सक्षमता परीक्षा के ख़िलाफ नियोजित शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन के बीच बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सक्षमता परीक्षा में फेल करने वाले नियोजित शिक्षकों की नौकरी ख़त्म करने को लेकर अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है।
मीडिया से बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा के विरोध में इतनी हड़बड़ी नहीं दिखानी चाहिये, क्योंकि एक विभागीय कमेटी ने अभी सिर्फ अपनी अनुशंसा रिपोर्ट सौंपी है। उन्होंने कहा कि इस पर अंतिम निर्णय सरकार लेगी।
Also Read Story
“हमारे ख्याल से शिक्षकों को इतना हड़बड़ाना नहीं चाहिये। इसलिये कि अभी तो सरकार का अंतिम निर्णय हुआ नहीं है। सरकार ने नियमावली में कहा था कि इसके बारे में कमेटी से जांच करायेंगे या विभाग में इसपर निर्णय होगा। विभाग ने अपनी कमेटी बनाई थी जिसने अपनी अनुशंसा रिपोर्ट दी है,” उन्होंने कहा।
विजय कुमार चौधरी ने आगे कहा, “अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है…निश्चित रूप से हमलोग देखेंगे और जो शिक्षकों का हित है… और जो भी शिक्षकों का पक्ष है, वह भी ज़रूर सुनी जायेगी। आंदोलन करने से तो किसी समस्या का समाधान नहीं होता है।”
बताते चलें कि बिहार के नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रदर्शन सक्षमता परीक्षा में तीन बार फेल होनेवाले शिक्षकों को नौकरी से बर्ख़ास्त करने, आवेदन के समय तीन जिलों का विकल्प मांगने और ऑनलाइन मोड में परीक्षा आयोजित करने के विरोध में है।
10 फरवरी को नियोजित शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा के विरोध में जिलास्तर पर मशाल जुलूस भी निकाला था। शिक्षकों की मांग है कि परीक्षा ऑफलाइन मोड में हो, तीन जिलों का विकल्प हटाया जाये और तीन बार फेल करने वाले शिक्षकों की नौकरी ख़त्म ना की जाये।
उल्लेखनीय है कि बिहार के नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिलाने संबंधी सक्षमता परीक्षा 26 फरवरी से 13 मार्च के बीच होगी। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) इस परीक्षा का आयोजन करेगी।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।