पत्र के अनुसार, पहले तो विभाग की तरफ से शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। फिर जब विभागीय जांच में पता चला कि संघ शिक्षिका द्वारा ही बनाया गया है तो उनके नियुक्ति पत्र को रद्द कर दिया गया।
शिक्षा विभाग ने नवनियुक्ति शिक्षकों के लिए जिलावार आवंटित स्कूलों की सूची जारी की है। सूची में सबसे अधिक शिक्षक पटना को और सबसे कम शिक्षक शिवहर को मिले हैं।
आयोग के अनुसार, वर्ग 6-8 में 10 अप्रैल के पूर्व पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को अधिकतम आयु सीमा में 10 वर्ष की छूट मिलेगी। यह छूट इस साल के अगस्त की पहली तारीख के आधार पर दी जायेगी।
BPSC द्वारा आयोजित होने वाली दूसरे चरण की परीक्षा में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) या बीएड (B.ed) अपीयरिंग अभ्यर्थियों को मौका नहीं मिलेगा। हालांकि, पहले चरण की हुई परीक्षा में अपीयरिंग अभ्यर्थियों को मौका दिया गया था।
विभाग की मानें तो कई छोटे और मध्यम श्रेणी के जिलों ने यह कार्य पूरा कर लिया है। बड़े जिलों में यह कार्य अगले 2-3 दिनों में पूरा हो जाने की संभावना है। सॉफ्टवेयर में प्रविष्टि हो जाने के बाद रेंडम आवंटन प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
दूसरे चरण में आयोग द्वारा कुल 54,780 शिक्षक पदों का विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। इसमें वर्ग 6-8 के लिए 31,982, वर्ग 9-10 के लिए 18,877 और वर्ग 11-12 के लिए 18,577 शिक्षक पद शामिल हैं।
प्रतियोगिता के बाद छात्रों के बीच एचआईवी व एड्स के प्रति जागरूकता के लिए उन्मुखीकरण किया गया जिसमें एचआईवी संक्रमण के फैलने व रोकथाम के बारे में जानकारी दी गई।
इस बार एक पेपर की ही परीक्षा होगी। परीक्षा के लिए ढाई घंटे का समय मिलेगा। पेपर का पहला भाग भाषा से संबंधित और क्वालिफाइंग होगा। इस भाग में 30 प्रश्न पूछे जायेंगे, जिसमें 8 प्रश्न अंग्रेजी से और 22 प्रश्न हिंदी से होंगे। इस क्वालीफाइंग पेपर में पास करने के लिए अभ्यर्थियों को 30 प्रतिशत अंक यानी कि 9 अंक प्राप्त करना होगा।
परीक्षा के पाठ्यक्रम, भाषा, पात्रता मानदंड, परीक्षा शुल्क, परीक्षा शहर और महत्वपूर्ण तिथियों का विवरण युक्त विस्तृत सूचना बुलेटिन शीघ्र ही सीटीईटी की आधिकारिक वेबसाइट https://ctet.nic.in पर उपलब्ध करा दिया जायेगा।
समारोह को संबोधित करते हुए नियोजित शिक्षकों के बारे में नीतीश ने कहा कि नियोजित शिक्षक लंबे समय से राज्यकर्मी का दर्जा देने की डिमांड कर रहे थे, अब उनको सरकारी तौर पर पर्मानेंट कर दिया जायेगा।
शिक्षकों को जिला आवंटन रैंडम तरीके (Teacher Randomization) से किया जायेगा। यानी शिक्षकों से प्राप्त विकल्पों में से रैंडम तरीके से चुनाव किया जायेगा।
BPSC शिक्षक परीक्षा में कई ऐसे अभ्यर्थी भी सफल हुए हैं, जो पहले से ही नियोजित शिक्षक के तौर पर कार्यरत थे। अब इन शिक्षकों की नए सिरे से नियुक्ति होगी। नियुक्ति के बाद उनका स्थान खाली होने से भी सीट रिक्त हो जायेगी।
25000 में से 500 अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और दूसरे मंत्री नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे। इससे संबंधित कार्यक्रम पटना स्थित गांधी मैदान में 2 नवंबर को आयोजित होगी।
कार्रवाई के बाद इन छात्र-छात्राओं को 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में तब तक शामिल नहीं होने दिया जाएगा, जब तक कि उनके माता-पिता दोबारा उनकी गलती न दोहराने का हलफनामा दाखिल न कर दें।
नियुक्ति से संबंधित काउंसिलिंग प्रक्रिया बुधवार (18 अक्टूबर) से शुरू होगी। 18 अक्टूबर को वर्ग 11-12 के शिक्षक अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होगी। आयोग ने अभी तक प्लस टू के 6 विषयों की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। इनमें हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी, मैथिली, बांग्ला और संस्कृत शामिल हैं।