Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

AIMIM से RJD में क्यों गए Baisi MLA Syed Ruknuddin Ahmad?

Main Media Logo PNG Reported By Main Media Desk |
Published On :

पिछले दिनों सीमांचल में हुई सियासी उठापटक के बीच, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन यानी AIMIM के बिहार में पांच विधायकों में से चार विधायक 29 जून को राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए। इन चार विधायकों में जोकीहाट विधायक शाहनवाज़, बहादुरगंज विधायक अंजार नईमी, कोचाधामन विधायक इजहार अस्फ़ी और बायसी विधायक सय्यद रुकनुद्दीन अहमद शामिल हैं। इस फेर-बदल के बाद, चारों विधायकों के प्रति AIMIM के समर्थकों में काफी रोष देखा जा रहा है।

इस विषय पर मैं मीडिया ने बायसी विधायक सैयद रुकनुद्दीन अहमद से विस्तृत बातचीत की।

Also Read Story

कटिहार से कांग्रेस प्रत्याशी तारिक अनवर का इंटरव्यू: क्या छठी बार पहुंच पाएंगे लोकसभा?

“जीते तो सीमांचल को इंसाफ दिलाएंगे” – किशनगंज से AIMIM प्रत्याशी अख्तरुल ईमान का Interview

“किशनगंज को विकास की नई ऊंचाई तक ले जाऊंगा” – किशनगंज से जदयू प्रत्याशी मुजाहिद आलम

“टीएमसी और भाजपा एक ही है” – रायगंज लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अली इमरान रम्ज़ विक्टर

अररिया से भाजपा सांसद प्रदीप सिंह का इंटरव्यू

Katihar Loksabha से JD(U) MP Dulal Chandra Goswami का Interview

सीमांचल में जन विश्वास यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव का इंटरव्यू

Interview: RJD MLA शाहनवाज़ ने किया AIMIM के ओवैसी पर पलटवार

Dr. Ejaz Ali Interview: कब तक आरक्षण से वंचित रहेंगी मुसलमानों की दलित जातियां?

उन्होंने हमें बताया कि उनका परिवार बायसी विधानसभा क्षेत्र से, सन् 1952 से ही राजनीति में रहा है। उनके चाचा सैयद गयासुद्दीन अहमद साल 2011 तक मुखिया रहे, साथ ही इनकी बहन 15 साल तक प्रमुख रहीं। उनके पिता 1977 से चुनाव लड़ते आ रहे थे और कांग्रेस से दो बार विधायक रहे। सैयद रुकनुद्दीन अहमद की राजनीतिक शुरुआत उनके पिता की मृत्यु के बाद साल 2000 में कांग्रेस पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ने से हुई, जिसमें वह हार गए थे।


साल 2005 में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। साल 2014 के उपचुनाव में उन्होंने जेडीयू की तरफ से चुनाव लड़ा लेकिन बहुत कम मतों से हार गए। इसके बाद साल 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने AIMIM के टिकट पर बायसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।


यह भी पढ़ें: Akhtarul Iman Interview: बिहार में AIMIM टूटने के बाद प्रदेश अध्यक्ष का इंटरव्यू

यह भी पढ़ें: क्या अब सीमांचल में AIMIM का अंत हो जाएगा?


अब AIMIM को छोड़ने पर, सैयद रुकनुद्दीन अहमद का कहना है कि उन्होंने चलते सत्र में ही पार्टी छोड़ने का फैसला किया और उनके पार्टी छोड़ने के पीछे पार्टी वाले जिम्मेदार हैं।

पार्टी छोड़ने का कारण पूछने पर वह बताते हैं – “पूर्णिया ज़िले में अध्यक्ष नहीं है, ना ही किसी और प्रखंड में कोई अध्यक्ष है। एक पुरानी कमेटी चली आ रही है, जो कुछ लोगों के पॉकेट में है और ऑर्गेनाइजेशन का विस्तार नहीं हो रहा है।”

क्या उनके परिवार के ख़ानक़ाह से कनेक्शन की वजह से उन्हें पार्टी ने टिकट दिया था, यह पूछने पर वह कहते हैं – “AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के दिल में खानकाओं की क़दर थी, इसलिए उन्होंने हमें टिकट दिया था।”

साथ ही उन्होंने बताया कि पार्टी छोड़ने पर देशभर से AIMIM के समर्थक उन्हें कॉल और मैसेज पर धमकियां दे रहे हैं।

पूरा इंटरव्यू यहाँ देखें:

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Main Media is a hyper-local news platform covering the Seemanchal region, the four districts of Bihar – Kishanganj, Araria, Purnia, and Katihar. It is known for its deep-reported hyper-local reporting on systemic issues in Seemanchal, one of India’s most backward regions which is largely media dark.

Related News

किशनगंज के लोग कांग्रेस सांसद मो. जावेद के ‘व्यवहार’ से खुश नहीं: जदयू जिला अध्यक्ष मुजाहिद

“दलित-पिछड़ा एक समान, हिंदू हो या मुसलमान”- पसमांदा मुस्लिम महाज़ अध्यक्ष अली अनवर का इंटरव्यू

सड़क, शिक्षा में सुधार करना चाहती हैं बहादुरगंज की मुख्य पार्षद साहेरा तहसीन

मुख्य पार्षद सिकंदर पटेल – “ठाकुरगंज को देना चाहते हैं अपने जीवन का सर्वश्रेष्ठ”

“मेरा कोई पूंजीपति मित्र नहीं, स्वतंत्र रूप से काम करूँगा” – इंद्रदेव पासवान

ज़ीरो बजट इलेक्शन मेरा लक्ष्य था: इम्तियाज़ नसर

Video: परिवार पर भ्रष्टाचार के सवाल पर भड़के तारकिशोर प्रसाद

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार

सुपौल: देश के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के गांव में विकास क्यों नहीं पहुंच पा रहा?

सुपौल पुल हादसे पर ग्राउंड रिपोर्ट – ‘पलटू राम का पुल भी पलट रहा है’

बीपी मंडल के गांव के दलितों तक कब पहुंचेगा सामाजिक न्याय?

सुपौल: घूरन गांव में अचानक क्यों तेज हो गई है तबाही की आग?