अश्फाक़ करीम ने कहा कि लोगों को लगता है कि मुस्लिमों के पास कोई विकल्प नहीं है और वे सोचते हैं कि वो कहां जायेंगे, लेकिन उनलोगों को पता लग जायेगा कि मुस्लिम कहां जायेंगे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ होते हुए भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुसलमानों के लिये बहुत काम किया है।
बिहार के किशनगंज स्थित AIMIM प्रदेश कार्यालय में पार्टी के बिहार जेनरल सेक्रेटरी इंजीनियर आफताब अहमद ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि अररिया सीट पर राजद ने जो उम्मीदवार उतारा है, उसको लेकर लोगों में नाराज़गी है, इसलिये अररिया सीट पर AIMIM अपना उम्मीदवार खड़ा करने पर विचार कर रही है।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले बिहार में राष्ट्रीय जनता दल को बड़ा झटका लगा है। पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. अहमद अशफाक करीम ने लालू प्रसाद यादव पर मुसलमानों की हक़मारी का आरोप लगाते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
चंद्रहास चौपाल वर्तमान में सिंघेश्वर विधानसभा से विधायक हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले चंद्रहास चौपाल भाजपा में थे। इस विधानसभा चुनाव में सिंहेश्वर सुरक्षित विधानसभा सीट जदयू के खाते में गई तो तत्कालीन एससी-एसटी कल्याण मंत्री डॉ. रमेश ऋषिदेव को टिकट मिला। इधर, चंद्रहास चौपाल विधानसभा चुनाव से कुछ समय पूर्व ही राजद ज्वाइन कर टिकट लिए थे।
बांका लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें अमरपुर, धौरैया, बांका, कटोरिया, बेलहर और सुल्तानगंज शामिल हैं। सुल्तानगंज विधानसभा भागलपुर जिला तथा बांका लोकसभा क्षेत्र में आता है जबकि बाकी पांच विधानसभा क्षेत्र बांका जिले का हिस्सा है।
मीसा जहां पाटलिपुत्र से चुनाव मैदान में उतरी हैं, वहीं रोहिणी पहली बार सारण संसदीय सीट से भाग्य आजमा रही हैं। राजद ने हाल ही में 17 साल जेल में रहने के बाद अशोक महतो से शादी रचाने वाली अनीता महतो को मुंगेर से टिकट दिया है।
बीमा भारती ने कहा, “हमको लगता है कि (पप्पू यादव) बीजेपी के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। यह सभी जानते हैं। महागठबंधन को हराने के लिये इस तरह की साज़िश रचने का काम किया है, यह तो शोभनीय नहीं है।”
पूर्व कदवा विधायक हिमराज सिंह पिछले कई महीनों से कटिहार लोकसभा क्षेत्र का दौरा कर चुनाव की तैयारी कर रहे थे। लेकिन, नामांकन वापसी की आखिरी तारीख को उन्होंने अपना पर्चा वापस ले लिया।
2020 के विधानसभा चुनाव में पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक वोट एनडीए गठबंधन को मिले थे। वहीं, महागठबंधन दूसरे और लोक जनशक्ति पार्टी तीसरे नंबर पर रही। यहां से एनडीए को 4,81,073, महागठबंधन को 3,89,972 और लोक जनशक्ति पार्टी को 1,14,574 वोट प्राप्त हुए थे।
बिहार में हुई जातीय गणना के आंकड़ों के अनुसार बिहार में मुसलमानों की आबादी 17.7% है, लेकिन महागठबंधन में बिहार में मुसलमानों को उनकी आबादी के हिसाब से उतना टिकट मिलता नहीं दिख रहा है। इस प्रश्न पर तारिक अनवर ने कहा कि भारत में सांप्रादायिक ताकतें हावी हैं ऐसे में उन लोगों को टिकट दिया गया है जो देशद्रोही ताकतों से सबसे मजबूती से लड़ और जीत सकें।
पिछले तीन लोकसभा चुनावों की बात करें तो यह सीट एक-एक बार भाजपा, NCP और जदयू के खाते में गई है। 2009 में भाजपा के निखिल कुमार चौधरी, 2014 में NCP के तारिक़ अनवर और 2019 में जदयू के दुलाल चंद्र गोस्वामी यहां से सांसद चुने गये।
किशनगंज लोकसभा सीट से खड़े होने वाले राजनितिक दल के प्रत्याशियों में जनता दल (यूनाइटेड) के मुजाहिद आलम, इंडियन नेशनल कांग्रेस के डॉ. मोहम्मद जावेद, बहुजन समाज पार्टी के बाबुल आलम, ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लेमीन के अख्तरुल ईमान, राष्ट्रीय समाज पक्ष के शाहबुज़ ज़मा भारतीय शामिल हैं।
राजद प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि वीआईपी भी अब महागठबंधन में शामिल है।
कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित मिलन समारोह में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने सन्नी हजारी को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करवाई।
2020 विधानसभा चुनाव में किशनगंज लोकसभा क्षेत्र के अंदर सबसे ज्यादा वोट AIMIM को मिले थे। वहीं, वोटों के मामले में दूसरे नंबर पर महागठबंधन और तीसरे नंबर पर एनडीए गठबंधन रहा। AIMIM को 3,89,452, महागठबंधन को 2,67,442 और एनडीए को 2,60,156 वोट प्राप्त हुए।