शनिवार को शिक्षा मंत्री प्रो. चन्द्रशेखर प्रसाद की अध्यक्षता में पटना के डॉ. मदन मोहन झा सभागार में पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति सहित बिहार के सभी परम्परागत विश्वविद्यालय के कुलपतियों, कुलसचिवों, परीक्षा-नियंत्रकों, विधि अधिकारियों की बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में शिक्षा मंत्री ने सभी विश्वविद्यालय की समस्याओं को सुनकर तत्काल निष्पादन का आदेश शिक्षा विभाग को दिया।
पटना उच्च न्यायालय द्वारा पूर्णिया, मगध, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को मिली कड़ी चेतावनी और पाँच विश्वविद्यालयों के कुलपतियों पर जुर्माना अधिरोपित करने के बाद शिक्षा मंत्री के साथ विश्वविद्यालयों के शीर्षस्थ पदाधिकारियों की यह पहली बैठक है।
उच्च न्यायालय का कड़ा रुख़
एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय, पटना ने पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजनाथ यादव सहित बिहार के पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपतियों से परीक्षा आयोजित कराने व परीक्षाफल घोषित करने में देरी पर व्यक्तिगत एफिडेविट के जरिये कारण बताने का निर्देश दिया था। वहीं, मगध विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार जवाब दाखिल करने में असमर्थ रहने और ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा एफिडेविट के जरिये पूरी सूचना नहीं दिये जाने के कारण तीनों कुलपतियों पर उनकी जेब से 5000 रूपए का जुर्माना अधिरोपित किया है।
पटना में आयोजित इस बैठक में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी, पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. घनश्याम राय, वित्त सलाहकार इंद्र कुमार व परीक्षा नियंत्रक विनय कुमार सिंह के शामिल होने की सूचना है।
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