मद्य निषेध व उत्पाद विभाग ने जब्त वाहन पर 8 लाख रुपये जुर्माना लगाने का आदेश दिया क्योंकि वाहन का 17 लाख रुपये का बीमा हुआ था। वाहन मालिक अनिल यादव, जो सीतामढ़ी जिले के रहने वाले हैं, ने साल 2022 में ही पहली बार कोर्ट का दरवाजा खटखटा कर हस्तक्षेप की अपील की थी, तो कोर्ट ने प्रशासन को जुर्माना लेकर वाहन छोड़ने का आदेश दिया था।
होमगार्ड की महिला कर्मियों ने भी उत्पाद विभाग के दरोगा जितेंद्र यादव पर गंभीर आरोप लगाये हैं। महिला कर्मी झूमी कुमारी सिंहा ने ‘मैं मीडिया’ को बताया कि एएसआई जितेंद्र कुमार यादव ड्यूटी के दौरान महिला कर्मियों को परेशान करते हैं और रात में बिना जरूरत कॉल करते हैं, जिससे वे लोग काफी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि एएसआई अकेले महिला कर्मी को ड्यूटी पर ले जाने के लिये मजबूर करते हैं, जिस वजह से महिला कर्मी डरी रहती हैं और कोशिश करती हैं कि उसके साथ ड्यूटी ना पड़े।
पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पीबी बजनथ्री और जस्टिस आलोक पांडेय ने मामले की सुनवाई करते हुए यह भी कहा कि अगर जब्त हाजमोले अगर नहीं छोड़े गये, तो दोषी अधिकारियों पर अवमानना का वाद चलाया जाएगा।
जहानाबाद जिले के टिकुलिया गांव के रहने वाले 55 साल के बृजलाल यादव 12 दिसम्बर 2021 की दोपहर खेत में धान की कटनी कर रहे थे, तभी उन्हें खबर मिली कि काको थाने की पुलिस उनके घर पर छापेमारी करने पहुंची है। वह खेत से भाग गये। बाद में जब पुलिस छापेमारी कर लौट गई, तो वह घर पहुंचे।
मैं मीडिया’ ने शहबाज की पोस्टमार्टम रिपोर्ट हासिल की है, जिसमें उसके हाथ, पैर, मुंह, सिर समेत अन्य जगहों पर जख्म के 11 निशान होने का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट में मौत की वजह जख्मों के चलते सदमाग्रस्त होना और हेमरेज बताया गया है।
बिहार में साल 2016 में सीएम नीतीश कुमार ने शराबबंदी लागू किया था। तब सीएम नीतीश ने कहा था कि उन्होंने यह काम बिहार की महिलाओं के कहने पर किया है। सीएम नीतीश कुमार के इस फैसले के रिसेंट इंपेक्ट भी दिखे।