किशनगंज के एसआईएस कर्मचारियों द्वारा कैश वैन ले जाते हुए पश्चिम बंगाल में लूट की घटना को पुलिस ने सुलझा लेने का दावा किया है।
किशनगंज पुलिस के मुताबिक, एसआईएस कर्मचारियों ने लूट की योजना बनाई थी। पुलिस ने इस मामले में एसआईएस के चार कर्मी सहित आठ आरोपी को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 6 लाख रुपये बरामद किये गये हैं।
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एसआईएस कर्मियों के मिलीभगत से लूट
किशनगंज एसपी डॉ इमानुल हक मेगनु ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर पत्रकारों को बताया कि 13 सितंबर को एसआईएस कर्मियों द्वारा बदमाशों के साथ मिलीभगत कर कैश वैन से दो करोड़ रुपये गायब करने की योजनाबद्ध साजिश रची गई थी। इस घटना का मास्टरमाइंड कैश वैन चालक जमील अख्तर ने पुलिस के द्वारा पूछताछ के क्रम में खुलासा किया।
एसपी ने कहा कि घटना से 15 दिन पहले पश्चिम बंगाल के ग्वालपोखर थानांतर्गत कालू गांव निवासी सुकरुद्दीन नामक व्यक्ति के घर पर एसआईएस कर्मियों ने कैश वैन लूट की योजना बनायी थी।
नौ अपराधी लूट में शामिल
एसपी ने मामले का खुलासा कर कहा कि कैश गायब करने के लिए नौ अपराधी घटना के दिन शामिल हुए थे, जिनमें से चार अपराधी कैश वैन का पीछा कर उसके ड्राइवर से लोकेशन लेकर अपने अन्य साथियों को लोकेशन दे रहा था, जो पश्चिम बंगाल के रामपुर के पास कैश वैन के इंतजार में खड़े थे।
एसपी ने कहा कि प्लान के मुताबिक खगड़ा बीएसएफ कैम्प स्थित एटीएम में कैश डालने के उपरांत कैश वाहन तेल लाने के बहाने बंगाल के रामपुर के पास पहुंची, तो वहां पहले से मौजूद अपने सहयोगी को कैश वैन में बचे शेष रुपये एसआईएस के कर्मियों ने हस्तगत करा दिया। उसके उपरांत एसआईएस के कर्मियों ने पुलिस को भ्रमित करने के लिए गलत जानकारी किशनगंज पुलिस को दी।
चाकुलिया पुलिस ने डाक लेने से किया मना
घटना के बाद किशनगंज पुलिस ने न्यायालय के जजमेंट का अनुपालन करते हुए, कैश वाहन चालक के बयान पर जीरो प्राथमिकी दर्ज की और डाक के माध्यम से पश्चिम बंगाल की चाकुलिया पुलिस को दी गयी, लेकिन बंगाल के चाकुलिया पुलिस ने डाक लेने से मना कर दिया।
इसके बाद किशनगंज पुलिस कप्तान ने एक छापेमारी दल का गठन कर 14 सितंबर की मध्य रात्रि पश्चिम बंगाल के ग्वालपोखर थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर ग्रामीणों के सहयोग से छापेमारी कर घटना में शामिल तीन लोगों के पास से 60 लाख रुपये नगद बरामद किये।
पांच गिरफ्तार अपराधी एसआईएस संस्थान के कर्मी
एसपी ने कहा कि गिरफ्तार अपराधियों में पांच एसआईएस संस्थान के हैं जिनमें कटिहार के बारसोई निवासी विनय कुमार मंडल और दशरथ राउत, पश्चिम बंगाल के ग्वालपोखर निवासी कैश वैन चालक जमील अख्तर और गनमैन सुल्तान तथा चाकुलिया निवासी मुहम्मद गुलजार हुसैन शामिल हैं। इनलोगों के तीन सहयोगी ग्वालपोखर निवासी कुर्बान अली, सुकरुद्दीन और मुज्जमिल को भी गिरफ्तार किया गया है।
इस घटना के उद्भेदन के बाद किशनगंज पुलिस कप्तान ने अपने पुलिस कर्मियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि बिहार पुलिस का भविष्य बहुत ही अच्छा है। पुलिस कर्मियों ने घटना के उद्भेदन के लिए बढ़ चढ़ कर भाग लिया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षु महिला पुलिस पदाधिकारियों ने भी अपना कर्तव्य बखूबी निभाया। इसके अलावा टेक्निकल तथ्यों पर युवा पुलिस पदाधिकारियों ने बेहतरीन काम किया जिससे मामले का सफल उद्भेदन संभव हो सका।
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