।

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कक्षा 9-10 में विज्ञान शिक्षक बनने के लिए निर्धारित योग्यताएं- स्नातक स्तर पर जन्तु विज्ञान / वनस्पति विज्ञान / रसायन शास्त्र विषय पढ़ा हो या इंजीनियरिंग में स्नातक हो।
भाषा से संबंधित विषयों के लिए- संबंधित भाषा का स्नातक स्तर पर पढ़ा होना अनिवार्य है। पहले ये अनिवार्यता स्नातक के तीनों वर्षों में पढ़ने की थी।


इसके अतिरिक्त नयी अधिसूचना में सभी स्तर के विद्यालय अध्यापक पद पर नियुक्ति के लिए शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक योग्यताओं में अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अत्यंत पिछड़ा वर्ग / पिछड़ा वर्ग और दिव्यांग श्रेणी के अभ्यर्थियों को न्यूनतम निर्धारित अहर्तांक में 5 प्रतिशत की छूट देने की बात कही गई है।

राज्य के प्लस टू स्कूलों में कंप्यूटर विषय के शिक्षक बनने के लिए अब बीटेक और बीई के साथ-साथ डिप्लोमा डिग्री को भी मान्यता मिलेगी। इस विषय के अभ्यर्थियों के लिए अब बीएड की योग्यता अनिवार्य नहीं है।

प्लस टू स्कूलों में कंप्यूटर साइंस विषय का शिक्षक बनने हेतु निर्धारित नई योग्यताएं

न्यून्तम 50 प्रतिशत अंकों के साथ निम्न विषय समूह में मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय संस्थान से प्राप्त उपाधि, डीओईएसीसी से स्तर ‘ए’ और किसी विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि, किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थान से बीई या बीटेक (कंप्यूटर साइंस आईटी) अथवा समकक्ष डिग्री या भारत सरकार से मान्यता प्राप्त संस्थान विश्वविद्यालय से डिप्लोमा, किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी स्ट्रीम में बीई या बीटेक की डिग्री तथा कंप्यूटर में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा, किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में स्नातकोत्तर एमसीए या मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से समकक्ष डिग्री, किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में स्नातक बीसीए तथा किसी विषय में स्नातकोत्तर, किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा और किसी विषय में स्नातकोत्तर की डिग्री, डीओईएसीसी से स्तर ‘बी’ और किसी विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि, सूचना तथा संचार प्रौद्योगिकी मंत्रालय से डीओईएसीसी से स्तर ‘सी’ और किसी विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि एमसीए का तीन वर्षीय कोर्स (6 सेमेस्टर)।

आयु सीमा से संबंधित नए नियम

2019 या उसके बाद जिन विषय या विषय समूहों में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा(STET) नहीं ली गई है, उस विषय या विषय समूह में आयोजित होने वाली माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा(STET) और उक्त परीक्षा में उत्तीर्ण व पात्र अभ्यर्थियों को उक्त परीक्षा के बाद नियुक्ति के प्रथम समव्यवहार में अधिकतम आयु सीमा में 10 वर्षों की छूट दी जाएगी।

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नवाजिश आलम को बिहार की राजनीति, शिक्षा जगत और इतिहास से संबधित खबरों में गहरी रूचि है। वह बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने नई दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मास कम्यूनिकेशन तथा रिसर्च सेंटर से मास्टर्स इन कंवर्ज़ेन्ट जर्नलिज़्म और जामिया मिल्लिया से ही बैचलर इन मास मीडिया की पढ़ाई की है।

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