मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के बापू सभागार में चतुर्थ कृषि रोड मैप को लेकर किसान समागम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में एक किसान के अंग्रेजी शब्द बोलने पर सीएम ने जमकर फटकार लगाई। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि बिहार की भाषा में बात करें।
दरअसल, किसान समागम कार्यक्रम में किसान अपने क्षेत्र में हुई सफलता के अनुभव साझा कर रहे थे। लखीसराय जिले के रामपुर गांव के किसान अमित कुमार को भी स्टेज पर बुलाया गया। अमित कुमार ने गुड आफ्टरनून के साथ अपना परिचय देते हुए कहा की, उसने पुणे से MBA और लगभग 11 साल कॉर्पोरेट जॉब किया। आगे उसने ‘Visionary Policy’, ‘Search’, ‘Training’, ‘Extend’, ‘Problem Face’, ‘Solution’, ‘I hope they like it’, ‘Incentivize’ जैसे अंग्रेजी के शब्द और वाक्य इस्तेमाल किए। अमित को बीच में रोकते हुए नीतीश कुमार ने कहा, “अपने देश और राज्य की भाषा को भूल रहे हैं। सुझाव देने में भी आपलोग अंग्रेजी का प्रयोग कर रहे हैं जबकि खेती-किसानी आम लोग करते हैं।”
Also Read Story
आगे बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से लोग अपनी पुरानी भाषा को भूल रहे हैं और नई-नई भाषा का प्रयोग करते हैं।
किसान को सलाह देते हुए कहा कि मौलिक चीजों को कायम रखिए और अपने देश और गांव-घर में लोकल भाषा का इस्तेमाल करिए।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि समाधान यात्रा के दौरान भी कुछ जीविका दीदियों को अंग्रजी में बोलते हुए देखा। उन्होंने कहा, “अधिकारियों को निर्देश देंगे कि ऐसी चीजों पर ध्यान दें और रोकें।”
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।