नीट परीक्षा के परिणाम और प्रश्न पर बढ़ रहे विवाद पर कांग्रेस पार्टी ने जांच की मांग कर दी है। पार्टी ने एक साथ 67 टॉपर को परीक्षा में 720 में से 720 अंक मिलने पर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है। इसके अलावा एक सेंटर के 8 बच्चों के टॉप करने को भी सन्दिग्ध बताते हुए कांग्रेस इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में जांच की मांग कर रही है।
शुक्रवार को पार्टी के नेता कन्हैया कुमार ने कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) जिस तरह की सफाई पेश कर रही है वह काफी अटपटा है। एनटीए ने कहा था कि छात्रों को ग्रेस अंक दिए जाने पर उन्हें 720 नंबर मिले हैं। कन्हैया ने कहा कि ऐसा करने से जो 67 टोपर हैं उनमें से कइयों को देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान एम्स में भी दाखिला नहीं मिल पाएगा। एम्स में 50 के करीब ही सीट होती हैं।
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हमारी मांग:
– NEET परीक्षा से जुड़े मुद्दों की पुनर्समीक्षा की जाए
– जो शिकायत कर रहे हैं, उसका समाधान किया जाए
– सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच हो
– जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर दोबारा परीक्षा होनी चाहिए: NSUI इंचार्ज @kanhaiyakumar जी pic.twitter.com/PrnQDTSX5y
— Congress (@INCIndia) June 7, 2024
4 जून को नीट परिणाम देने पर जयराम ने उठाये सवाल
कांग्रेस का कहना है कि लाखों परीक्षार्थियों के साथ घोटाला किया गया है। यह देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश के ने कहा कि जब पेपर लीक होने की खबर आई तो उसे दबा दिया गया। छात्रों के साथ इतना बड़ा छल कैसे हुआ, क्यों परीक्षा परिणाम चुनाव के परिणाम वाले दिन ही निकला गया जबकि इसे 14 जून को घोषित होना था। जय राम रमेश ने इन सभी चीज़ों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की और कहा कि परीक्षा की शुचिता में छात्रों का जो विश्वास टूटा है वह दोबारा बहाल करने की जरूरत है।
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी नीट परीक्षा में कथित गड़बड़ी की निंदा की। उन्होंने कहा कि पेपर लीक, परीक्षा में धांधली और भ्रष्टाचार जैसी घटनाएं नीट के साथ साथ कई और परीक्षाओं का अभिन्न अंग बन गई हैं। केंद्र सरकार को इसकी ज़िम्मेदारी लेनी पड़ेगी। अभ्यर्थियों को बार बार अनियमितताओं और पेपर लीक की घटनाओं से जूझना पड़ रहा है, यह उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
पेपर लीक, धांधली और भ्रष्टाचार NEET समेत कई परीक्षाओं का अभिन्न अंग बन गई हैं।
इसकी सीधी ज़िम्मेदारी मोदी सरकार की है।
अभ्यार्थियों के लिए भर्ती परीक्षाओं में भाग लेना, फिर अनेकों अनियमितताओं से जूझना, पेपर लीक के चक्रव्यूह में फँसना, उनके भविष्य से खिलवाड़ है।
भाजपा ने देश… pic.twitter.com/bwlGehAsxO
— Mallikarjun Kharge (@kharge) June 7, 2024
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘सरकार छात्रों को अनसुनी कर रही है’
वहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी नीट 2024 के रिजल्ट में अनियमितता की जांच कराने की मांग की। एक्स पर प्रियंका ने एक पोस्ट में लिखा कि पहले नीट परीक्षा में पेपर लीक हुआ और अब छात्र परिणाम में धांधली का आरोप लगा रहे हैं। एक परीक्षा केंद्र के छह छात्रों को पूरे 720 में से 720 नंबर आगये जिसपर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
आगे उन्होंने लिखा, “रिजल्ट आने के बाद देश भर में कई छात्रों के आत्महत्या करने की खबरें हैं। यह बहुत दुखद और झकझोरने वाला है। सरकार लाखों छात्रों की आवाज़ को अनसुनी क्यों कर रही है? छात्र-छात्राओं को नीट परीक्षा के परिणाम में धांधली के वाजिब सवालों के जवाब चाहिए।”
पहले NEET परीक्षा का पेपर लीक हुआ और अब छात्रों का आरोप है कि इसके रिजल्ट में भी स्कैम हुआ है। एक ही सेंटर के 6 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिलने पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और कई तरह की अनियमितताओं की बातें सामने आ रही हैं। दूसरी ओर, रिजल्ट आने के बाद देश भर में कई बच्चों के…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 7, 2024
बता दें कि एनटीए ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि एनसीईआरटी के टेक्स्ट बुक में बदलाव होने से इस बार परीक्षा के परिणाम इस तरह के आये हैं। साथ ही परीक्षा केंद्रों पर बर्बाद हुए समय के कारण ग्रेस मार्क्स दिया गया था जिससे छात्रों को अधिक अंक मिले हैं।
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