Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

Bihar Board 10th Result 2023: आइएएस ऑफिसर बनना चाहती है बिहार बोर्ड की मैट्रिक सेकंड टॉपर ज्ञानी अनुपमा

औरंगाबाद के प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय की छात्रा ज्ञानी अनुपमा ने बिहार मैट्रिक बोर्ड परीक्षा में राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। ज्ञानी को 500 में से कुल 486 अंक प्राप्त हुए हैं। ‌छात्र ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता पिता के साथ और लगन के अलावा अपने शिक्षकों की गाइडेंस को दिया।

Ariba Khan Reported By Ariba Khan |
Published On :

सेकंड टॉपर ज्ञानी अनुपमा को 500 में से कुल 486 अंक मिले

औरंगाबाद के प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय की छात्रा ज्ञानी अनुपमा ने बिहार मैट्रिक बोर्ड परीक्षा (2023) में राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। ज्ञानी को 500 में से कुल 486 अंक प्राप्त हुए हैं। ‌ छात्र ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता पिता के साथ और लगन के अलावा अपने शिक्षकों की गाइडेंस को दिया।

ज्ञानी अनुपमा भविष्य में आईएएस ऑफिसर बनने का इरादा रखती है। ज्ञानी के पिता शैलेंद्र गुप्ता औरंगाबाद के गोह में न्यू एरिया के रहने वाले हैं और दाउदनगर में पंचायत रोजगार सेवक हैं।

बिहार परीक्षा समिति द्वारा रिजल्ट की घोषणा से ज्ञानी अनुपमा के स्टेट टॉपर-2 होने की जानकारी मिलते ही उसके परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।


ज्ञानी की मां सोनी गुप्ता इस खबर से बेहद खुश हैं और बेटी को गले लगाकर मिठाई खिलाती हुई दिखाई दीं। उनका कहना है कि जिस तरह से उनकी बेटी बचपन से पढ़ाई कर रही है, उसको देखते हुए उन्हें भरोसा था कि वह इस परीक्षा में प्रथम, द्वितीय या तृतीय स्थान जरूर प्राप्त करेगी।

ज्ञानी अनुपमा कहती है कि वह आगे की पढ़ाई कर आइएएस ऑफिसर बनना चाहती है। ज्ञानी ने बताया कि वह इस दौर में भी खुद को सोशल मीडिया से दूर रखती है। उसने आगे बताया, मैं रोजाना 6 घंटे पढ़ाई करती थी और कभी भी मेहनत से पीछे नहीं रही थी।”

दूसरे छात्रों को संदेश देते हुए ज्ञानी अनुपमा ने कहा कि पढ़ाई में जमकर मेहनत करें और सोशल मीडिया से दूर रहें।

Also Read Story

महानंदा में समाया गांव, अब स्कूल के लिए तरसते भूमिहीनों के बच्चे

19 अगस्त से BPSC लेगा शिक्षक परीक्षा

बिहार शिक्षक नियमावली 2023 के अनुसार बहाली की पूरी प्रक्रिया क्या है?

भाभा रिसर्च सेंटर में हैं वैज्ञानिक, UPSC निकाला, अब कलक्टर बनेंगे सहरसा के निर्मल

कभी नामचीन रहे पीयू के कॉलेजों में स्पोर्ट्स खस्ताहाल

यूपीएससी में अररिया के अविनाश कुमार को मिला 17वां रैंक

वेब पोर्टल के माध्यम से होगा नियोजित शिक्षकों व लाइब्रेरियनों का ट्रांसफर

शिक्षक नियुक्ति नियमावली के विरोध पर कार्रवाई का आदेश क्यों असंवैधानिक है

नियमित, नियोजित से राज्य कर्मी तक- जानिए शिक्षक बहाली प्रक्रिया के तीन दशक की पूरी कहानी

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

अरीबा खान जामिया मिलिया इस्लामिया में एम ए डेवलपमेंट कम्युनिकेशन की छात्रा हैं। 2021 में NFI fellow रही हैं। ‘मैं मीडिया’ से बतौर एंकर और वॉइस ओवर आर्टिस्ट जुड़ी हैं। महिलाओं से संबंधित मुद्दों पर खबरें लिखती हैं।

Related News

शिक्षा विभाग ने प्राथमिक से प्लस टू स्कूल शिक्षक पदों के लिए निर्धारित योग्यता जारी की

बिहार के कॉलेजों में लागू होने वाला CBCS आधारित चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम क्या है?

इंटरमीडिएट में नामांकन की प्रक्रिया कल से शुरू

अररिया: फुटपाथ पर लाइब्रेरी, जहां आप फ्री में पढ़ सकते हैं किताबें

नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली के खिलाफ प्रदर्शन करने पर शिक्षकों पर होगी कार्रवाई

BPSC चेयरमैन ने कहा, बिहार में शिक्षक बहाली के लिए विज्ञापन जल्द

किशनगंज: मदरसे के प्रबंधन को लेकर दो पक्षों में विवाद, सालों से नहीं हुई शिक्षकों की बहाली

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latests Posts

Ground Report

अररिया में एक फैसले से पांच हज़ार आदिवासी-दलित हो जाएंगे बेघर

‘हम चाहते थे बेटा पढ़ाई करे, मज़दूरी नहीं’, नेपाल में मरे मज़दूरों की कहानी

किशनगंज का नेहरू कॉलेज, जहाँ 21 एकड़ के कैंपस में छात्र से ज़्यादा मवेशी नज़र आते हैं

ज़मीन पर विफल हो रही ममता बनर्जी सरकार की ‘निज घर निज भूमि योजना’

महादलित गाँव के लिए 200 मीटर रोड नहीं दे रहे ‘जातिवादी’ ज़मींदार!