Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

अररिया: उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ चैती छठ संपन्न

अररिया शहर के ज्यादातर छठ व्रतियों ने अपने घर के आंगन, नहर, त्रिसुलिया घाट आदि जगहों पर भगवान भास्कर की पूजा अर्चना की।

ved prakash Reported By Ved Prakash |
Published On :

लोक आस्था का महापर्व चैती छठ मंगलवार की सुबह उगते सूर्य के अर्घ्य के साथ संपन्न हो गया।

चार दिवसीय इस अनुष्ठान के अंतिम दिन सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रतियों ने अन्न जल ग्रहण कर पारण किया। इस मौके पर अररिया शहर के ज्यादातर छठ व्रतियों ने अपने घर के आंगन, नहर, त्रिसुलिया घाट आदि जगहों पर भगवान भास्कर की पूजा अर्चना की। शहर के विभिन्न इलाकों में छठी मैया के लोक गीत बजाए गए।

Also Read Story

कांग्रेस में नये जिला अध्यक्ष के विरोध में कार्यकर्ता, बताया ‘अनपढ़’

मनिहारी पंचायत उपचुनाव: फतेहनगर की मुखिया बनीं नाज़नीन यासमीन व केवला की पंचायत समिति बने मुन्ना रजक

अररिया: मिड डे मील में मिला सांप, 20 से अधिक बच्चे अस्पताल में भर्ती

पूर्णिया: मासिक धर्म के प्रति जागरुकता फैलाने को लेकर निकाली गई यात्रा में सैकड़ों लोग हुए शामिल

किशनगंज: जिला परिषद उपचुनाव में अशरफुल हक़ जीते

किशनगंज: गैस सिलेंडर फटने से मिठाई दुकान में भीषण आग

युवक पर पीट पीट कर पिता की हत्या करने का आरोप

19 अगस्त से BPSC लेगा शिक्षक परीक्षा

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जिला अध्यक्षों को बदला

बिहार में छठ मुख्यरूप से दो प्रकार से मनाया जाता है। पहला चैत्र मास में मनाया जाता है वहीं, दूसरा छठ कार्तिक मास में। मान्यता है कि इस पर्व को सबसे पहले कर्ण ने सूर्य की पूजा कर शुरू किया था।


कहा जाता है कि कर्ण भगवान सूर्य के परम भक्त थे और घंटों पानी में खड़े होकर उनको अर्घ्य देते थे। सूर्य की कृपा से ही वह महान योद्धा बने थे। तभी से छठ में सूर्य का अर्घ्य देने की परंपरा प्रचलित है।

बता दें कि बिहार में चैती छठ कम लोग ही मनाते हैं। इस वर्ष अधिकांश छठ व्रतियों ने घर के आंगन में तालाब का निर्माण कर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

अररिया में जन्मे वेद प्रकाश ने सर्वप्रथम दैनिक हिंदुस्तान कार्यालय में 2008 में फोटो भेजने का काम किया हालांकि उस वक्त पत्रकारिता से नहीं जुड़े थे। 2016 में डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कदम रखा। सीमांचल में आने वाली बाढ़ की समस्या को लेकर मुखर रहे हैं।

Related News

“पति को ढूंढने के बहाने थानाध्यक्ष, मुखिया के बेटे ने किया शारीरिक शोषण” – पीड़ित महिला का आरोप

राज्य में अगले दो-तीन दिन भारी बारिश और ओलावृष्टि का पूर्वानुमान

भाभा रिसर्च सेंटर में हैं वैज्ञानिक, UPSC निकाला, अब कलक्टर बनेंगे सहरसा के निर्मल

यूपीएससी में अररिया के अविनाश कुमार को मिला 17वां रैंक

अररिया के सिकटी में आकाशीय बिजली गिरने से बच्चे की मौत

वेब पोर्टल के माध्यम से होगा नियोजित शिक्षकों व लाइब्रेरियनों का ट्रांसफर

संसद में उठायेंगे एएमयू किशनगंज का मुद्दा – इमरान प्रतापगढ़ी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latests Posts

Ground Report

अररिया में एक फैसले से पांच हज़ार आदिवासी-दलित हो जाएंगे बेघर

‘हम चाहते थे बेटा पढ़ाई करे, मज़दूरी नहीं’, नेपाल में मरे मज़दूरों की कहानी

किशनगंज का नेहरू कॉलेज, जहाँ 21 एकड़ के कैंपस में छात्र से ज़्यादा मवेशी नज़र आते हैं

ज़मीन पर विफल हो रही ममता बनर्जी सरकार की ‘निज घर निज भूमि योजना’

महादलित गाँव के लिए 200 मीटर रोड नहीं दे रहे ‘जातिवादी’ ज़मींदार!