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धमदाहा विधायक लेशी सिंह को फिर मिला खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण विभाग

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leshi singh taking oat as cabinet minister in mahagatbandhan government

जदयू की नेता व धमदाहा से विधायक लेशी सिंह पांचवीं बार कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रही हैं। पिछले कैबिनेट में वह खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री थीं, मंगलवार को 33 मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें लेशी सिंह भी शामिल हैं। इस बार भी उन्हें खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण विभाग ही दिया गया।


लेसी सिंह का जन्म 5 जनवरी 1974 को कटिहार ज़िला के मनिहारी प्रखण्ड अंतर्गत गोआगाछी में हुआ था। सरसी के मधुसूदन सिंह उर्फ बूटन सिंह से उनकी शादी हुई ।

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राजनीति में उनका पदार्पण उनके पति दिवंगत मधुसूदन सिंह के साथ साल 1995 में हुआ।


मधुसूदन सिंह समता पार्टी के सक्रिय नेता थे। पूर्णिया में उनकी एक अलग राजनीतिक पहचान थी। नतीजतन, लेशी सिंह की भी एक अलग पहचान बनी।

फरवरी 2000 के चुनाव में पहली बार उन्होंने समता पार्टी के टिकट पर विधायकी का चुनाव जीता। इस चुनाव में 14739 वोट के अंतर से जीत दर्ज कर वह विधानसभा पहुंचीं।

उसी साल अप्रैल में पूर्णिया न्यायालय में मधुसूदन सिंह को अपराधियों ने गोलियों से भून डाला।

पति की मौत के बाद राजनीति में उनकी सक्रियता और बढ़ गई। वह समता पार्टी में विभिन्न पदों पर रहीं। समता पार्टी का जदयू में विलय होने के बाद साल 2005 के फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव में धमदाहा विधानसभा सीट से उन्होंने जीत दर्ज की, लेकिन उसी साल अक्टूबर में हुए चुनाव में उन्हें राजद उम्मीदवार दिलीप यादव के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

लेकिन, लेशी सिंह तब तक सक्रिय राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ बना चुकी थीं। इसी वजह से साल 2006 में वह महिला जदयू की प्रदेश अध्यक्ष बनी और वर्ष 2007 में उन्हें बिहार राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया।

वर्ष 2010 में लेशी सिंह फिर से धमदाहा में जदयू की उम्मीदवार बनीं और इस बार 45000 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचीं। इसके बाद वह लगातार जीतती रहीं।

साल 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने 30291 वोटों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को पटखनी दी और वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में 33594 मतों से जीत दर्ज कर पांचवी बार विधानसभा पहुंचीं ।

leshi singh Food and Consumer Protection ministry portfolio

अपने 22 साल के विधायकी करियर में वह समाज कल्याण, खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, उद्योग विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग संभाल चुकी हैं।


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