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बिहार: वर्षों से जर्जर फणीश्वरनाथ रेणु के गांव तक जाने वाली सड़क

रेणु द्वार से निकलने वाले इस मार्ग पर फणीश्वरनाथ रेणु अभियंत्रण महाविद्यालय भी स्थित है। छात्र-छात्राएं इसी जर्जर सड़क से होकर पढ़ने आते हैं।

ved prakash Reported By Ved Prakash |
Published On :
bihar the road leading to the village of phanishwarnath renu has been dilapidated for years

जर्जर हो चुकी यह सड़क पद्मश्री से सम्मानित मशहूर साहित्यकार फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ के गांव जाती है। बिहार के अररिया जिले के फारबिसगंज प्रखंड स्थित सिमराहा को एनएच-57 से जोड़ने वाली इस 14.4 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण 2020 में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा कराया गया था। मगर पांच साल के अंदर ही सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है।


रेणु द्वार से निकलने वाले इस मार्ग पर फणीश्वरनाथ रेणु अभियंत्रण महाविद्यालय भी स्थित है। छात्र-छात्राएं इसी जर्जर सड़क से होकर पढ़ने आते हैं। रोज़ाना यहां से हज़ारों लोगों का आवागमन होता है।

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कुछ समय पहले लोगों की मांग पर सड़क की मरम्मत की गई थी, लेकिन थोड़ी सी बारिश के बाद सड़क फिर से खराब हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि सालों से यह सड़क जर्जरता का शिकार है। चुनाव के समय इसकी जैसे-तैसे मरम्मत कर खानापूर्ति की जाती है लेकिन कुछ ही दिनों में सड़क फिर से टूट जाती है।


जगह जगह पर गड्ढे और पत्थर वाली इस सड़क पर साइकिल, बाइक, ई रिक्शा के अलावा बड़े वाहनों का परिचालन होता है।
क्षेत्र के लोग मजबूरी में इसी रास्ते से जिला मुख्यालय और बाकी जगहों पर आते जाते हैं। सबसे ज्यादा कठिनाई मरीज़ों और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाते वक़्त होती है।

जर्जर सड़क के बारे में फॉरबिसगंज विधायक के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सड़क के मेंटेनेंस के लिए निर्धारित पांच साल का समय पूरा होने वाला है। विधायक विद्यासागर केसरी ने ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री अशोक चौधरी को मामले से अवगत कराया है। सड़क के सुधार कार्य के लिए जल्द टेंडर कराने की तैयारी है।

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अररिया में जन्मे वेद प्रकाश ने सर्वप्रथम दैनिक हिंदुस्तान कार्यालय में 2008 में फोटो भेजने का काम किया हालांकि उस वक्त पत्रकारिता से नहीं जुड़े थे। 2016 में डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कदम रखा। सीमांचल में आने वाली बाढ़ की समस्या को लेकर मुखर रहे हैं।

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