गुजरात के भुज में भारत-पाकिस्तान के हरामी नाला सीमा पर तैनात सहरसा के रहने वाले सीमा सुरक्षा बल के सहायक कमांडेंट विश्वदेव पेट्रोलिंग के दौरान शुक्रवार को शहीद हो गए। वह सहरसा जिला स्थित कहरा प्रखंड के कहरा गांव निवासी रामनाथ झा के छोटे पुत्र थे।
विश्वदेव अपने पीछे 12 वर्ष की पुत्री और 5 वर्ष के पुत्र छोड़ गए हैं। देर रात जब उनका पार्थिव शरीर कहरा पहुँचा तो ‘विश्वदेव अमर रहे’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे से पूरे गांव गूंज उठे।
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सीमा सुरक्षा बल के डीआईजी इशाहुल, सहरसा के पुलिस अधीक्षक हिमांशु, सदर विधायक सह पूर्व मंत्री डॉ आलोक रंजन ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। विधायक डॉ आलोक रंजन ने बताया कि सहरसा के लाल विश्वदेव की शहादत पर सभी को गर्व है, जिन्होंने डयूटी के दौरान भारत माँ की रक्षा करते हुए शहीद हो गए।
वहीं, बीएसएफ़ के डीआईजी इशाहूल ने बताया कि बीएसएफ़ के सहायक कमांडेंट विश्वदेव, जो गुजरात के हरामी नाला सीमा के पास पेट्रोलिंग कर रहे थे, वीरगति को प्राप्त हुए हैं। हमें उनकी शहादत पर गर्व है।
मिली जानकारी के अनुसार, विश्वदेव का चयन वर्ष 2004 में बीएसएफ़ में सब इंस्पेक्टर के पद पर हुआ था। प्रोन्नति के बाद वे सहायक कमांडेंट के पद पर पहुँचे थे।
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