जदयू सांसद ललन सिंह ने बुधवार को लोकसभा में मणिपुर समेत कई मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि सरकार के लोग देश की दूसरी छोटी-मोटी घटनाओं की चर्चा कर मणिपुर हिंसा की घटना को जस्टिफाई करना चाहते हैं। “मणिपुर को आप हल्के में न लें, आज मणिपुर में घटना हुई है, कल मिजोरम में होगी, नागालैंड में होगी। पूरे पूर्वोत्तर की सीमा प्रभावित होगी,” उन्होंने कहा।
मणिपुर पर पीएम की भूमिका पर उठाए प्रश्न
मुंगेर सांसद ने आगे कहा कि उन्होंने मणिपुर का दौरा किया था। वहां समुदायों के बीच दूरी बहुत बढ़ चुकी है। इन सब के बावजूद सत्तापक्ष के लोग मणिपुर की घटना को बहुत हल्के में ले रहे हैं, लेकिन वास्तव में यह मामला बेहद गंभीर हो चुका है। 3 मई से मणिपुर लगातार जल रहा है। 150 से अधिक मारे गए, लेकिन प्रधानमंत्री ने संवेदना के लिए एक शब्द नहीं कहा।
ललन सिंह ने कैंप में रहने वाले मणिपुर के हज़ारों लोगों की पीड़ा को खत्म करने के लिए सरकार से उन्हें पुनर्वासित करने की मांग की और कहा कि मणिपुर में दोनों पक्षों में विश्वास पैदा करने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा, “मणिपुर के लोग महीनों से अपने घरों से दूर राहत शिविरों में रह रहे हैं। शिविर में गर्भवती महिलाएं रह रही हैं। वहां उन्हें प्रसव पीड़ा हो रही है, यह दुर्भाग्य है। क्या यह प्रधानमंत्री का दायित्व नहीं बनता है कि देश के एक राज्य में इतनी बड़ी घटना हो गई उसके बारे में एक शब्द बोलें?”
”देश में बस एक आदमी को रोज़गार मिला है”
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बोलते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने की बात कही थी। 9 सालों में 18 करोड़ तो दूर 18 लाख नौकरियों का भी पता नहीं है। इसके बाद उन्होंने उद्योगपति गौतम अडानी का नाम लिए बिना उनपर भी हमले किए। “एक आदमी को रोज़गार ज़रूर मिला। वह सबसे बेरोज़गार था। उसको भारी रोज़गार देकर देश के नंबर 1 और दुनिया के नंबर 3 पर पहुंचा दिए। देश के नौजवानों को तो रोज़गार नहीं मिला,” ललन सिंह बोले।
उन्होंने इसके बाद अग्निवीर योजना पर रक्षा मंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि लाखों नौजवानों ने नियमित बहाली के दौड़ में परीक्षा पास किया, लेकिन अग्निवीर योजना लाकर उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया गया।
गृहमंत्री अमित शाह के एक इंटरव्यू का ज़िक्र करते हुए ललन सिंह ने कहा कि गृह मंत्री से हर साल 2 करोड़ नौकरियां और प्रत्येक व्यक्ति को 15 लाख रुपये देने पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चुनाव के समय ऐसे जुमले बोले जाते हैं। इस बयान के बाद सत्तापक्ष के नेताओं ने सदन में खूब शोर मचाया, जिस पर ललन सिंह ने अपना मोबाइल दिखाते हुए कहा, “मेरे इसमें हैं, कहियेगा तो दिखा देंगे। इसमें है आपके गृह मंत्री का इंटरव्यू।”
ललन सिंह ने केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना को विफल बताया और इसके बाद कहा कि महाराष्ट्र में 70,000 करोड़ का घोटाला हुआ, लेकिन भाजपा में शामिल होने के बाद सारे नेताओं का शुद्धिकरण कर दिया गया। उन्होंने कर्नाटक में भाजपा की हार की सबसे बड़ी वजह भ्रष्टाचार बताया।
”मारते रहो छापा ….”
2015 चुनाव की बात करते हुए ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में 43 आमसभाएं कीं लेकिन भाजपा को केवल 53 सीटें मिलीं। उन्होंने लालू यादव और उनके परिवार के घरों पर ईडी की छापेमारी का मुद्दा उठाया और कहा, “जब इनका नहीं चला तो इन्होंने लालू जी के परिवार के यहां छापा मरवाने का काम किया। छापा मरवाने के कारण 2017 में जब हमारा गठबंधन टूटा तो 2017 से 2022 तक कुछ नहीं हुआ। जैसे ही 9 अगस्त 2022 को फिर से गठबंधन हुआ तो लगातार छापा मार रहे हैं। अरे छापा मारते रहो…बिहार की 40 की 40 सीट हारोगे।”
”पूर्णिया और लखीसराय में अमित शाह ने सफ़ेद झूठ बोला”
जदयू अध्यक्ष ने गृह मंत्री के बिहार दौरों का भी ज़िक्र किया और कहा कि पूर्णिया और लखीसराय में आकर अमित शाह ने मंच से कई सफेद झूठ बोले। “अमित शाह पूर्णिया में भाषण दिए और कहे कि मोदी जी पूर्णिया का हवाई अड्डा बनवाया कि नहीं बनवाया। जनता हंस रही थी, जिसका काम भी शुरू नहीं हुआ उसको भी बनवा दिए हवाई अड्डा। उसके बाद अभी लखीसराय गए और बोले कि मुंगेर में मोदी जी ने इंजीनियरिंग कॉलेज और मेडिकल कॉलेज बनवाया कि नहीं बनवाया। हर घर नल का जल पहुंचाया कि नहीं पहुंचाया, तीनों सफ़ेद झूठ है। मुंगेर के इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में एक भी रुपया केंद्र का नहीं है,” ललन सिंह ने कहा।
“मुंगेर की हर घर नल जल योजना में एक रुपया भी राज्य सरकार ने केंद्र से नहीं लिया। इन्होने ऑफर किया उन्होंने ठुकरा दिया, कहा -नहीं लेंगे। यह केंद्र सरकार की फितरत है कि राज्य में कोई योजना चलती है तो उसमें कुछ पैसा दे देते हैं और कहते हैं कि यह हमारी योजना है। नीतीश जी ने कहा एक रुपया नहीं लेंगे। मैं अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करता हूँ और 2024 में इनकी विदाई का एलान करता हूँ,” उन्होंने आगे कहा।
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