कार्यक्रम के अनुसार, फौकानिया और मौलवी परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जायेगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 8.45 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 1.45 से शाम 5 बजे तक होगी।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को ऐसे शिक्षकों की जानकारी 2 दिनों के अंदर जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में अनिवार्य रूप से देने का आदेश दिया गया है, ताकि प्रतिवेदन समेकित कर निदेशालय को भेजा जा सके।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. के. एन. पी. राजू ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 तथा भूगोल के मह्तव पर कहा कि भारतीय प्राचीन शिक्षा में भूगोल का अर्थ पंचभूत तत्व की पहचान के साथ साथ ज्ञान धर्म, अर्थ, कांड मोक्ष जैसे विचार को युवाओं को बताने की आवश्यकता है।
अभ्यर्थियों ने संबंधित परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षकों और जिम्मेदारों से इस संबंध में शिकायत की और उर्दू या बांग्ला विषय वाले प्रश्न पत्रों की मांग की। लेकिन, जवाब मिला कि आयोग की तरफ से उनके पास यही प्रश्न पत्र आया है। मजबूरी में अभ्यर्थियों को हिन्दी के प्रश्नों के ही उत्तर देने पड़े।
हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) द्वारा जारी 28 अगस्त 2018 की अधिसूचना अब लागू नहीं है और इसलिये बीएड उम्मीदवारों को प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों के रूप में नियुक्ति के लिए पात्र नहीं माना जा सकता है।
अतुल प्रसाद ने आगे कहा, “TRE 1.0 का रिजल्ट तभी निकलेगा, जब हम तैयार हो जायेंगे इसके लिये। हो सकता है हम कल तैयार हो जायें, परसों तैयार हो जायें या हो सकता है हम एक सप्ताह के बाद तैयार हों।”
वर्तमान में राज्य में 13 अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय सुचारू रूप से चल रहे हैं। विभाग का मानना है कि इन स्कूलों में वर्ग 9-12 तक की विभिन्न कोटि के पदों के सृजन की स्वीकृति प्रदान किये जाने से उच्च गुणवत्तापूर्ण स्कूली शिक्षा का प्रसार किया जा सकेगा।
कैलेण्डर के अनुसार, समिति द्वारा वर्ष 2024 में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) का आयोजन दो बार किया जाएगा। पहली बार इस परीक्षा का आयोजन 1-20 मार्च के बीच और दूसरी बार STET परीक्षा का आयोजन दिनांक 10-30 सितंबर के बीच आयोजित किए जाने की संभावना है।
विभाग का मानना है कि चूंकि यह दो पहिया वाहन/स्कूटी का प्रशिक्षण अध्यापकों के प्रशिक्षण का अभिन्न अंग होगा, अतः इसके लिये स्थायी दर भी तय करना उचित होगा। इसके लिये विभागीय स्तर पर तुरंत निविदा निकालने और दर निर्धारित करते हुए प्रति प्रशिक्षणार्थी को दो पहिया वाहन का प्रशिक्षण जल्द शुरू करने का आदेश दिया।
बिहार विशेष विद्यालय अध्यापक पात्रता परीक्षा-2023 में दो पेपर होंगे। पहला पेपर वर्ग 1-5 विद्यालय शिक्षक पदों तथा दूसरा पेपर वर्ग 6-8 विद्यालय शिक्षक पदों के लिये। पेपर-। तथा पेपर-।। में उत्तीर्ण सभी अभ्यर्थियों को उत्तीर्णता प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा। बिहार विशेष विद्यालय अध्यापक पात्रता परीक्षा- 2023 के उत्तीर्णता प्रमाण-पत्र की वैधता जीवनपर्यन्त (Lifetime) होगी।
शिक्षक मो. अयाज़ मुर्तज़ा भरतपूरा स्थित दुल्हिनबाज़ार मध्य विद्यालय में प्रखंड शिक्षक के तौर पर कार्यरत हैं। उनकी बस इतनी सी गलती है कि उन्होंने स्कूलों में अवकाश तालिका को लेकर उपजे विवाद वाले एक पोस्ट की टिप्पणी को लाइक करते हुए एक टिप्पणी की थी।
जमुई के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इसके लिये बज़ाब्ता एक कार्यालीय आदेश जारी कर समग्र शिक्षा अभियान से जुड़े अधिकारी प्रेम कुमार को मीडिया प्रभारी के तौर पर प्राधिकृत किया है। आदेश में कहा गया है कि यह विभागीय निदेश के आलोक में किया जा रहा है।
किशनगंज के स्कूलों में जन चेतना जागृति व शैक्षणिक विकास मंच नाम के गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के माध्यम से मिड-डे मील का वितरण किया जाता है। जब से गैर-सरकारी संगठनों को एमडीएम की जिम्मेदारी मिली है, तब से भोजन की गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
शिक्षा विभाग द्वारा बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित विद्यालय अध्यापकों को औपबंधिक नियुक्ति पत्र दिया जा चुका है, तथा विद्यालयों में योगदान की प्रक्रिया चल रही है। नवनियुक्त शिक्षकों के योगदान के योगदान के संबंध में विभाग ने एक बड़ा अपडेट जारी किया है।
पत्र में लिखा गया है कि राज्य के विद्यालयों में अधिक से अधिक छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। इसके बावजूद कुछ जिलों में ऐसा पाया जा रहा है कि अभी भी 50 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले विद्यालयों की संख्या काफी अधिक है। यह स्थिति स्वीकार योग्य नहीं है।