कटिहार जिले के मनिहारी घाट पर छठ पूजा देखने आये सेना के जवान विशाल कुमार पोद्दार 3 दिनों से लापता हैं। परिजनों का कहना है कि छठ पूजा के दौरान विशाल अपने मित्रों के साथ गंगा घाट घूमने आये थे। विशाल के साथ उनके मित्र संजीव कुमार, आकाश कुमार और राजा यादव छठ पूजा के दौरान मनिहारी घाट पहुंचे थे।
विशाल के बड़े भाई चन्दन कुमार पोद्दार के अनुसार कटिहार के तिनगछिया वार्ड संख्या 44 के मूल निवासी विशाल केवल छठ घूमने आये थे। चन्दन ने बताया, “सनी (विशाल का उपनाम) पूजा करने आया था। वह बोला था कि नहाएंगे नहीं पता नहीं कैसे नहाने चला गया और डूब गया। मेरा भाई 2018 में इंडियन आर्मी में भर्ती हुआ था और फिलहाल छठ पूजा के लिए घर आया हुआ था।”
Also Read Story
गंगा स्नान के दौरान डूबे
आसपास के लोगों ने बताया कि चारों दोस्त पीर मजार पर माथा टेकने के बाद घाट पर पहुंचे। उन सब ने सेल्फी ली और उसके बाद उनमें से दो दोस्त विशाल और आकाश गंगा में स्नान करने चले गए। स्नान के दौरान दोनों डूबने लगे। स्थानीय लोगों ने उन्हें डूबता देख बचाने की कोशिश की। स्थानीय लोगों की मदद से आकाश को निकाल लिया गया लेकिन विशाल गंगा में डूब गए।
दो दिन से शव की तलाश
फौजी के डूबने की खबर मिलते ही घाट पर हजारों की भीड़ इकट्ठा हो गई। थोड़ी देर बाद प्रशासन के लोग पहुंचे। हालांकि गोताखोर व एसडीआरएफ की टीम काफी देर से पहुंची, जिसकी वजह से प्रशासनिक पदाधिकारियों को परिजनों के रोष का सामना करना पड़ा। खबर लिखे जाने तक गोताखोर व एसडीआरएफ की टीम गंगा में शव को ढूंढने में असफल रहे हैं। स्थानीय निवासी संजय कुमार झा कहते हैं कि नगर पंचायत या कार्यपालक को इस घाट के बाहर एक बोर्ड लगाना चाहिए कि यह घाट गहरा है। उन्होंने आगे कहा कि इस पूरे मामले में प्रसाशन की सुस्ती बेहद असंतोषजनक है और इस मामले को संज्ञान में लेकर अगली बार कोई ऐसी घटना ना हो इसके लिए ज़रूरी कदम उठाने चाहिए।
इस संबंध में मनिहारी के अनुमंडल पदाधिकारी कुमार सिद्धार्थ ने बताया, “हमारी टीम शव को ढूंढने का हर संभव प्रयास कर रही है। अंधेरा होने के कारण सर्च अभियान को सुबह तक रोका जा रहा है। सुबह होते ही सर्च अभियान शुरू कर दिया जाएगा। मौके पर डीएसपी कुमार सिद्धार्थ, बीडीओ रणधीर कुमार, थानाध्यक्ष रामविलास सिंह, सोना कुमार आदि मौजूद रहे।
विशाल कुमार पोद्दार के साथ घाट गए उनके मित्र संजीव कुमार ने बताया, “हमने और स्थानीय लोगों ने विशाल को बचाने की हर संभव कोशिश की, मगर मेरी आंखों के सामने मेरा मित्र गंगा में समा गया। हमें नहीं पता था कि गंगा किनारे खींची गई सेल्फी हमारे दोस्त के साथ आखिरी सेल्फी साबित होगी।”
विशाल के गंगा में लापता होने के बाद उनके घर में मातम पसरा है और गांव में भी शोक का माहौल है।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।
