“आजादी के 100 वर्ष पूरे होने तक भारत को पूर्ण रूप से विकसित देश बनाना भाजपा का लक्ष्य है। अमृत काल में पेश हुए बजट में बिहार को एक हजार करोड़ सूद रहित ऋण के रूप में दिया गया है।”
पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने उक्त बातें किशनगंज की मारवाड़ी मर्चेंट कमिटी के व्यापारियों के साथ बजट की चर्चा केदौरान कहीं।
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उन्होंने बजट को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि बजट में सभी वर्गों के हितों का ख्याल रखा गया है।
अमृत काल में पेश हुए बजट में ‘सबका साथ सबका विकास’ का लक्ष्य रखा गया है। बजट में कृषि, रोजगार, टैक्स स्लैब, गरीबों के आवास योजना, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित सभी क्षेत्रों में लोगों के विकास और सुविधा का ख्याल रखा गया है।
बजट को बिहार के लिए लाभकारी बताते हुए उन्होंने कहा कि कर के रूप में एक लाख सात हजार करोड़ की राशि दी जाएगी, जो विगत बजट के प्रावधान से पच्चीस हजार करोड़ ज्यादा है। वहीं सूद रहित ऋण के रूप में भी तेरह हजार करोड़ आवंटित किया जाएगा, जो 50 वर्षों में केंद्र को वापस करना है। बिहार में रेलवे का दोहरीकरण किया जाएगा, वहीं 1000 अमृत स्टेशनों में बिहार के 87 स्टेशन को चिन्हित किया गया है। अररिया-गलगलिया रेल लाइन के लिए सात सौ करोड़ और जोगबनी से विराटनगर तक नई रेल लाइन बिछाने के लिए एक हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है।
बजट की खूबियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में 66% ज्यादा राशि का प्रावधान किया गया, ताकि गरीब तबके के लोगों को आवास मुहैया किया जा सके। मध्यम वर्ग के उद्यमियों को ध्यान में रखते हुए सात लाख तक की टैक्स छूट दी गई है। एग्रीकल्चर से संबंधित युवा उद्यमी के लिए अलग राशि का प्रावधान किया गया है।
तारकिशोर प्रसाद ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बनने के चक्कर में मुख्यमंत्री पद का निर्वहन सही ढंग से नहीं कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों ने नीतीश कुमार को अस्वीकार कर दिया है। बिहार में महागठबंधन के सभी दल आपस में ही एक दूसरे पर टीका टिप्पणी करते रहते हैं।नीतीश कुमार ने बिहार के जनादेश के साथ नाइंसाफी की है।
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